वास्तु शास्त्र में कल हमने बात की थी कर्ज से बचने के लिए पानी की व्यवस्था और सीढ़ियों की दिशा के बारे में। आज हम बात करेंगे चमकीले फर्श के कर्ज से संबंध के बारे में। पर आज जो आचार्य इंदु प्रकाश आपको बताने वाले हैं उसे जान कर आपको हैरानी हो सकती है। ऐसा इसलिए कि हम सभी अपने घरों में साफ रखने और सुंदर दिखने की इच्छा रहती है। लेकिन, अगर हम कहें कि आपकी ये इच्छा, श्राप बन सकती है तो क्या भरोसा करेंगे। तो, आइए जानते हैं इसी बारे में।
चमचमाते घर में चमकीले फर्श को देख कर न हों खुश
आचार्य इंदु प्रकाश बताते हैं कि दक्षिण-पश्चिम, पश्चिम-उत्तर या मध्य भाग का फर्श या दर्पण चमकीला व अधिक गहराई दर्शाने वाला होता है, तो यह धन के विनाश का सूचक होता है। आपके घर में भी यदि ऐसी कोई स्थिति है तो उससे बचने के लिये फर्श पर मोटी दरी या कालीन आदि बिछाकर कर्ज के बोझ से बचा जा सकता है।
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दक्षिण-पश्चिम का फर्श ऊंचा होना चाहिए
इसके अलावा आचार्य इंदु प्रकाश बताते हैं कि दक्षिण-पश्चिम में फर्श पर उल्टा दर्पण रखने से फर्श ऊंचा उठा नजर आता है। जो कर्ज से मुक्ति दिलाने में मददगार हो सकता है।
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उत्तर या पूर्व दिशा की ओर भूलकर भी उल्टा दर्पण न लगाएं
लेकिन ध्यान रहे उत्तर या पूर्व दिशा की ओर भूलकर भी उल्टा दर्पण न लगाएं अन्यथा कर्ज पर कर्ज होते चले जाते हैं क्योंकि गलत दिशा में लगा दर्पण वास्तुदोष का कारक बनता है। कल हम बात करेंगे मुख्य द्वार के पास छोटे गेट के बारे में।