कजान में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम मोदी की द्विपक्षीय बैठक ने दोनों देशों के बीच संबंधों पर जमी बर्फ को पिघलने का संकेत दिया है। ब्रिक्स से इतर यह बैठक करीब 50 मिनट तक चली। इस दौरान भारत-चीन ने खास तौर पर एलएसी विवाद समेत अन्य मुद्दों पर व्यापक चर्चा की।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में सुधार पर जोर दिया। इसके साथ ही देशों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान होने का मुद्दा उठाया।
पीएम मोदी-जिनपिंग की वार्ता से दो पड़ोसी देशों और दुनिया के दो सबसे बड़े राष्ट्रों के रूप में भारत-चीन के बीच स्थिर, पूर्वानुमानित और सौहार्दपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों का क्षेत्रीय एवं वैश्विक शांति व समृद्धि पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। विदेश मंत्रालय ने कहा-यह बहुध्रुवीय एशिया और बहुध्रुवीय विश्व में भी योगदान देगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के कजान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत बनाने पर चर्चा हुई।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से द्विपक्षीय वार्ता के बाद पीएम मोदी ने कहा कि सीमा पर स्थिरता बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है। विश्व शांति और स्थिरता के लिए हमारे संबंध जरूरी हैं।
ग्लोबल साउथ पर पीएम मोदी की कूटनीति से पूरी दुनिया हैरान रह गई है। नवंबर 2023 में भारत में हुए जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने ग्लोबल साउथ को जी-20 शामिल कराकर चीन को बड़ा झटका दिया था। अब ग्लोबल साउथ सबसे ज्यादा भरोसा भारत पर कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस में चल रहे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान युद्ध और संघर्षों से घिरी दुनिया को समाधान के रास्ते पर आने के लिए संवाद और कूटनीति का सहारा लेना का परामर्श दिया। उन्होंने आतंकवाद और उसके वित्तपोषण पर दोहरा रवैया अपनाने वाले देशों को कठघरे में खड़ा किया।
रूस के कजान शहर में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। इस दौरान पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच करीब 40 मिनट तक द्विपक्षीय वार्ता हुई।
रूस के कजान एक्सपो सेंटर में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का पूर्ण सत्र शुरू हो चुका है। ब्रिक्स समिट में शामिल होने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी कजान एक्सपो सेंटर पहुंचे हैं।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने BRICS नेताओं के लिए आयोजित डिनर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जोरदार स्वागत किया और दोनों नेताओं ने बेहद गर्मजोशी से हाथ मिलाया।
पीएम मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन से मुलाकात की। विदेश सचिव विक्रम मिसरी के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच सार्थक चर्चा हुई।
BRICS Summit: रूस में हो रहे ब्रिक्स सम्मेलन में बुधवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बैठक होने वाली है। भारत के विदेश सचिव ने इस बारे में जानकारी दी है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने रूस के कजान शहर में पहुंच चुके हैं। पीएम मोदी ने मंगलवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक भी की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रूस के कजान शहर पहुंचे है। कजान में पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस दौरे के पर हैं। पीएम मोदी रूस के कजान शहर में हो रहे 16वें BRICS समिट में शामिल होने के लिए रूस पहुंचे हैं। इस दौरान कजान में पीएम मोदी का शानदार स्वागत किया गया है।
BRICS ब्लॉक में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका आते हैं। यह दुनिया की 42 फीसदी आबादी और 27 फीसदी ग्लोबल जीडीपी का प्रतिनिधित्व करते हैं। ब्रिक्स की ख्याति दुनिया में बढ़ रही है। दुनिया के कई देशों की इस समिट पर नजर रहेगी।
ब्रिक्स समिट में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस पहुंच चुके हैं। रूस में भारत के राजदूत विनय कुमार ने कहा है कि पीएम मोदी कजान में ब्रिक्स सदस्य देशों के समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे।
ब्रिक्स समिट रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए व्यक्तिगत रूप से बेहद अहम है। ऐसे इसलिए है क्योंकि यह उन्हें अलग-थलग करने के पश्चिमी प्रयासों की विफलता को दर्शाता है।
ब्रिक्स की संभावित मुद्रा के बारे में पुतिन ने कहा कि सदस्य देशों को बिना जल्दबाजी के धीरे-धीरे काम करने की जरूरत है। इन देशों की आबादी और संरचना को देखते हुए, यह एक दीर्घकालिक संभावना है और अगर इन मसलों पर विचार नहीं किया तो यूरोपीय संघ (ईयू) में एक मुद्रा लागू करते समय हुई समस्याओं से भी बड़ी समस्या होगी।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन युद्ध नहीं लड़ रहा, बल्कि अमेरिका और नाटो रूस से लड़ रहे हैं, लेकिन वह भी लड़ते-लड़ते एक दिन थक जाएंगे। अंत में रूस की ही जीत होगी।
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