Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में आज हम बात करेंगे काटने के बाद पेड़ के गिरने की दिशा से मिलने वाले फलों के बारे में। पेड़ को काटते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि पेड़ कटने के बाद किस दिशा में गिरेगा, क्योंकि अलग-अलग दिशाओं में पेड़ के कटकर गिरने से अलग-अलग शुभ-अशुभ फलों की प्राप्ति होती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर पेड़ कटकर गिरने के बाद पूर्व दिशा में गिरे तो धन-धान्य की वृद्धि होती है। अगर आग्नेय कोण, यानि दक्षिण-पूर्व दिशा में गिरे तो अग्नि का भय होता है। दक्षिण दिशा में गिरे तो कई तरह की परेशानी आ सकती है। नैऋत्य कोण, यानि दक्षिण-पश्चिम दिशा में गिरे तो परिवार में कलह होती है। पश्चिम दिशा में गिरे तो चोर का भय होता है।
उत्तर दिशा में गिरे तो धन का आगमन होता है और ईशान कोण, यानि उत्तर-पूर्व दिशा में वृक्ष गिरे तो वह अत्यंत श्रेष्ठ फल देने वाला होता है। वास्तु शास्त्र में ये थी चर्चा काटने के बाद पेड़ के गिरने की दिशा से मिलने वाले फलों के बारे में।
किसी भी वृक्ष को काटे जाने के लिये मृगशिरा, पुनर्वसु, अनुराधा, हस्त, मूल, उत्तराफाल्गुनी, उत्तराषाढ़ा, उत्तराभाद्रपद, स्वाति और श्रवण नक्षत्र शुभ होते हैं। इन्हीं नक्षत्रों में से किसी भी एक नक्षत्र में पेड़ काटे जा सकते हैं। किसी भी पेड़ को काटने से पहले उसकी विधि-पूर्वक पूजा जरूर करनी चाहिए।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)