कुंडली में कुछ ग्रहों के खराब होने का असर आपकी जिंदगी में भी नजर आने लगता है। ऐसे में सबसे पहले आपको राहु केतु और शनि परेशान कर सकता है। आज हम राहु के खराब होने की बात करेंगे, जिसमें की इसके नीच होने से शारीरिक समेत कई मानसिक परेशानियां भी होने लगती हैं। इसके अलावा आपके स्वभाव में भी आप काफी परिवर्तन महसूस कर सकते हैं और ये आपकी पंसद और नापसंद को भी बदल सकता है। तो, आइए जानते हैं कुंडली में राहु की दशा नीच की होने पर दिखने वाले लक्षण (rahu ki dasha ke lakshan in hindi)
राहु की दशा के लक्षण-Rahu ki dasha ke lakshan
1. हो सकती हैं ये बीमारियां
राहु की दशा लगने पर आपके शरीर में कई लक्षण नजर आ सकते हैं। जैसे कि नाखून का टूटना, कब्ज, गठिया, हृदय रोग, त्वचा रोग और हड्डियों से जुड़ी समस्याएं रहना। खास बात यह होती है कि इस दौरान होने वाली बीमारियां रह-रह कर परेशान करने वाली होती हैं और इसका पकड़ में आना कई बार मुश्किल होता है।
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2. मानसिक भ्रम और बेचैनी
मानसिक भ्रम और बेचैनी राहु के कारण पैदा होती है। दरअसल, राहु सिर्फ सिर है और केतु उसका शरीर। इस वजह से राहु का स्वरूप पूरा नहीं है और ये भ्रम जैसा रहता है। इसलिए इसकी दशा होने पर मानसिक भ्रम और बेचैनी बढ़ जाती है और आपको ज्यादा बुरे सपने आ सकते हैं।
3. शराब और नशे की ओर आकर्षण
शराब और नशे की ओर आकर्षण राहु के कारण हो सकता है। दरअसल, राहु एक राक्षस जिसने अमृत का एक बूंद पी लिया और भगवान विष्णु ने उसका सिर काट दिया। ये उस दौरान हुआ जब वो मोहिनी रूप में दैत्यों और देवों को मदिरापान करवा रहे थे। ऐसे में राहु भी मदिरापान कर रहा था इसलिए इस दशा वाले लोग शराब और नशे के शिकार होने लगते हैं।
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4. छोटी छोटी बातों पर बहुत गुस्सा और अकेले में बड़बड़ाना
छोटी छोटी बातों पर बहुत गुस्सा करना और अकेले में बड़बड़ाना खराब राहु के लक्षण हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में आपको इन लक्षणों की तुंरत पहचान करने की चाहिए और खुद को शांत करने की कोशिश करनी चाहिए।
राहु दोष दूर करने के लिए क्या करना चाहिए-Rahu ki dasha ke liye kya karna chahie?
राहु दोष में सबसे पहले पीपल के पेड़ के नीचे दिया जलाएं। दूसरा गणेश जी की पूजा करें। इसके अलावा राहु दोष निवारण मंत्र का जाप करें, जो कि है-ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम: ।