Vastu Tips: लोग घर बनवाते समय एक-एक चीज का ध्यान रखते हैं। कमरे से लेकर हॉल, किचन और पूजा घर तक में एक-एक चीज बड़े ही ध्यान और नियम के मुताबिक लगाते हैं। लेकिन बाथरूम बनवाते समय वहां की चीजों पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं। आपको बता दें कि बाथरूम के टाइल्स का रंग हमारे जीवन को अलग-अलग तरह से प्रभावित कर सकता है। वास्तु शास्त्र में बाथरूम टाइल्स को लेकर कई नियम बताए गए हैं। तो आज हम आपको बताएंगे कि आपके बाथरूम के लिए किस रंग की टाइल्स बेहतर रहेगी।
बाथरूम के लिए इन रंगों का करें चुनाव
वास्तु शास्त्र के अनुसार, बाथरूम की टाइल्स हमेशा लाइट कलर का रखें। इसके अलावा सफेद, आसमानी या नीला रंग का भी उपयोग कर सकते हैं। ये रंग बाथरूम में सकारत्मक ऊर्जा लाती है। वहीं बाथरूम की दीवारों की बात करें इसके लिए सफेद, गुलाबी, हल्का पीला या हल्का आसमानी रंग का चुनाव करें। ये सभी रंग शुभता का प्रतीक होते हैं। वास्तु के मुताबिक, सफेद, आसमानी या नीला रंग वास्तु दोष को दूर करते हैं।
इन रंगों की टाइल्स बिल्कुल न लगाएं
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, बाथरूम की टाइल्स के लिए काले, लाल और गहरे रंग का चुनाव कभी भी न करें। गहरे रंग आपके घर में नकारात्मकता ला सकता है। तो भूलकर भी बाथरूम के टाइल्स के लिए इन रंगों का चुनाव न करें।
बाथरूम बनवाते समय इन बातों का रखें ध्यान
- वास्तु शास्त्र के अनुसार बाथरूम और टॉयलेट को एक साथ अटैच करके नहीं बनवाना चाहिए और खासकर की कमरे के अंदर तो बिलकुल भी नहीं।
- वास्तु के हिसाब से बाथरूम में नीले रंग की बाल्टी रखें। वास्तु के अनुसार यह शुभ भाग्य का वाहक है। इससे घर में खुशियां आती हैं।
- बाथरूम का दरवाजा लकड़ी का है तो उसे हमेशा बंद रखें। इससे घर में नकरात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती है।
वहीं नल बाथरूम में नल टपकने की समस्या है तो तुंरत उसे ठीक करवा लें। वरना इससे आपको पैसों का नुकसान हो सकता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इंडिया टीवी इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)