Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में कई ऐसे नियमों के बारे में बताया गया है, जिनका यदि पालन किया जाए तो घर में सुख-समृद्धि आती है साथ ही परिवार के लोग तरक्की भी करने लगते हैं। वास्तु में घर में हर चीज को रखने के कुछ न कुछ नियम होते हैं। वास्तु कहता है कि अगर इन्हें सही दिशा या सही जगह पर न रखा जाए, तो इससे वास्तु दोष लग सकते हैं और ये वास्तु दोष घर में तनाव पैदा करता है। घर के वास्तु दोष होने से परिवार के बीच लड़ाई का कारण तो बनते ही है साथ ही पिता और पुत्र के रिश्तों में भी दरार पैदा करते हैं। अगर आप कुछ बातों का ध्यान रखते हैं तो पिता और बेटे के बीच के संबंधों को सुधारा जा सकता है। ऐसे में वास्तु शास्त्र में आज आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए वास्तु दोष के कारण पिता-पुत्र के बीच तनाव के बारे में।
कई बार घर में कुछ वास्तु दोष पिता-पुत्र के रिश्ते में अनबन का कारण बन जाते हैं। इसलिए आज हम आपको बता रहें कि कैसे आप उन वास्तु दोषों से छुटकारा पा सकते हैं और अपने रिश्ते में पहले जैसा प्यार वापस ला सकते हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार पिता-पुत्र के बीच तनाव का सबसे बड़ा कारण घर के उत्तरी-पूर्वी कोने का दूषित होना है। इस कोने में किसी भी प्रकार के वास्तु दोष होने के कारण ही पिता-पुत्र में झगड़े होते हैं। इसलिए इन सबसे छुटकारा पाने के लिए घर की उत्तर-पूर्व दिशा को हमेशा साफ-सुथरा रखना चाहिए। साथ ही इस दिशा में कभी भी कूड़ेदान नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से घर के सदस्यों के बीच आपस में मन-मुटाव होता है और सब एक-दूसरे से ईर्ष्या करने लगते हैं। अगर आप भी घर में पिता और पुत्र के बीच अच्छे संबंध बनाए रखना चाहते हैं, तो हमेशा घर की उत्तर-पूर्व दिशा को साफ रखें।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जानेमाने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं)
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