Highlights
- नवरात्रि में हर दिन अलग-अलग देवी की पूजा की जाती है
- भगवान शंकर को सफेद फूल प्रिय हैं
- माता दुर्गा को दूब, मदार, हरसिंगार, बेल और तगर न चढ़ाएं
Vastu Tips: सनातन धर्म में हर दिन के हिसाब से देवी-देवताओं की पूजा की जाती है। नवरात्रि (Navaratri 2022) में भी 9 दिनों में हर दिन अलग-अलग देवी की पूजा की जाती है। माता लक्ष्मी की कृपा परिवार के लोगों पर बनी रहे इसलिए देवी को प्रसन्न करने के लिए हर कोई वास्तु उपाय भी करता है। नवरात्रि के वास्तु शास्त्र में आज हम आपको बताएंगे देवता और फूलों के बारे में। देवता या देवियों के खास किस्म के लकी पैटर्न हैं और फूल, खुशूबू व रंग का मिलाजुला रूप और इनका सीधा संबंध घर के वास्तु शास्त्र से है।
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इसी बात को पहचानकर भारतीय मनीषियों ने तंत्रसार, मंत्र महोदधि और लघु हारित में बताया है कि श्री विष्णु को सफेद और पीले फूल प्रिय हैं। वहीं सूर्य, गणेश और भैरव को लाल फूल पसंद हैं, जबकि भगवान शंकर को सफेद फूल प्रिय हैं। लेकिन महत्वपूर्ण ये है कि किस एनर्जी पैटर्न को कौन-सा रंग या गंध फेवरेबल नहीं है।
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क्या नहीं करना चाहिए
- भगवान विष्णु को अक्षत, यानी चावल नहीं चढ़ाने चाहिए।
- भगवान विष्णु को मदार और धतूरे के फूल भी नहीं चढ़ाने चाहिए।
- माता दुर्गा को दूब, मदार, हरसिंगार, बेल और तगर न चढ़ाएं।
- माता दुर्गा को चम्पा और कमल को छोड़कर किसी भी फूल की कली नहीं चढ़ानी चाहिए।
- कटसरैय्या, नागचंपा और बृहति के पुष्प वर्जित माने गए हैं।
- देवी-देवता की पूजा में इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं)