पहले चरण में 4.38 लाख परिवारों के खाते में 306.97 करोड़ रुपये अंतरित किए गए थे। दोनों चरणों में कुल 7.60 लाख परिवारों को 532.22 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं।
भीषण बाढ़ से जूझ रहे बिहार के मुजफ्फरपुर में वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर बाढ़ के पानी में गिर गया है। जानकारी के मुताबिक, जब ये हादसा हुआ तब हेलीकॉप्टर राहत सामग्री बांट रहा था।
बिहार में बाढ़ से अबतक 3 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। दरभंगा, सीतमामढ़, सुपौल, सहरसा, मुजफ्फरपुर में नदियां आउट ऑफ कंट्रोल हो गई हैं। जल प्रलय की डरा देने वाली तस्वीरें बता रही हैं कि हालात कितने विकराल हैं। जिन लोगों के आशियाने उजड़ गए वो अब सड़क किनारे रहने को मजबूर हैं।
भारत के कई राज्य इस वक्त भीषण बाढ़ के संकट से जूझ रहे हैं। ऐसे में केंद्र सरकार ने गुजरात समेत बाढ़ से प्रभावित 3 राज्यों के लिए 675 करोड़ रुपये वित्तीय सहायता की मंजूरी दी है।
बिहार में नदियां उफान पर हैं, खासकर कोसी और कमला नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है जिससे गांव के गांव तबाह हो गए हैं। देखें नदियों के कोहराम का वीडियो-
बिहार के 13 जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है। एक तरफ नेपाल की ओर से बारिश का पानी छोड़ दिया गया है तो वहीं मौसम विभाग ने भी भारी बारिश की आशंका जताई है।
बिहार में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से सड़क पर पानी आ चुका है। पटना से 50 किलोमीटर दूर बख्तियारपुर के पास अथमलगोला में नेशनल हाईवे 31 पर गंगा का पानी आ गया है। पटना से बेगूसराय जाने वाली सड़क नेशनल हाईवे 31 पर पानी के बीच गाड़ियां रेंगती हुई नजर आईं।
बिहार की फल्गु और सकरी निदी में बढ़े जलस्तर के कारण कई छोटे बांध टूट गए। इस कारण गुरुवार को पटना और नालंदा के ग्रामीण इलाके जलमग्न हो गए। बता दें कि इससे पहले गुरुवार को ही बिहार सरकार ने बाढ़ के खतरे को देखते हुए पटना के ग्रामीण इलाके में सरकारी स्कूलों को बंद कर दिया था।
हर साल की तरह इस बार भी बिहार बाढ़ का संकट झेल रहा है। बिहार की कई नदियों में भारी बारिश के कारण जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बहने लगा है। आइए जानते हैं इस बाढ़ के कारणों के बारे में विस्तार से।
बिहार की प्रमुख नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। हालांकि, कई नदियां विभिन्न जगहों पर खतरे के निशान को पार कर गई हैं। विभाग के मुताबिक, वीरपुर बराज में कोसी नदी का जलस्राव गुरुवार सुबह 10 बजे 1,76,580 क्यूसेक था।
Bihar Floods: बिहार और बाढ़ का पुराना रिश्ता रहा है। हर साल की तरह बिहार में बाढ़ आती है। अब फिर से नेपाल में लगातार बारिश के वजह से बिहार की नदियां उफान पर है। सीमावर्ती इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, बाढ़ को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है। जिले में एसडीआरएफ की टीम में आ गई है।
बागमती नदी सीतामढ़ी के सोनाखान व कंसार, शिवहर के डूबाधार, मुजफ्फरपुर के कटौंझा व बेनीबाद, दरभंगा के हायाघाट में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
बिहार में बाढ़ प्रभावित इलाकों में नदियों का पानी कम होने तथा गांवों से पानी की निकासी के बाद लोग अब अपने घरों को लौटने लगे हैं, लेकिन उनकी मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं।
बिहार को मानसून के कहर से अगस्त में राहत जरूर मिली मगर बाढ़ के हालात से निजात नहीं मिली है। प्रदेश के कई जिले अभी भी बाढ़ से बेहाल हैं।
बिहार में बाढ़ से अबतक 27 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 16 जिलों की 81,79,257 आबादी इससे प्रभावित है।
बिहार के 16 जिलों की करीब 82 लाख आबादी बाढ़ से परेशान है और 25 लोगों की मौत हो चुकी है। परेशान लोगों के पास न रहने के लिए घर बचा है न खाने का सामान बचा है। दरभंगा के रिहाईशी इलाकों में तीन नदियों -कोसी, गंडक और कमला का पानी घुस गया है।
बिहार में बाढ़ का कहर अभी भी जारी है। कुछ क्षेत्रों में भले ही बाढ़ का पानी कम हुआ है, लेकिन अभी भी बाढ़ग्रस्त कई इलाके ऐसे हैं जहां खेत बाढ़ के पानी से लबालब भरे हुए हैं।
बिहार में बाढ़ का कहर अभी भी जारी है। कुछ क्षेत्रों में भले ही बाढ़ का पानी कम हुआ है, लेकिन अभी भी बाढ़ग्रस्त इलाके के खेत बाढ़ के पानी लबालब भरे हैं।
बिहार में बाढ़ का कहर जारी है और अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि बाढ़ की वजह से 16 जिलों की 77,77,056 आबादी प्रभावित है।
बिहार में बाढ़ से अबतक 25 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 16 जिलों की 77,77,056 आबादी इससे प्रभावित है।
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