Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में आज हम बात करेंगे स्टडी रूम में पानी की व्यवस्था के बारे में। पढ़ाई करते-करते बच्चा कई बार थक जाता है और उसे प्यास लग आती है। अतः स्टडी रूम में पानी की व्यवस्था भी जरूर करनी चाहिए और वैसे भी स्वास्थ्य की दृष्टि से कुछ-कुछ देर में पानी पीते रहना चाहिए। स्टडी रूम में पानी रखने से एक फायदा ये भी है कि इससे बार-बार बच्चे को उठकर कमरे के बाहर नहीं जाना पड़ता और उसका दिमाग एक जगह बना रहता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार स्टडी रूम में पानी की व्यवस्था के लिए उत्तर दिशा का चुनाव करना चाहिए। आप इस दिशा में पानी का कोई जग या बड़ा मयूर जग आदि रख सकते हैं। इससे आपके बच्चे को किसी प्रकार का भय आदि भी नहीं रहेगा।
स्टडी रूम में लगाएं ऐसे पोस्टर
कहते हैं आंखों के सामने जो दिखाई देता है, वहीं दिमाग में बार-बार घूमता रहता है और किसी चीज़ को याद करने का सबसे बेहतर तरीका है तस्वीरें। अगर आप एक ही तस्वीर को बार-बार देखेंगे तो आपको बहुत जल्दी उसमें दी हुई चीज़ें याद हो जाएगी। अतः बच्चों के स्टडी रूम में भी कुछ अच्छी तस्वीरें जरूर लगानी चाहिए। स्टडी रूम में बच्चों की पढ़ाई से रिलेटिड चार्टस, पॉजिटिव थॉट्स, सफल लोगों की तस्वीरें, उगते हुए सूरज की तस्वीर, दौड़ते हुए घोड़ों की तस्वीर, पेड़-पौधों या चहचहाते पक्षियों की तस्वीर लगानी चाहिए।
स्टडी रूम में किताबों की अलमारी कहां रखें
वास्तु शास्त्र के अनुसार स्टडी रूम में किताबों की अलमारी और पढ़ाई करते वक्त बच्चे के बैठने की सही दिशा भी जरूरी है। किताबों की अलमारी को रखने के लिए स्टडी रूम में पश्चिम दिशा का चुनाव करना चाहिए। अगर पश्चिम दिशा में ज्यादा स्पेस न हो तो पश्चिम से दक्षिण की तरफ वाली दिवार के पास रख सकते हैं। इसके अलावा पढ़ाई करते समय बच्चे का मुंह पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए। अगर पूर्व दिशा में व्यवस्था न हो तो आप उत्तर-पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके भी पढ़ सकते हैं। इससे बच्चे को चीज़ें आसानी से समझ में आती हैं।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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