वास्तु शास्त्र में आज हम बात करेंगे पानी से भरे मिट्टी के घड़े की दिशा के बारे में। भले ही शहरों में आजकल पानी से भरे मिट्टी के घड़े, यानी मटके दिखने कम हो गए हों, लेकिन गांवों में आज भी घर में या किसी सार्वजनिक स्थान पर आपको पानी से भरा मिट्टी का घड़ा देखने को जरूर मिल जाएगा, जिसका पानी न केवल पीने में अच्छा लगता है, बल्कि स्वास्थ्य के लिये भी यह बहुत अच्छा माना जाता है। दरअसल यहां महत्वपूर्ण बात ये है कि सही दिशा में
रखा गया पानी से भरा मिट्टी का घड़ा वास्तु की दृष्टि से भी बहुत महत्व रखता है। यह न केवल संबंधित दिशा के वास्तु को सुधारने में मदद करता है, बल्कि घर में पॉजिटिविटी को भी बनाये रखता है।
मिट्टी का मटका रखने की सही दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर या कार्यालय में मिट्टी का घड़ा, यानी मटका रखने के लिये सबसे उचित दिशा है – उत्तर दिशा। दरअसल वास्तु के अनुसार पंच तत्वों- अग्नि, वायु, जल, पृथ्वी और आकाश में से उत्तर दिशा का संबंध जल तत्व से है। ऐसे में उत्तर दिशा में जल संबंधी चीजें रखने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इससे आपके ऊपर वरुण देव का आशीर्वाद बना रहता है। साथ ही आपको किसी तरह का भय नहीं सताता, यानी आपको किसी चीज़ से डर नहीं लगता है। उत्तर दिशा में जल संबंधी चीजें रखने से हमारे शरीर में सबसे ज्यादा लाभ हमारे कानों को मिलता है। इससे हमारी सुनने की क्षमता मजबूत रहती है। इससे आपके ऊपर वरुण देव का आशीर्वाद बना रहता है। साथ ही आपको किसी तरह का भय नहीं सताता, यानी आपको किसी चीज़ से डर नहीं लगता है।
परिवार में इसका सबसे ज्यादा लाभ परिवार के मंझले बेटे को मिलता है। अगर स्वास्थ्य के संदर्भ में बात करें, तो उत्तर दिशा में जल संबंधी चीजें रखने से हमारे शरीर में सबसे ज्यादा लाभ हमारे कानों को मिलता है। इससे हमारी सुनने की क्षमता मजबूत रहती है।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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