बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हमलों को रोक पाने में नाकाम मुहम्मद यूनुस की सरकार ने उल्टा हिंदू नेताओं पर ही मुकदमा दर्ज करना और उन्हें गिरफ्तार करना शुरू कर दिया है।
लगभग 30,000 हिंदुओं ने दक्षिण-पूर्वी शहर चटगांव के एक प्रमुख चौराहे पर रैली करते हुए नारे लगाए। देश में अन्य जगहों पर भी विरोध प्रदर्शन होने की सूचना मिली।
अडाणी पावर ने बांग्लादेश के ऊर्जा सचिव को एक चिट्ठी लिखकर अनुरोध किया था कि बांग्लादेश बिजली विकास बोर्ड (PDB) से 30 अक्टूबर तक बकाया राशि का भुगतान करने को कहा जाए।
अदाणी ने बांग्लादेश को ऐसा सबक सिखाया है कि उसे समझ नहीं आ रहा है अब इसका क्या रास्ता निकाले। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के अपदस्थ होने के बाद से ही बांग्लादेश ने भारत के साथ अपने संबंधों को सीमित कर लिया है। लिहाजा अब उसे अदाणी ग्रुप से तगड़ा झटका लगा है।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की सहयोगी पार्टी के दफ्तर में प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी है। चिंताजनक बात ये है कि जिस दौरान खुद को छात्र बनाने वाले प्रदर्शनकारी तोड़फोड़ और आगजनी कर रहे थे, उस दौरान वहां पुलिस बल मौजूद नहीं था।
राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा का मुद्दा उठाया है।
बांग्लादेश में 2 महीने पहले हुई हिंसा के दौरान मौतों की गहराई से जांच कराने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने आदेश दिया है। इससे पहले भी यूएन अपनी एक टीम वहां भेज चुका है। यूएन के नए ऐलान से बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में हड़कंप मच गया है।
दिल्ली कैपिटल्स के धाकड़ खिलाड़ी ने IPL रिटेंशन की लिस्ट आने से 2 दिन पहले बल्ले से धमाका कर दिखाया है। उन्होंने शानदार शतक जड़ते हुए दिल्ली कैपिटल्स टीम मैनेजमेंट को इम्प्रेस करने का काम किया है।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिद जिया को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। ढाका की अदालत ने 2015 में 42 लोगों की हत्या मामले में उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे को खत्म कर दिया है। बांग्लादेश में सत्ता बदलने के बाद खालिद जिया को मिला यह सबसे बड़ा तोहफा है।
पुलिस को कई इनपुट मिले थे, जिसके बाद इन लोगों पर शक हुआ। इसके बाद इन्हें हिरासत में लिया गया है। अब कानूनी प्रक्रिया के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अंतरिम सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग को बड़ा झटका दिया है। सरकार ने अवामी लीग के स्टूडेंट विंग पर बैन लगा दिया है।
बांग्लादेश से असम में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे तीन बांग्लादेशियों को वापस उनके देश भेज दिया गया है। इसे लेकर सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने ट्वीट कर जानकारी साझा की है।
बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन द्वारा दिए गए एक बयान के बाद अब उनके इस्तीफे की मांग शुरू हो गई है। दरअसल इस मामले में जल्द ही बांग्लादेश सरकार कैबिनेट की बैठक करने वाली है, जिसके बाद फैसला लिया जाएगा।
बांग्लादेश में एक बार फिर प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन को पद से हटाने की मांग करते हुए राष्ट्रपति भवन को घेर लिया। पुलिस में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया है।
बांग्लादेश में एक बार फिर से छात्रों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। प्रदर्शनकारी छात्र अब बांग्लादेश के राष्ट्रपति का इस्तीफा मांग रहे हैं। इस कारण शेख हसीना के पीएम पद से इस्तीफे को लेकर सामने आया ट्विस्ट है।
बांग्लादेश की सुप्रीम कोर्ट ने एक बड़ा फैसला सुनाते हुए उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों को हटाने का अधिकार संसद से छीन लिया है। बांग्लादेश की तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक कानून बनाकर यह अधिकार संसद को दे दिया था। मगर सुप्रीम कोर्ट ने इसे उस दौरान भी असंवैधानिक घोषित किया था।
सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की पीठ ने 4:1 के बहुमत से ये फैसला सुनाया है। कोर्ट ने नागरिकता कानून की धारा 6ए की वैधता को बरकरार रखा है। असम में बड़ी संख्या में बांग्लादेश से आए लोग रहते हैं।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किल अब बहुत बढ़ गई है। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है।
बांग्लादेशी छात्रों के दबाव में अब सुप्रीमकोर्ट भी आ गया है। छात्रों ने हाई कोर्ट के 12 जजों पर अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनकी पार्टी आवामी लीग का समर्थक होने का आरोप लगाया है। इसके बाद सुप्रीमकोर्ट ने इन सभी जजों पर बैन लगा दिया है।
उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान पथराव के बाद हिंसा और तनाव का माहौल है। तो वहीं, दूसरी ओर बांग्लादेश में भी दुर्गा मूर्ति के विसर्जन के लिए जा रही भीड़ पर भी पथराव की घटना सामने आई है।
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