Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में आज हम बात करेंगे पश्चिम दिशा के बारे में। वास्तु के अनुसार पश्चिम दिशा का तत्व धातु है। इस दिशा का संबंध हमारे हर्ष से है। अतः इस दिशा में वास्तु अनुसार सब चीजें ठीक होने पर हमारे हर्ष तत्व में बढ़ोतरी होती है। इस दिशा में सफेद रंग करवाने से या सफेद रंग की चीजें रखने से पश्चिम दिशा संबंधी तत्वों के बेहतर परिणाम प्राप्त होते हैं। वास्तु के मुताबिक, कि पश्चिम दिशा का संबंध घर की छोटी बेटी से होता है । अगर आप अपनी छोटी बेटी के कमरे की पश्चिम दिशा में धातु की कोई चीज़ रखेंगे, या सफेद रंग की कोई चीज़ रखेंगे, तो उसके हर्ष तत्व में निश्चय ही बढ़ोतरी होगी।
साथ ही घर का माहौल भी अच्छा बना रहेगा। इसके अलावा अगर आपकी छोटी बेटी घर के पश्चिम दिशा में पड़ने वाले नदी, तालाब या सरोवर के पास कुछ समय बिताएंगी, तो उसका पूरा दिन अच्छा बीतेगा। साथ ही आपको बता दूं कि शरीर में मुंह और हमारे चेहरे का संबंध भी पश्चिम दिशा से है। अतः इस दिशा का वास्तु दुरुस्त रखने से आपका मुंह और चेहरा दुरुस्त रहेंगे।
वास्तु के अनुसार दक्षिण दिशा का तत्व अग्नि है और अग्नि का सूचक लाल रंग है। अतः दक्षिण दिशा का संबंध लाल रंग से है। ग्रीष्म ऋतु से भी इस दिशा का संबंध है। ग्रीष्म ऋतु में अग्नि और लाल रंग दोनों ही सर्वाधिक समृद्धिशाली होते हैं। दक्षिण दिशा में लाल रंग करवाने से या लाल रंग की चीज़ें रखने से इस दिशा से संबंधित तत्वों के अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं। चूंकि इस दिशा का संबंध घर की मंझली कन्या से भी है। अतः दक्षिण दिशा में लाल रंग करवाने से, साथ ही अग्नि से संबंधित चीजें रखने से घर की मंझली कन्या को बड़ा फायदा मिलेगा।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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