उत्तराखंड की सरकार ने गर्भवती महिलाओं को सहयोग देने और बेटी के जन्म को सकारात्मक बनाने के लिए सरकार ने महालक्ष्मी किट योजना शुरू की है।
बेटियां बेटों से कम नहीं होती हैं। बड़े से बड़े एग्जाम क्रैक करने की बात हो या फिर समाज और देश की उन्नति में योगदान देने की बात; बेटियां लगातार आसमां छू रही हैं। राजस्थान के राजसमंद जिले के पिपलांत्री गांव में प्रत्येक बेटी के जन्म पर 111 पौधे लगाए जाते हैं।
महिला एवं विकास मंत्रालय के मुताबिक, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत सामाजिक व्यवस्था में बेटियों के प्रति रुढ़िवादी मानसिकता बदलना, पीसी और पीएनडीटी अधिनियम को सख्ती से लागू करना और बालिकाओं की शिक्षा को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।
पत्नी का आरोप ही ससुराल वालों ने उस पर नवजात बच्ची की हत्या का दबाव बनाया और ऐसा ना करने पर दोनों को घर से निकाल दिया।
झूंझनू उन 161 जिलों में शामिल है जहां बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ स्कीम लागू है। 2011 की जनगणना में झूंझनू में 1000 लड़कों के मुकाबले 837 लड़कियां थी लेकिन अभियान के बाद यहां फासला कम रह गया है।
साहू एकता मंच द्वारा आयोजित इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं जसोदा बेन ने अपने संबोधन की शुरूआत भारत माता की जय से की...
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की लेग स्पिनर एकता बिष्ट ने उन सभी खबरों का खंडन किया है, जिसमें कहा गया था कि देहरादून में पीएम मोदी के जन्मदिन पर 'बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ' कार्यक्रम के दौरान उनके साथ बदसलूकी हुई थी।
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