एक बार यह सिस्टम चालू हो जाने के बाद, टोल शुल्क स्वचालित रूप से यात्रा की गई दूरी के आधार पर लिंक किए गए बैंक खाते से काट लिया जाएगा। चयनित राष्ट्रीय राजमार्ग खंडों पर पायलट परियोजनाएं GNSS-आधारित टोल प्रणाली का परीक्षण जल्द शुरू होगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले ही इस एक्सप्रेसवे का काम महाकुंभ-2025 से पहले करने का संकल्प लिया था। मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाली इस 594 किमी लंबे एक्सप्रेसवे से पश्चिमी यूपी और पूर्वी यूपी के बीच की दूरी काफी कम और यात्रा आसान हो जाएगी।
रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक के जुटाए आंकड़ों के मुताबिक, 2013 और 2023 के बीच लगभग 53,000 आवास इकाइयां एक्सप्रेसवे के आसपास शुरू की गईं जिनमें से 80 प्रतिशत से अधिक इकाइयों की बिक्री पहले ही हो चुकी है।
दिल्ली और हरियाणा के बीच द्वारका एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया गया है, जिसका आज पीएम मोदी उद्घाटन करेंगे। इस एक्सप्रेस-वे के बनाए जाने के किसे फायदा मिलेगा और इसकी क्या खासियतें हैं। इन सभी बातों के बारे में जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर।
शीत ऋतु के दौरान कोहरे में रूट पर विजिबिलिटी कम होने के चलते होने वाली सडक दुर्घटनाओं की रोकथाम और उसमें कमी लाने के मकसद से कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में रूट पर चलने वाले वाहनों की गति सीमा कम की जा रही है।
यूपी में आने वाले समय में लाखों की संख्या में रोजगार सृजित होंगे। इसके लिए प्रदेश सरकार ने तैयारी तेज कर दी है। इसी दिशा में एक्सप्रेस-वे मॉडल पर काम किया जा रहा है।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के इंजीनियरों द्वारा डीपीआर तैयार कर लिया गया है जिसे मंत्रालय द्वारा मंजूरी मिलने के बाद अंतिम रूप दिया जाएगा। बता दें कि यह एक्सप्रेसवे सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के अधीन तैयार किया जाएगा।
बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेस-वे पर बाइक और ऑटो चलाने पर एक अगस्त से प्रतिबंध लगा दिया गया है।
रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर के मामले में भारत ने कई वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के अनुसार भारत में सड़कों का नेटवर्क अब अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर है। चीन, जापान, जर्मनी, इटली और फ्रांस, आस्ट्रेलिया जैसे देशों को भारत ने बहुत पीछे छोड़ दिया है। यह सब पीएम मोदी के 9 वर्षों के कार्यकाल में हुआ।
Difference Between Highway or Expressway: हाईवे और एक्सप्रेस-वे के होने से ही मीलों की दूरी को बेहद कम समय में तय कर लिया जाता है। लेकिन आप जानते हैं कि हाईवे और एक्सप्रेस-वे में क्या अंतर है? अगर नहीं तो कोई बात नहीं, आज हम इस खबर के जरिए इन दोनों के बीच के अंतर को बताएंगे।
अबतक 60-70 फीसदी काम पूरा हो चुका है। जानकारी के मुताबिक 6 लेन के इस एक्सप्रेसवे को बनाने का कुल खर्चा 12 हजार करोड़ रुपये है। वर्तमान में दिल्ली-सहारनपुर के रास्ते जाने में 6 घंटे का समय लगता है।
यह एक्सप्रेसवे 212 किलोमीटर लंबा है और इसकी निर्माण लागत 12,000 करोड़ रुपये है।
अब सड़क का सफर का भी आपके लिए महंगा होने वाला है, क्योंकि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने टोल टैक्स की दरों को बढ़ा दिया है, वहीं यह वृद्धि 1 अप्रैल, 2023 से लागू होगी।
माना जा रहा है कि इस एक्सप्रेसवे पर 610 रुपये टोल टैक्स वसूला जाएगा। वहीं, बस, ट्रक और भारी वाहनों से लगभग 935 रुपये, तो हल्के कमर्शियल वाहनों से 665 रुपए रुपये का टोल टैक्स वसूला जा सकता है।
महिपालपुर में दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे का करीब आधा किमी का हिस्सा बुधवार से 90 दिनों के लिए बंद किया जाएगा। इसे लेकर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की ओऱ से ट्रैफिक डायवर्जन को लेकर एक एडवाइजरी भी जारी कर दी गई है।
बेंगलुरु-मैसूरु एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के बाद पीएम ने एक विशाल रैली को भी संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में, बेंगलुरु-मैसूरु एक्सप्रेसवे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं।
पीएम मोदी के आज के कार्यक्रम को लेकर कर्नाटक में सियासत भी गर्म है खासकर बेंगलुरु-मैसुरू एक्सप्रेस वे को लेकर क्रेडिट लेने की होड़ मची है। कर्नाटक में इस साल चुनाव है इसीलिए मामले में बयानबाजी तेज हो गई है। कांग्रेस को इस प्रोजक्ट में ढेर सारी खामियां नजर आ रही है।
Waste Plastic: केंद्र सरकार हर रोज विकास के नए तरीके खोज रही है। उसकी कोशिश पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए देश को नई दिशा देने की है। उसने हाइवे से लेकर किसी भी तरह की सड़क के निर्माण में वेस्ट प्लास्टिक के इस्तेमाल को अनिवार्य कर दिया है। यानि देश में प्लास्टिक की सड़के बनेंगी। आइए पूरी कहानी समझते हैं।
दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे का दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड 246 किलोमीटर लंबा है, जिसे 12,150 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। इस खंड के चालू हो जाने से दिल्ली से जयपुर का यात्रा समय पांच घंटे से कम होकर लगभग साढ़े तीन घंटे रह जाएगा।
डा. अरुणवीर सिंह ने बताया कि इसके अलावा रिवर फ्रंट डेवलपमेंट का कांसेप्ट है। साथ ही साथ कथा वाचनालय केंद्र बनेंगे।
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