दो साल से अधिक समय से जारी रूस-यूक्रेन जंग के और घातक होने की संभावना है। अब उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने रूस की मदद में हजारों सैनिक भेज दिए हैं। दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसियों ने इस बात का दावा किया है।
तेलंगाना का युवक रूसी सेना की ओर से युद्ध क्षेत्र में तैनात था। उसे जबरन रूस भेजा गया और सेना के साथ युद्ध क्षेत्र में तैनात कर दिया गया। स्वदेश लौटने के बाद युवक ने बताया कि वह गोलों की आवाज की वजह से रात में सो नहीं पाता था।
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने आज मॉस्को में रूस के राष्ट्रपति पुतिन से की मुलाकात की। इसके बाद पुतिन ने पीएम मोदी को आमंत्रण भेजा है। वह ब्रिक्श शिखर सम्मेलन के दौरान अलग से प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करना चाहते हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध के लंबा खिंचने पर अब परमाणु युद्ध की आशंका फिर से तेज हो रही है। अगर भारत, ब्राजील और चीन की ओर से युद्ध में शांति के किए जा रहे प्रयास सफल नहीं होते तो दुनिया के लिए खतरे की घंटी बज सकती है। क्योंकि परमाणु युद्ध का असर किसी न किसी रूप में पूरे विश्व पर होगा।
भारत क्या रूस-यूक्रेन युद्ध में शांति लाने के कगार पर पहुंच गया है, क्या भारत दुनिया को अपनी विदेश नीति से चौंकाने जा रहा है। पीएम मोदी के प्रयासों से तो फिलहाल कुछ ऐसा ही लगता है। यूक्रेन शांति योजना के तहत इस वक्त एनएसए अजीत डोभाल मॉस्को में तो जयशंकर जर्मनी में हैं।
NSA अगले सप्ताह रूस का दौरा करेंगे। यहां वह अक्टूबर में कजान में होने वाले शिखर सम्मेलन से पहले ब्रिक्स (BRICS) एनएसए बैठक में हिस्सा लेंगे।
रूस ने अमेरिका को सख्त लहजे में चेतावनी दे दी है। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि यूक्रेन के मुद्दे पर अमेरिका को हद नहीं पार करनी चाहिए। आइए जानते हैं उन्होंने और क्या कुछ कहा है।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने आज यूक्रेन के साथ शांति वार्ता को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के साथ शांति वार्ता में भारत और ये देश अहम रोल निभा सकते हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध रोकवाने में भारत बड़ी भूमिका अदा कर सकता है। ह्वाइट हाउस को भरोसा है कि भारत चाहे तो यह काम कर सकता है।
यूक्रेन के पोलतावा में रूस के सबसे घातक हमले में 50 लोगों की मौत होने के 24 घंटे की भीतर ही जेलेंस्की की सरकार में भारी उथल-पुथल देखने को मिल रही है। रूस के हथियार प्रमुख मंत्री समेत 4 मंत्रियों के इस्तीफे ने यूक्रेन में खलबली मचा दी है। अब विदेश मंत्री ने भी इस्तीफा दे दिया है।
पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन को जब F-16 लड़ाकू विमान दिया गया तब लगा था कि ये विमान जंग का रुख मोड़ देंगे। हालांकि, इनमें से एक विमान क्रैश हो गया है। आइए जानते हैं पूरा मामला।
यूक्रेन ने ड्रोन से रूस की ऊंची इमारत पर अटैक किया है। ड्रोन के बिल्डिंग से टकराते ही जोर का धमाका हुआ। बिल्डिंग का एक हिस्सा देखते ही देखते खंडहर में तब्दील हो गया।
रूस-यूक्रेन युद्ध में सबसे बड़े उलटफेर की खबर सामने आ रही है। कुछ दिनों पहले रूस के कुर्स्क क्षेत्र पर यूक्रेनी सेना ने कब्जा हासिल करने के बाद इसी इलाके की एक अन्य बड़ी बस्ती को अपने नियंत्रण में लेने का दावा किया है। साथ ही रूसी सैनिकों को बंदी बनाने का ऐलान किया है। इस बीच राष्ट्रपति जेलेंस्की बॉर्डर दौरे पर हैं।
यूक्रेन की सेना ने भले ही रूस के एक बड़े भूभाग पर कब्जा कर लिया हो, लेकिन अब उसे पुतिन की ओर से भीषण पलटवार का डर सताने लगा है। यही वजह है कि यूक्रेनी अधिकारी पूर्वी यूक्रेन शहर के इलाकों से तेजी से खाली करवा रहे हैं। नागरिकों को तत्काल दूसरे क्षेत्रों में जाने को कहा गया है।
रूस में यूक्रेनी सेना की घुसपैठ ने पुतिन को हिलाकर रख दिया है। ऐसे में रूस के कई सीमावार्ती क्षेत्रों में हजारों लोग पलायन कर गए हैं। इस बीच जंग तेज होने पर रूसी रक्षा मंत्रालय की ओर से कई क्षेत्रों में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है। 10 हजार से अधिक यूक्रेनी सैनिकों के रूस में घुसने की आशंका है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने पहली बार इस बात को माना है कि यूक्रेनी सेना रूस के कुर्स्क क्षेत्र के भीतर ऑपरेशन चला रही है। यूक्रेन की सेना का दावा है कि करीब 1000 वर्ग किलोमीटर रूसी क्षेत्र पर उनका कब्जा है।
ढाई वर्षों के युद्ध के दौरान पहली बार यूक्रेन की सेना रूसी सीमा क्षेत्र में घुस गई है। रूस की राजधानी मॉस्को से महज 500 किलोमीटर की दूरी पर दोनों देशों की सेनाओं में 36 घंटे से भीषण युद्ध चल रहा है। इस दौरान रूस ने यूक्रेन के 100 सैनिकों को मार गिराने का दावा किया है।
जिस नाटो संगठन का सदस्य बनने के लिए यूक्रेन ने खुद को बर्बादी के बारूद पर रख दिया, अब वह उसका सदस्य नहीं बन पाएगा। यूक्रेन के सबसे बड़े मददगार अमेरिका ने ही कह दिया है कि रूस से युद्ध समाप्त होने के पहले यूक्रेन को इस संगठन का सदस्य नहीं बनाया जाएगा।
यूक्रेन युद्ध को लेकर पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को फिर बड़ी नसीहत दे डाली है। कीव में शिशु अस्पताल पर रूसी हमले में कई बच्चों की मौत होने पर पीएम मोदी ने गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि जब निर्दोष बच्चे मारे जाते हैं तो दिल दहल जाता है। इससे पहले उन्होंने कहा था-"यह युग युद्ध का नहीं है।"
रूस-यूक्रेन युद्ध में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल राष्ट्रपति पुतिन कब और किन परिस्थितियों में करेंगे, यह उन्होंने अब पूरी दुनिया को खुलकर बता दिया है। पुतिन ने कहा कि फिलहाल यूक्रेन युद्ध जीतने के लिए उन्हें परमाणु हथियार चलाने की जरूरत नहीं है, मगर पश्चिमी देश और नाटो यूक्रेन को अपने सैनिक देते हैं तो यह संभव है।
यूक्रेन ने रूस में ड्रोन हमला किया है जिसमें 2 बच्चों समेत 5 लोगों की मौत हो गई है। यूक्रेन ने यह हमला रूस-यूक्रेन सीमा पर गोरोडिशे गांव में किया था।