Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में आज हम बात करेंगे कर्ज से पूजा घर के संबंध के बारे में। वास्तु शास्त्र के अनुसार मंदिर का निर्माण ईशान कोण में करवाना सबसे अच्छा माना जाता है, लेकिन इस दिशा में मंदिर बनवाते समय एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि पूजा स्थल के नीचे पत्थर का स्लैब न लगवाएं। अन्यथा आप कर्ज के चंगुल में फंस सकते हैं। पत्थर की जगह आप लकड़ी की स्लैब या अलग से लकड़ी का पूरा मंदिर बनवा सकते हैं। परंतु ध्यान रहे कि लकड़ी का मंदिर बिल्कुल दीवार से सटा ना हो, दीवार से थोड़ा हटाकर ही मंदिर का निर्माण करवाएं। अगर आप उत्तर-पूर्व दिशा में लकड़ी के मंदिर का निर्माण करवा रहे हैं तो मंदिर के नीचे गोल पाए जरूर बनवाएं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में टूटे व दरार वाले बर्तनों को कभी भी जगह नहीं देनी चाहिए। ऐसे बर्तनों में खाना खाने से घर में दरिद्रता बढ़ती है जिससे कई बार कर्ज लेने तक की नौबत आ जाती है। इसलिए कभी भी टूटे या दरार वाले बर्तनों के अलावा टूटी हुई खाट का उपयोग भी नहीं करना चाहिए।
इसके अलावा कर्ज और अन्य प्रकार की परेशानियों से बचने के लिये उत्तर दिशा की तरफ अष्टकोणीय, यानि आठ कोनों वाला आईना लगाना चाहिए। घर में इस तरह का आईना लगाने से बहुत से शुभ फल मिलते हैं । इसलिए अष्टकोणीय आईना जरूर लगाएं।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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