Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में घर की दिशा को लेकर काफी नियम बताए गए हैं। अगर आपने इन नियमों को अनदेखा किया तो घर में वास्तु दोष पैदा हो जाते हैं। जिसकी वजह है आपको और आपके परिवार के लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यहां तक की कई बार आपको आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ सकता है। इसलिए वास्तु कहता है कि किसी भी चीज का निर्माण करते समय दिशाओं का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी होता है।
वास्तु में घर की उत्तर पूर्व दिशा काफी महत्वपूर्ण मानी गई है। इस दिशा को कुबेर की दिशा माना गया है। इस दिशा में किया गया गलत निर्माण आपकी आर्थिक स्थिति पर बुरा प्रभाव डालती हैं। ऐसे में आइए आज आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं वास्तु शास्त्र में उत्तर-पूर्व दिशा के दूषित होने से क्या होता है, साथ ही जानिए कि किन दोषों के चलते ऐसी स्थिति पैदा होती है।
उत्तर-पूर्व दिशा में न बनाएं स्टोर रूम
यदि आपने अपने घर की उत्तर-पूर्व दिशा में स्टोर रूम या भंडार ग्रह बनवा रखा है तो जान लीजिये कि वास्तु शास्त्र के अनुसार यह बिल्कुल गलत है। यह इस दिशा को दूषित करने का पहला कारण है। इस दिशा में स्टोर रूम का निर्माण करवाने से पिता–पुत्र के संबंधों में परेशानियां आती हैं और दोनों के बीच अविश्वास बढ़ता है। स्टोर रूम के अलावा इस दिशा में रसोई घर या शौचालय भी नहीं बनवाना चाहिए। इससे पूरे परिवार की सेहत पर विपरित असर पड़ता है।
उत्तर पूर्व दिशा में न रखें जूते-चप्पल
भूलकर भी घर की उत्तर पूर्व दिशा में न ही जूते-चप्पल रखने चाहिए और न ही जूते-चप्पल का स्थान बनाना चाहिए। इसके अलावा इस दिशा में गंदी चीजे या कूड़ादान भी नहीं रखना चाहिए। क्योंकि इस दिशा में गंदगी होने से यह दिशा दूषित हो जाती है, जिसके चलते आपके घर की आर्थिक स्थिति खराब होने लगती है।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जानेमाने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं)
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