जब भी घर बनता है तो वास्तु का विशेष ध्यान रखा जाता है, इससे हमें लाभ होता है। यदि घर बनाते वक्त वास्तु की सभी बातों का ध्यान रखा जाए तो आप कभी भी किसी भी चीज से परेशान नहीं होंगे। फिर वो आर्थिक स्थिति हो या मन को मिलने वाली शांति सभी चीजें सामान्य चलती हैं। दरअसल, वास्तु शास्त्र में घर की साज-सज्जा को लेकर कई नियम बताए गए हैं अगर इन नियमों का पालन आप करें तो आपको जीवन में आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है। घर में भी पॉजिटिविटी फैलती है। मशहूर ज्योतिष आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं वास्तु के अनुसार के घर के ईशान कोण में सीढ़ियां बनवानी चाहिए या नहीं।
वास्तु शास्त्र में कल हमने बात की थी घर के मध्य भाग में सीढ़ियां बनवाने के बारे में और आज हम बात करेंगे घर के ईशान कोण में सीढ़ियों के बारे में। ईशान कोण, यानी की घर की उत्तर-पूर्व दिशा। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की उत्तर-पूर्व दिशा या ईशान कोण में कभी भी सीढ़ियों का निर्माण नहीं करवाना चाहिए।
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घर के ईशान कोण में सीढ़ियों का निर्माण करवाने से कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके चलते आपकी संतान के विकास के रास्ते में रुकावटें आएंगी और शिक्षा संबंधित बाधाएं उसे तंग कर सकती है। पढ़ाई से उनका मन हटने लगेगा। इस कोण में सीढ़ियों का निर्माण करवाने से बिजनेस में नुकसान के साथ-साथ स्वास्थ्य में भी गिरावट आती है तथा गृह स्वामी के दिवालिया होने की संभावना भी लगातार बनी रहती है। वास्तु शास्त्र में कल हम बात करेंगे घर की पूर्व दिशा में सीढ़ियों के निर्माण के बारें में।