Year Ender 2023: शनि ग्रह को ज्योतिष शास्त्र में कर्मफल दाता कहा गया है। व्यक्ति जैसा कर्म करता है उसी के अनुसार यह उसे फल देते हैं। शनि ग्रह की बात करें तो ज्योतिष में इन्हें सबसे क्रूर ग्रह माना जाता है। शनि ग्रह के प्रकोप से अच्छे-अच्छे कांप उठते हैं। वहीं समय-समय पर यह करवट भी लेते रहते हैं।
बात करें इस ग्रह से जुड़ी खूबियों के बारे में तो यह पंच माहापुरुष में से शश योग का निर्माण करते हैं। यह ग्रह सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना गया है। यह एक राशि से दूसरी राशि में जब गोचर करते हैं तो पूरे ढाई वर्ष का समय लेते हैं। बाकी अन्य ग्रह ढाई वर्ष की कम अवधि में ही राशि परिवर्तन कर लेते हैं। आइए जानते हैं साल 2023 में शनि देव ने कब गोचर किया और कब-कब अपनी चाल बदली।
साल 2023 में शनि का गोचर
साल 2023 में शनि ग्रह ने 17 जनवरी 2023 दिन मंगलवार को कुंभ राशि में गोचर किया था। वहीं शनि ग्रह ने पिछले साल 2022 में मकर राशि में गोचर किया था। उनका यह गोचर 12 जुलाई 2022 को सुबह 10 बजकर 28 मिनट पर हुआ था। शनि जब मकर या कुंभ राशि में प्रवेश करते हैं तो शश योग का निर्माण करते हैं।
साल 2023 में शनि कितनी बार हुए अस्त और उदय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब कोई भी ग्रह सूर्य के निकट आता है तो वह उनके ताप से अपना प्रभाव खो बैठता है और सूर्य के निकट आते ही अस्त हो जाता है। इस बार साल 2023 में शनि ग्रह 30 जनवरी 2023 को सूर्य की वजह से एक बार अस्त हुए थे। वहीं 6 मार्च 2023 को शनि फिर से उदय हो गए और अपने पूरे प्रभाव में फिर से आ चुके थे।
साल 2023 में शनि देव कितनी बार हुए मार्गी और वक्री
कोई भी ग्रह जब उलटी चाल चलता है तो वह व्रकी माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह व्रकी चाल कहलाई जाती है। वहीं ग्रहों का सीधी दिशा में चलना मार्गी कहलाता है। साल 2023 में शनि 17 जुलाई 2023 को वक्री हुए थे और अपनी उलटी चाल चलना शुरू कर दी थी। इसके बाद हाल ही में शनि देव नवंबर के महीने में मार्गी हुए हैं। शनि 4 नवंबर 2023 को मार्गी हुए और उन्होंने अपनी सीधी चाल इस दिन से चलना शुरू कर दिया। शनि कुंभ राशि में रहते हुए ही साल 2023 में मार्गी और वक्री हुए हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
ये भी पढ़ें-