Highlights
- वास्तु से घर सजाने पर पॉजिटिव एनर्जी का वास होता है
- वास्तु शास्त्र में काले रंग का तत्व पानी है
- वास्तु दोषों को दूर करने से घर में सुख- समृद्धि आती है
Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में दिशाओं का खास महत्व होता है। अगर आप अपने घर को वास्तु के अनुसार सजाएंगे तो आपके अंदर पॉजिटिव एनर्जी का वास होगा। जिससे घर में मौजूद हर व्यक्ति सुखी और निरोग रहता है। इसके साथ ही घर में क्लेश भी कम होता है और मन शांत रहता है। वास्तु शास्त्र में रंगों का भी जिक्र है। यहां आज हम आपको बताने वाले हैं कि क्या घर की दक्षिण-पूर्व दिशा में काले रंग का इस्तेमाल किया जा सकता है अगर हां, तो इससे आपको क्या लाभ होगा।
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दक्षिण-पूर्व दिशा में काले रंग का इस्तेमाल
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, काले रंग का तत्व पानी है। पानी लकड़ी का पोषक है। दक्षिण-पूर्व दिशा में थोड़ी-बहुत मात्रा में काला रंग करवाने से दक्षिण-पूर्व से जुड़े तत्वों को मदद मिलेगी। अगर जीवन में व्यापार एकदम रुक गया हो, विकास हो ही ना रहा हो और बड़ी बेटी परेशान हो, आप के कमर या कुल्हे में कोई तकलीफ हो गई हो तो दक्षिण-पूर्व दिशा के एकदम निचले हिस्से में थोड़ा-सा काला रंग करवाने से चीजों में सुधार होने लगता है।
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वास्तु शास्त्र के अनुसार वास्तु दोषों को दूर करने के लिए घर के अंदर की सजावट बहुत बड़ी भूमिका निभाती है। घर के किस कोने में कौन सा कलर किया गया है, कौन सा सामान कहां रखा गया है इस बात से घर के भीतर मौजूद एनर्जी प्रभावित होती है इसलिए घर बनाते वक्त और उसे सजाते वक्त वास्तु शास्त्र को ध्यान में रखना चाहिए। इससे आपके घर में सुख- समृद्धि बनी रहगी। वास्तु के मुताबिक, घर के सदस्यों का मन पूजा-पाठ में ना लगता हो तो पूजा घर में पीले रंग के पर्दे लगाने से घर के सदस्यों के मन में भक्ति भावना पैदा होती है। वास्तु शास्त्र में पीला रंग ज्ञान, तपस्या, धैर्य और आध्यात्मिकता का प्रतीक माना गया है।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं)