शुक्र ग्रह 25 अगस्त को सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में गोचर कर जाएंगे। केतु ग्रह पहले से ही कन्या राशि में विराजमान हैं, ऐसे में शुक्र के गोचर के बाद शुक्र-केतु की युति कन्या राशि में होगी। केतु जहां अशुभ ग्रह माना जाता है, वहीं शुक्र एक शुभ ग्रह है। इन दोनों की युति का किन राशियों के जीवन में नकारात्मक परिवर्तन आ सकते हैं, और किन उपायों को करने से आपको लाभ होगा आइए जान लेते हैं।
मेष राशि
आपकी राशि से छठे भाव में शुक्र और केतु की युति होगी। इसके चलते आपके शत्रु काफी सक्रिय हो सकते हैं और आपका काम बिगाड़ सकते हैं। इस दौरान आप संशय की स्थिति में होंगे, फैसले लेने में परेशानियां आपको आ सकती हैं। पैसों के निवेश को लेकर आप दुविधा की स्थिति में हो सकते हैं, संचित धन को खर्च करने से इस दौरान आपको बचना होगा। अगर कोई बड़ा फैसला लेने वाले हैं तो बड़े-बुजुर्गों की सलाह आपके काम आ सकती है। इस राशि वालों को उपाय के तौर पर प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।
तुला राशि
शुक्र आपकी ही राशि के स्वामी हैं और केतु के साथ आपके द्वादश भाव में शुक्र-केतु की युति होगी। यह अवधि आपके लिए भ्रामक सिद्ध हो सकती है, सितंबर के मध्य तक आपके कई कार्य भी अटक सकते हैं। आप के मन-मस्तिष्क में कई बुरे ख्याल इस दौरान आ सकते हैं। इसके साथ ही बेवजह की चीजों पर आपका पैसा भी खर्च हो सकता है। सेहत के प्रति लापरवाही बरतना आपके लिए घातक साबित होगा। इस दौरान उपाय के तौर पर आपको योग-ध्यान और शिव मंत्रों का जप करना चाहिए।
धनु राशि
इस राशि के लोगों को कार्यक्षेत्र में बहुत सावधानीपूर्वक रहना होगा। आपकी बातों का गलत मतलब निकाला जा सकता है। अगर आपका कोई मामला कोर्ट कचहरी में चल रहा है तो उसकी वजह से इस दौरान धन हानि होने की संभावना है। सही रोडमैप बनाकर अगर आप आगे बढ़ते हैं तो जीवन की कई मुश्किलें आसान
कुंभ राशि
इस राशि के लोग कर्ज न चुकाने के कारण इस समय परेशान हो सकते हैं। लेनदार आपको परेशान करेंगे, इस अवधि में अगर आप आवश्यकता से अधिक खर्च करेंगे तो आपके लिए नुकसानदायक सिद्ध होगा। सही बजट बनाने का प्रयास करें। आलस्य कुंभ राशि के लोगों पर हावी हो सकता है और इसके चलते कुछ मानसिक समस्याएं भी इनको आ सकती हैं। माता-पिता के स्वास्थ्य का ख्याल भी आपको इस दौरान रखना होगा। उपाय के रूप में इस राशि वालों को हुनमान चालीसा का पाठ इस अवधि में करना चाहिए।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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