लद्दाख में पिछले साल 3 सैनिकों के शव हिमस्खलन के बाद बर्फ में दब गए थे। भारतीय सेना ने एक ऑपरेशन चलाकर इन तीनों शवों को ढूंढ़ निकाला है।
जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में हिमस्खल में की चपेट में दो वाहन आ गए। हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। रेस्क्यू टीम ने दोनों वाहनों को निकाल लिया।
जम्मू-कश्मीर घाटी के कई पहाड़ी इलाकों में हिमस्खलन की चेतावनी पहले ही जारी की जा चुकी है। गुरुवार को सोनमर्ग के सरबल क्षेत्र में भारी हिमस्खलन की घटना देखने को मिली है। इस घटना से संपत्ति को कुछ नुकसान हुआ है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए जम्मू कश्मीर के आठ जिलों में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है। विभाग ने यहां के स्थानीय लोगों से अनावश्यक आवाजाही से बचने का आग्रह किया है।
ईरान में भारी हिमस्खलन के चलते 5 पर्वतारोहियों की जान चली गई है। यह सभी पर्वतारोही पश्चिमी ईरान की सन बोरान चोटी को फतह करने के लिए पहुंचे थे। मिशन पर जाने से पहले पर्वत पर भारी बारिश और बर्फबारी हुई थी। ऐसे में उन्हें नहीं जाने की चेतावनी दी गई थी। पर्वतारोहियों ने चेतावनी को नजरअंदाज कर ऊंचाई पर जान गवां दी।
लद्दाख में सेना की एक टुकड़ी हिमस्खलन की चपेट में आई गई। इस हादसे में एक जवान की मौत हो गई जबकि तीन जवान लापता बताए जा रहे हैं। इनकी खोज और बचाव के लिए सेना अभियान चला रही है। जानकारी के मुताबिक यह हादसा माउंट कुन पर हुआ।
केदारनाथ मंदिर से 3-4 किमी दूर पहाड़ियों पर हिमस्खलन देखने को मिला है। इसका एक वीडियो सामने आया है जो डरावना है।
पाकिस्तान के गिलगित-बालटिस्तान में अचानक हुए हिमस्खलन ने 10 लोगों की जान ले ली और 25 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। मौके पर बचाव दल मौजूद हैं।
हिस्खलन के बाद कई पर्यटकों के बर्फ में फंसे होने की आशंका है जिसके बाद बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है। यह घटना दोपहर करीब 12:20 बजे गंगटोक को नाथुला दर्रे से जोड़ने वाले जवाहरलाल नेहरू मार्ग पर हुई है।
जम्मू कश्मीर में अगले 24 घंटों में बारामूला, डोडा, गांदरबल, किश्तवाड़, कुपवाड़ा, पुंछ, रामबन, रियासी, अनंतनाग और कुलगाम जिलों में समुद्र तल से 2800 से 3000 मीटर ऊपर 'कम खतरे' का हिमस्खलन की चेतावनी जारी की गई है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि स्कीइंग करने वाले 21 विदेशी नागरिकों के 3 दलों और 2 स्थानीय गाइड हापथखुद कांगडोरी में स्की ढलान पर थे कि इसी दौरान दोपहर लगभग 12.30 बजे हिमस्खलन हुआ।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अगले कुछ 24 से 48 घटों में हिमस्खलन की चेतवानी जारी की है। प्रशासन ने घाटी के विभिन्न जिलों में खतरनाक हिमस्खलन हो सकता है, इसलिए लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।
गांदरबल जिले के सोनमर्ग के सरबल गांव में 48 घंटे में दूसरा हिमस्खलन आया। इससे पहले सरबल सोनमर्ग में गुरुवार को एक बड़ा हिमस्खलन हुआ था, जिसमें मेगा इंजिनियरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के दो कर्मचारी जिंदा दफन हो गए थे।
जम्मू-कश्मीर में इन दिनों सर्दी का सितम जारी है। कई जगहों पर बर्फ की मोटी चादर जमने की वजह से यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में ताजा बर्फबारी पूरी घाटी में रात का तापमान जमाव बिंदु से ऊपर चला गया है।
Uttarkashi Avalanche : मुख्यमंत्री धामी ने मीडियाकर्मियों से कहा-' उत्तरकाशी में अभी तक 19 शवों को रिकवर किया जा चुका है। बचाव अभियान लगातार चल रहा है। श्रीनगर से आया हुआ दल, NDRF, SDRF के साथ सेना और प्रशासन के भी लोग हैं।
What is Avalanche: इसी हफ्ते मंगलवार को उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई। उत्तरकाशी में स्थित नेहरु इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग के 41 पर्वतारोही द्रौपदी का डंडा चोटी की चढ़ाई पर गए हुए थे।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में 5 हजार फीट की एक ऊंची चोटी पर फंसे 29 पर्वतारोहियों को बचाने का रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ गया है, क्योंकि उस पहाड़ पर फिलहाल तेज बर्फबारी हो रही है।
Uttarakhand News : सभी पर्वतारोही नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, उत्तरकाशी के हैं। ये सभी पर्वतारोहण की ट्रेनिंग ले रहे थे।
राजमार्ग मंत्रालय ने उत्तराखंड में 825 किलोमीटर लंबी ऑल-वेदर रोड बनाने की योजना बनाई है।
बीएसएनएल की मोबाइल सेवा ने चमोली आपदा के दौरान टनल में फंसे मजदूरों को मौत के मुंह से बाहर निकालने में बड़ी भूमिका निभाई।
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