Shukra Gochar 2024: आज सुबह 6 बजे शुक्र वृश्चिक राशि में प्रवेश कर चुके हैं। 6 नवंबर की देर रात 3 बजकर 31 मिनट तक शुक्र वृश्चिक राशि में ही गोचर करते रहेंगे, उसके बाद धनु राशि में प्रवेश कर जाएंगे। शुक्र एक स्त्री ग्रह है। यूनानी ज्योतिष के अनुसार शनि, बुध व केतु इसके मित्र हैं, जबकि सूर्य, चंद्र व राहु इसके शत्रु हैं और मंगल व गुरु इसके लिए सम हैं। मीन राशि में शुक्र उच्च का और कन्या राशि में यह नीच का होता है। वहीं पहले, छठे और नवें भाव को छोड़कर अन्य भावों में यह शुभ फल देने वाला होता है। शुक्र के वृश्चिक राशि में इस गोचर का विभिन्न राशियों पर असर होगा, तो किस राशि पर इसके क्या प्रभाव होंगे और इसके लिए क्या उपाय करने चाहिए जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
1. मेष राशि
शुक्र आपके आठवें स्थान पर गोचर किये है। जन्मपत्रिका के आठवें स्थान का संबंध हमारे आयु से है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपकी सेहत बहुत ही अच्छी रहेगी। आप शारीरिक और मानसिक, दोनों तरह से अपने आपको फिट महसूस करेंगे। आपकी कही हर बात पत्थर की लकीर होगी। लिहाजा शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए मंदिर में सिर झुकाएं। साथ ही इस दौरान किसी की दान की हुई वस्तु न लें।
2. वृष राशि
शुक्र आपके सातवें स्थान पर गोचर किये है। जन्मपत्रिका के सातवें स्थान का संबंध हमारे जीवनसाथी से है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से जीवनसाथी के साथ रिश्तों में कुछ अनबन हो सकती है। संतान के लिए भी शुक्र का यह गोचर अधिक फलदायी नहीं होगा। इस दौरान आपको अपनी धन- संपत्ति संभालकर रखनी चाहिए। खासकर कि अपनी पैतृक संपत्ति की आपको देखभाल करनी चाहिए। लिहाजा शुक्र के अशुभ फलों से बचने के लिए शुक्रवार के दिन गन्दे नाले में नीला फूल डालें।
3. मिथुन राशि
शुक्र आपके छठे स्थान पर गोचर किये है। जन्मपत्रिका के छठे स्थान का संबंध हमारे मित्र, शत्रु और स्वास्थ्य से है। शुक्र के इस गोचर से आपका समय बहुत अच्छा बीतेगा। आपको उत्तम फलों की प्राप्ति होगी।
आपको सांसारिक सुख का लाभ मिलेगा। 6 नवंबर तक आपको अपने कार्य़ों में अपने मित्रों का भी पूरा सहयोग प्राप्त होगा। वे आपकी हर संभव मदद के लिए हर समय तैयार खड़े होंगे। अतः शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए घर की महिला हर वक्त अपने पैरों में कुछ न कुछ पहने रहे, वो जमीन पर नंगे पैर न चले।
4. कर्क राशि
शुक्र आपके पांचवें स्थान पर गोचर किये है। जन्मपत्रिका के पांचवे स्थान का संबंध हमारे संतान, बुद्धि, विवेक और रोमांस से है। शुक्र के इस गोचर से आपकी जीवनशैली में सुधार आयेगा। आपकी लव लाइफ या आपके दांपत्य रिश्ते अच्छे बने रहेंगे। आपको सुख की प्राप्ति के लिए अधिक भटकना नहीं पड़ेगा। इस बीच आपकी बौद्धिक क्षमता भी ठीक रहेगी। हालांकि गुरु से आपको अपने रिश्ते को बेहतर बनाने के लिए थोड़ी मेहनत करते रहनी होगी। शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए अपनी माता की सेवा करें। साथ ही मंदिर में दही आदि का दान करते रहें।
5. सिंह राशि
शुक्र आपके चौथे स्थान पर गोचर किये है। जन्मपत्रिका के चौथे स्थान का संबंध हमारे भवन, भूमि, वाहन और माता से है। शुक्र के इस गोचर से आपको भूमि, भवन और वाहन का सुख प्राप्त होगा, लेकिन काम के प्रति आपको अपनी मेहनत जारी रखनी होगी। मेहनत करने से ही आपको इन सब चीजों का उचित सुख प्राप्त होगा। अतः शुक्र के शुभ प्रभाव बनाये रखने के लिए आडू की गुठली में काला सुरमा भरकर जमीन में दबाएं।
6. कन्या राशि
शुक्र आपके तीसरे स्थान पर गोचर किये है। जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान का संबंध हमारे पराक्रम, भाईबहन और यश से है। शुक्र के इस गोचर से आपको अपने भाईबहनों का पूरा सहयोग मिलेगा। मातापिता से भी सुख की प्राप्ति होगी। अगर इस दौरान आप किसी धार्मिक स्थल की यात्रा पर जाएंगे तो आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी। अतः शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए घर की महिलाओं का सम्मान करें। साथ ही मंदिर में कपूर जलाएं।
7. तुला राशि
शुक्र आपके दूसरे स्थान पर गोचर किये है। जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान का संबंध हमारे धन और स्वभाव से है। शुक्र के इस गोचर से आपको धन लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। ध्यान दें कि कोई अवसर हाथ से न
निकल जाये। इस दौरान उन लोगों को अधिक फायदा मिलेगा, जो किसी न किसी रूप में पशुपालन या कच्ची मिट्टी के काम से जुड़े हुए हैं। संतान पक्ष से भी कुछ लाभ की स्थिति बन सकती है। अतः शुक्र के गोचर के शुभ फल बनाये रखने के लिए दो सौ ग्राम गाय का घी मंदिर में दान करें।
8. वृश्चिक राशि
शुक्र आपके पहले स्थान, यानि लग्न स्थान पर गोचर किये है। जन्मपत्रिका में लग्न यानि पहले स्थान का संबंध हमारे शरीर और मुख से है| शुक्र के इस गोचर से आपकी स्थिति हर तरह से ठीक रहेगी। आपको
परिस्थितियों का उचित लाभ प्राप्त होगा। साथ ही अगर आपकी शादी अभी तक नहीं हुई है, तो जल्द ही आपके लिए अच्छे रिश्ते आने भी शुरू होंगे। लिहाजा शुक्र की अशुभ स्थिति से बचने के लिए
स्नान के समय अपने पानी में थोड़ासा दही डालकर नहाएं।
9. धनु राशि
शुक्र आपके बारहवें स्थान पर गोचर किये है। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का संबंध आपके व्यय और शय्या सुख से है। शुक्र के इस गोचर से आपको अधिक शुभ फलों की प्राप्ति नहीं होगी। शैय्या सुख पाने के लिए भी कोशिशें जारी रखनी होंगी। साथ ही इस बीच आपको अपने स्वास्थ्य का ख्याल भी रखना चाहिए। इसके अलावा आपको अपने व्यर्थ के खर्चों पर रोक लगाकर रखनी चाहिए। अतः शुक्र के अशुभ फलों से बचने के लिए घर की महिला अपने हाथों से घर की थोड़ीसी धूल ले जाकर कहीं विराने में दबाएं।
10. मकर राशि
शुक्र आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर किये है। जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान का संबंध हमारे आय और इच्छाओं की पूर्ति से होता है। शुक्र के इस गोचर से आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी होगी। आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी और आपकी जो भी इच्छाएं हैं, वो इस बीच पूरी हो जाएंगी। इसके अलावा आपके बचपन की यादें फिर से ताजा होंगी। अतः शुक्र के इन शुभ फलों को सुनिश्चित करने के लिए चमेली के तेल का दान करें। साथ ही गाय की सेवा करें।
11. कुंभ राशि
शुक्र आपके दसवें स्थान पर गोचर किये है। जन्मपत्रिका के दसवें स्थान का संबंध हमारे करियर, राज्य और पिता से होता है। शुक्र के इस गोचर से आपको अपने करियर में सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। आपकी मेहनत से ही आपके पिता के करियर की सफलता भी सुनिश्चित होगी। इसके अलावा 6 नवंबर तक आपको अपने जीवनसाथी की आंखों का खास ख्याल रखना चाहिए। साथ ही शुक्र के अशुभ फलों से बचने के लिए शुक्रवार के दिन मंदिर में दही से बनी चीजों या दही का दान करें।
12. मीन राशि
शुक्र आपके नवें स्थान पर गोचर किये है। जन्मपत्रिका के नौवें स्थान का संबंध हमारे भाग्य से होता है। अतः शुक्र के इस गोचर से आपके भाग्य में बढ़ोतरी होगी। आपको अपनी किस्मत का पूरापूरा साथ मिलेगा। इस दौरान आपके अधूरे पड़े काम पूरे होंगे। आपकी बौद्धिक क्षमता में बढ़ोतरी होगी। अगर इस बीच किसी धार्मिक स्थल की यात्रा पर जाएंगे, तो आपके लिए शुभफलदायी होगा। लिहाजा शुक्र के अशुभ फलों से बचने के लिए घर के अंदर कच्ची जमीन में और अगर घर में कच्ची जगह न हो तो घर के बाहर कच्ची जगह पर जमीन में थोड़ासा शहद दबाएं।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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