Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में आज आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए दक्षिण दिशा के बारे में। वास्तु के अनुसार दक्षिण दिशा का तत्व अग्नि है और अग्नि का सूचक लाल रंग है। अतः दक्षिण दिशा का संबंध लाल रंग से है। ग्रीष्म ऋतु से भी इस दिशा का संबंध है। ग्रीष्म ऋतु में अग्नि और लाल रंग दोनों ही सर्वाधिक समृद्धिशाली होते हैं। दक्षिण दिशा में लाल रंग करवाने से या लाल रंग की चीजें रखने से इस दिशा से संबंधित तत्वों के अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं।
चूंकि इस दिशा का संबंध घर की मंझली कन्या से भी है। अतः दक्षिण दिशा में लाल रंग करवाने से,साथ ही अग्नि से संबंधित चीजें रखने से घर की मंझली कन्या को बड़ा फायदा मिलेगा। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार, शरीर में इस दिशा का संबंध आंखों से है। अतः अगर आपको आंखों से संबंधित कोई समस्या बार-बार होती है,तो आपको दक्षिण दिशा का वास्तु जरूर दिखवाना चाहिए और उसके अनुसार सुधार करने चाहिए।
घर की दक्षिण दिशा में न रखें ये 5 चीजें
1. मशीनें
इलेक्ट्रॉनिक सामान और मशीनों को कभी भी घर की दक्षिण दिशा में नहीं रखना चाहिए। इससे घर-परिवार के बीच रिश्तों में दूरियां आने लगती हैं।
2. पूजा घर
मंदिर को हमेशा उत्तर पूर्व दिशा में ही रखना चाहिए। भूलकर भी घर के मंदिर को दक्षिण दिशा में ना रखें। इससे पूजा का फल नहीं मिलेगा और साथ ही आपकी मनोकामनाएं भी पूरी नहीं हो पाएंगी।
3. बेडरूम
बेडरूम में दांपत्य जीवन को सही और खुशहाल बनाना है तो बेडरूम को दक्षिण दिशा में नहीं होना चाहिए। इतना ही नहीं वास्तु के अनुसार बेडरूम का बिस्तर भी दक्षिण दिशा की तरफ नहीं होना चाहिए। इससे पति-पत्नी के बीच रिश्ते खराब होते हैं और अनिद्रा की समस्या हो सकती है।
4. जूते-चप्पल
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की दक्षिण दिशा में जूते चप्पल या शू रैक नहीं रखना चाहिए। इससे पितरों का अपमान होता है। साथ ही घर में छोटी-छोटी बातों पर कलह होती है और घर की की सुख-शांति बिगड़ सकती है।
5. तुलसी का पौधा
घर में तुलसी का पौधा है तो उसे दक्षिण दिशा में ना रखें। यह पितरों की दिशा होती है और तुलसी का पौधा यहां पर लगाने से आपको फायदे की बजाय नुकसान होने की संभावना ज्यादा रहेगी।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)