Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में आज हम बात करेंगे घर की पूर्व दिशा में सीढ़ियों के निर्माण के बारे में। पूर्व दिशा में सूर्य़ भगवान दर्शन देते हैं। मंदिर बनवाने के लिए भी घर की पूर्व या उत्तर दिशा को ही चुना जाता है क्योंकि ये दिशाएं शुभ होती हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की पूर्व दिशा में सीढ़ियों का निर्माण कभी भी नहीं करवाना चाहिए। पूर्व दिशा में सीढ़ियों का निर्माण करवाने से घर की सुख-शांति पर उल्टा असर पड़ता है और घर के सदस्यों पर भी इसका असर पड़ता है।
वास्तु के मुताबिक, घर की पूर्व दिशा में सीढ़ियां बनवाने से परिवार के लोगों को मिलने वाले अच्छे अवसर भी धीरे-धीरे हाथ से फिसल जाते हैं। इसके अलावा पूर्व दिशा में सीढ़ियों का होना हृदय संबंधी समस्या का कारक बनती हैं। कभी भी सीढ़ियों के लिए उत्तर, पूर्व, आग्नेय या ईशान कोण का चुनाव नहीं करना चाहिए।
ईशान कोण में सीढ़ियां बनवाने से क्या होता है
ईशान कोण में सीढ़ियों का निर्माण करवाने से बिजनेस में नुकसान के साथ-साथ स्वास्थ्य में भी गिरावट आती है। इसके अलावा गृह स्वामी के दिवालिया होने की संभावना भी लगातार बनी रहती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, उत्तर-पूर्व दिशा या ईशान कोण में देवी देवताओं का वास होता है। ऐसे में इस दिशा से जुड़ी हर बात न काफी महत्वपूर्ण रखती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण, पश्चिम या फिर नैत्रत्य दिशा में सीढ़ियां बनवाना अच्छा रहता है।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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