Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में आज हम बात करेंगे घर में उपयोग होने वाले पानी के नल, शावर, वॉश बेसिन और गीजर को सही दिशा में लगाने के बारे में। पानी या फिर जल से जुड़ी ये सभी वस्तुऐं हमारी दिनचर्या में अहम भूमिका निभाती हैं इसलिए ये अगर सही दिशा में न लगी हो तो ये नकारात्मक प्रभाव भी डाल सकती हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार पानी के नल को और शावर को घर की उत्तर पूर्व दिशा में लगाना चाहिए। वॉश बेसिन को भी उत्तर या फिर ईशान कोण पर होना चाहिए। वहीं गीजर को घर के आग्नेय कोण पर होना चाहिए। नहाने के लिए उपयोग में आने वाला बाथ टब भी आप उत्तर या ईशान कोण में रख सकते हैं। साथ ही घर से पानी के निकासी की व्यवस्था उत्तर दिशा में करवानी चाहिए। इन सब के साथ-साथ एक महत्वपूर्ण बात का ध्यान रखना चाहिए कि पानी के नल और शावर को उपयोग करने के बाद सही ढंग से बंद कर देना चाहिए। क्योंकि अगर इससे पानी टपकता है तो घर में धन संबंधी दिक्कतें आती हैं और कई तरह की समस्याएं लगी रहती हैं।
वास्तु के मुताबिक, पानी के नल को और शावर को घर की उत्तर पूर्व दिशा में लगाना चाहिए। वॉश बेसिन को भी उत्तर या फिर ईशान कोण पर होना चाहिए। वहीं गीजर को घर के आग्नेय कोण पर होना चाहिए। नहाने के लिए उपयोग में आने वाला बाथ टब भी आप उत्तर या ईशान कोण में रख सकते हैं। साथ ही घर से पानी के निकासी की व्यवस्था उत्तर दिशा में करवानी चाहिए। इन सब के साथ-साथ एक महत्वपूर्ण बात का ध्यान रखना चाहिए कि पानी के नल और शावर को उपयोग करने के बाद सही ढंग से बंद कर देना चाहिए, क्योंकि अगर इससे पानी टपकता है तो घर में धन संबंधी दिक्कतें आती हैं और कई तरह की समस्यायें लगी रहती हैं।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, इलेक्ट्रॉनिक, यानी बिजली से जुड़े सामान या गर्मी उत्पन्न करने वाले उपकरणों को कभी भी उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं रखना चाहिए। इस स्थिति को जितना हो सके, अवॉयड करना चाहिए। अन्यथा ऐसा करने से रिश्तों में अनबन की स्थिति आती है। कोई भी एक-दूसरे की बात को ज्यादा तवज्जों नहीं देते हैं।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)