घर का मेन गेट हमारे घर की पहचान होता है। हमारे घर में आने वाले परिचित-अपरिचित लोग घर के मुख्य दरवाजे से ही आते हैं। यह सिर्फ अंदर आने की जगह ही नहीं बल्कि ऊर्जा का भी रास्ता होता है। वास्तु शास्त्र में भी मेन गेट के वास्तु को बहुत महत्व दिया गया है। हालांकि कई बार घर का मेन गेट बनवाते समय वास्तु शास्त्र का ध्यान नहीं रखा जाता, जिसके चलते कुछ वास्तु दोष रह जाते हैं और अनचाही परेशानियां सामने आती रहती हैं।
ऐसे में वास्तु शास्त्र में आज आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए मेन गेट की दिशा के हिसाब से कुछ वास्तु दोषों के उपाय के बारे में। जो आपके घर से निगेटिविटी को दूर रखेंगे साथ ही आपके घर में केवल खुशहाली ही आएगी। आइए जानते हैं।
- अगर आपके घर का मेन गेट दक्षिण दिशा में बना हुआ है और उसमें कुछ वास्तु दोष हैं तो महरून, पेल यैलो या वर्मिलियन रेड, यानी आरेंज शेड वाले लाल रंग से गेट पर रंग करवाना चाहिए।
- यदि घर का मेन गेट उत्तर दिशा में हो तो गेट पर 6 रॉड वाली मेटल विंड चाइम लगाएं। विंड चाइम की आवाज से घर से निगेटिविटी दूर होती है।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का मेन गेट हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में ही बनवाना चाहिए। ऐसा करने से घर में सकारत्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।
- वास्तु के अनुसार घर के मेन गेट के ऊपर बंदनवार बांधना चाहिए। ये बेहद शुभ माना जाता है।
- यदि आपके घर के मेन गेट में कोई वास्तु दोष हो तो घर के आंगन में तुलसी का पेड़ लगाएं। ऐसा करने से सारे वास्तु दोष दूर हो जाते हैं।