Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में आज हम बात करेंगे स्टडी रूम यानि की अध्ययन कक्ष के रंग के बारें में। स्टडी रूम वह जगह होती है जहां हम शांति से, बिना किसी शोर-शराबे और दखल के आराम से अध्ययन कर सकते हैं और इन सब चीजों के लिए स्टडी रूम का वातावरण अच्छा और शांतमय होना बेहद जरूरी है। स्टडी रूम को पढ़ने लायक बनाने में रंगों का भी जरूरी रोल होता है। अध्ययन कक्ष के लिए हल्के रंगों का प्रयोग करना बेहतर होता है। अध्ययन कक्ष के लिए क्रीम कलर, हल्का जामुनी, हल्का हरा, आसमानी, पीला, बादामी या भूरा रंग का चयन करना चाहिए। क्योंकि, हल्का रंग वास्तु की दृष्टि से शुभ माना जाता है और खासकर पीला रंग। यह रंग बच्चों की अध्ययन क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, बच्चों के स्टडी रूम में भी कुछ अच्छी तस्वीरें जरूर लगानी चाहिए। स्टडी रूम में बच्चों की पढ़ाई से रिलेटिड चार्टस, पॉजिटिव थॉट्स, सफल लोगों की तस्वीरें, उगते हुए सूरज की तस्वीर, दौड़ते हुए घोड़ों की तस्वीर, पेड़-पौधों या चहचहाते पक्षियों की तस्वीर लगानी चाहिए।
वास्तु के मुताबिक, स्टडी रूम में किताबों की अलमारी और पढ़ाई करते वक्त बच्चे के बैठने की सही दिशा भी जरूरी है। किताबों की अलमारी को रखने के लिए स्टडी रूम में पश्चिम दिशा का चुनाव करना चाहिए। अगर पश्चिम दिशा में ज्यादा स्पेस न हो तो पश्चिम से दक्षिण की तरफ वाली दिवार के पास रख सकते हैं। इसके अलावा पढ़ाई करते समय बच्चे का मुंह पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए। अगर पूर्व दिशा में व्यवस्था न हो तो आप उत्तर-पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके भी पढ़ सकते हैं। इससे बच्चे को चीजें आसानी से समझ में आती हैं।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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