Surya Gochar and Horoscope 2025: 14 जनवरी 2025 को सूर्य देव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसके बाद सूर्य 12 फरवरी की रात 9 बजकर 56 मिनट तक मकर राशि में ही गोचर करते रहेंगे। उसके बाद कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करते ही खरमास या धनुर्मास भी समाप्त हो जाएगा। लिहाजा अब तक जो शादी-ब्याह आदि शुभ कार्यों पर रोक लगी थी, वो हट जाएगी और फिर से शादियों का सीज़न शुरू हो जाएगा।
बता दें कि सूर्य के किसी भी संक्रांति के पुण्यकाल के दौरान दान और स्नान का विशेष महत्व होता है और इस संक्रांति का पुण्य काल सूर्योदय के साथ शुरू होगा और मध्याहन तक रहेगा। अब आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि सूर्य के मकर राशि में प्रवेश से विभिन्न राशि वालों पर क्या प्रभाव पड़ेगा। सूर्य आपके जन्मपत्रिका के किस घर में गोचर करेंगे। साथ ही सूर्य के गोचर के शुभ फल सुनिश्चित करने और अशुभ फलों से बचने के लिये कौन–से उपाय करने चाहिए।
मेष राशि
सूर्य देव आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्म कुंडली में यह स्थान आपके करियर और पिता की उन्नति से संबंध रखता है। सूर्य के इस गोचर से करियर में आपको अपनी मेहनत का फल जरूर मिलेगा। साथ ही इस दौरान आपके पिता की भी तरक्की सुनिश्चित होगी। लिहाजा सूर्य के शुभ फल बनाए रखने के लिए 12 फरवरी तक काले और नीले रंग के कपड़े पहनना अवॉयड करें।
वृष राशि
सूर्य देव आपके नवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्म कुंडली में नौवां स्थान भाग्य का स्थान है। इस स्थान पर सूर्य के गोचर से आपके भाग्य में वृद्धि होगी। आप अपने काम में जितनी मेहनत करेंगे, उसका शुभ फल आपको अवश्य ही मिलेगा। धार्मिक कार्यों में भी आपकी रुचि बढ़ेगी। लिहाजा अगले संक्रांति तक सूर्य के शुभ फलों को सुनिश्चित करने के लिए घर में पीतल के बर्तनों का इस्तेमाल करें।
मिथुन राशि
सूर्य देव आपके आठवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्म कुंडली में यह स्थान आयु से संबंध रखता है। इस स्थान पर सूर्य के गोचर से आपकी आयु में वृद्धि होगी और आपका स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा। लिहाजा इस दौरान सूर्य के शुभ फल सुनिश्ति करने के लिए काली गाय या बड़े भाई की सेवा करें।
कर्क राशि
सूर्य देव आपके सातवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्म कुंडली में यह स्थान जीवनसाथी का होता है। इस स्थान पर सूर्य के गोचर से आपका वैवाहिक जीवन खुशहाल रहेगा। लिहाजा अगली संक्रांति तक सूर्य देव के इस गोचर का शुभ फल बनाये रखने के लिए स्वयं भोजन करने से पहले किसी दूसरे व्यक्ति को भोजन जरूर खिलाएं।
सिंह राशि
सूर्य देव आपके छठे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्म कुंडली में यह स्थान मित्र और शत्रु का होता है। इस स्थान पर सूर्य के गोचर से मित्रों के साथ आपको तालमेल बनाकर रखना होगा। साथ ही आपको शत्रु पक्ष से बचकर रहने की जरूरत है। लिहाजा सूर्य के अशुभ फलों से बचने के लिए मंदिर में बाजरा दान करें।
कन्या राशि
सूर्य देव आपके पांचवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्म कुंडली में यह स्थान विद्या, गुरु, विवेक, संतान और जीवन में रोमांस से संबंध रखता है। सूर्य के इस गोचर से आपको इस दौरान अपने गुरु से बनाकर रखनी चाहिए। साथ ही इस दौरान आप रोमांस के मामले में कुछ पिछड़ सकते हैं। लिहाजा सूर्य के अशुभ फलों से बचने के लिए रोज सुबह सूर्य को नमस्कार करें।
तुला राशि
सूर्य देव आपके चौथे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्म कुंडली में यह स्थान माता, भूमिभवन और वाहन के सुख से संबंध रखता है। सूर्य के इस गोचर से 12 फरवरी तक आपको अपने कार्यों में माता से पूरा सहयोग मिलेगा। आपको भूमि भवन और वाहन का सुख मिलने की भी पूरी उम्मीद है। लिहाजा 12 फरवरी तक सूर्य के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए किसी जरूरतमंद को भोजन कराएं।
वृश्चिक राशि
सूर्य देव आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्म कुंडली में यह स्थान भाईबहन और आपकी अभिव्यक्ति से संबंध रखता है। सूर्य के इस गोचर से आपको भाईबहनों से उम्मीद के अनुसार सहयोग नहीं मिल पाएगा। साथ ही आप अपनी बात को दूसरे के सामने अच्छे से एक्सप्रेस नहीं कर पाएंगे। लिहाजा सूर्य के अशुभ फलों से बचने के लिए इस मंत्र का रोज जप करें मंत्र है। ऊँ घृणिः सूर्याय नमः।
धनु राशि
सूर्य देव आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्म कुंडली में यह स्थान धन से संबंध रखता है। सूर्य के इस गोचर से आपको अचानक धन लाभ हो होगा। साथ ही आपके सुख सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। लिहाजा सूर्य के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए मंदिर में नारियल का तेल या कच्चे नारियल का दान करें।
मकर राशि
सूर्य देव आपके पहले स्थान यानि लग्न स्थान पर गोचर करेंगे। जन्म कुंडली में यह स्थान व्यक्ति का अपना स्थान होता है। इस स्थान पर सूर्य के गोचर से समाज में आपका मान सम्मान बढ़ेगा। आपके पास पैसों की लगातार आवक बनी रहेगी। साथ ही आपकी संतान को भी न्यायालय संबंधी कार्यों से भरपूर लाभ मिलेगा। लिहाजा 12 फरवरी तक सूर्य के शुभ फलों का लाभ पाने के लिए प्रतिदिन स्नान आदि के बाद सूर्य देव को जल चढ़ाएं।
कुंभ राशि
सूर्य देव आपके बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्म कुंडली में यह स्थान शैय्या सुख और व्यय से संबंध रखता है। सूर्य के इस गोचर से आपको शैय्या सुख की प्राप्ति तो होगी, लेकिन साथ ही आपके खर्चो में भी बढ़ोतरी होगी। लिहाजा आगली संक्रांति तक सूर्य के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग दें।
मीन राशि
सूर्य देव आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्म कुंडली में यह स्थान आमदनी और कामना पूर्ति से संबंध रखता है। सूर्य के इस गोचर से आपकी अच्छी आमदनी होगी। आपको आमदनी के नये स्रोत भी मिलेंगे। साथ ही आपकी जो भी इच्छा होगी, वो जरूर पूरी होगी। लिहाजा इस दौरान सूर्य के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए मंदिर में मूली का दान करें।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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