
राशिचक्र की 3 ऐसी राशियां हैं जिन्हें अपने वादे का पक्का और जी-तोड़ मेहनत वाला माना जाता है। एक बार इन राशियों के जातक को ठान लेते हैं उन्हें ये हर हाल में पाने तक नहीं रुकते। इन राशियों के लोग अक्सर दुनिया से दूरी बनाकर रखते हैं और खुद के सहारे रहते हैं। इस कारण ये सफलता प्राप्त करने तक नहीं थकते क्योंकि इन्हें किसी के सहारे की उम्मीद नहीं रहती। आइए जानते हैं कि कौन हैं ये तीन राशियां...
कौन-सी हैं ये तीनों राशियां?
पृथ्वी तत्व की 3 राशियों के नाम वृषभ, कन्या और मकर हैं। ये तीनों ही राशियां बेहद कर्मठ और मेहनती मानी जाती है। अक्सर देखा जाता है कि इन राशियों के जातकों कोई भी जो काम मिल जाता है, उससे ये फायदा हासिल कर ही लेते हैं, उसी में इनका मन लग जाता है। ये राशियां रिश्तों को लेकर बेहद संजीदा होती हैं और अपना हर रिश्ता ईमानदारी से निभाती हैं। पर इनकी अच्छाई का लोग अक्सर फायदा भी उठा लेते हैं। ये राशियां जमीन से जुड़ी होती हैं इसलिए इनसे हर कोई दोस्ती करना चाहता है। आइए अब इन तीनों राशियों के गुण के बारे में जानते हैं।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों को परफेक्शनिस्ट माना जाता है। हर काम को ये बेहद सलीके से करना पसंद करते हैं। यही गुण इन्हें हर दिशा में आगे भी मदद करता है लेकिन कई बार पारिवारिक माहौल में इनका यही व्यवहार समस्या बन सकता है। ये लोगों को अपने हिसाब से चलाना बंद कर दें तो इनकी स्थितियां सुधर सकती हैं। हालांकि करियर के क्षेत्र में ये काफी ऊचांई तक पहुंच सकते हैं।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के स्वामी ग्रह शुक्र हैं इसलिए इनमें कलात्मक गुण देखने को मिलते हैं, लेकिन अगर ये किसी क्षेत्र में एक बार चले गए तो फिर उसी के बनकर रह जाते हैं। हालांकि सोशल लाइफ पर इन्हें अच्छे रिजल्ट मिल सकते हैं। कम बोलने और ज्यादा सुनने का गुण इन्हें आदर्श बनाता है। अक्सर इस राशि के लोगों में ये खूबी भी देखी जाती है कि सबसे दूर रहकर भी ये अपने में ही मस्त रहते हैं।
मकर राशि
मकर राशि के जातक बेहद ही शालीन होते हैं। अगर बात करें ऐसे शख्स की जो खुद से ज्यादा दूसरों का ख्याल रखता है तो ये मकर राशि के लोग इनमें शामिल हो सकते हैं। इनमें रिश्तों को निभाने का भी अच्छा गुण विद्यमान होता है। इनका आलस्य कई बार इन्हें करियर के क्षेत्र में पीछे धकेल सकता है, इसलिए थोड़ा एक्टिव रहने की कोशिश इन्हें करनी चाहिए।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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