Surya Gochar 2023: आज दोपहर 1 बजकर 31 मिनट पर सूर्य देव कर्क राशि से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य ग्रह 17 सितंबर की दोपहर 1 बजकर 29 मिनट तक सिंह राशि में ही गोचर करते रहेंगे, उसके बाद कन्या राशि में प्रवेश कर जाएंगे। बता दें कि जिस दिन भी सूर्यदेव एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं, उस दिन सूर्य की संक्रांति होती है। लिहाजा आज सूर्य की सिंह संक्रांति है। सूर्य के किसी भी संक्रांति के दिन पुण्यकाल का बहुत महत्व होता है। इस दौरान दान- पुण्य करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। सूर्य के इस राशि बदलाव से विभिन्न राशियों पर क्या प्रभाव होंगे और इस गोचर के अशुभ फलों से बचने के लिए क्या उपाय करना चाहिए जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
मेष राशि-
सूर्यदेव आपकी जन्मपत्रिका के पांचवे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के पाचंवे स्थान का संबंध आपकी संतान से है, आपके रोमांस से है, आपकी विद्या से है, आपके गुरु से है और आपके विवेक से है। सूर्य के इस गोचर से आपको इन सब चीजों का सामान्य रूप से लाभ मिलता रहेगा। आपको अपनी संतान से शुभ समाचार मिल सकते हैं। आप रोमांस और विद्या के क्षेत्र में सफल हो सकते हैं। आपको अपने गुरु का साथ मिलता रहेगा और आपका विवेक भी बना रहेगा। लिहाजा 17 सितंबर तक सूर्य की इस बेहतर स्थिति का फायदा उठाने के लिए पक्षियों को दाना डालें। आपकी स्थिति बेहतर बनी रहेगी। (यहां एक बात का ध्यान रखना है की दाना कबूतर को नहीं डालना है)
वृष राशि-
सूर्यदेव आपकी जन्मपत्रिका के चौथे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के चौथे स्थान का संबंध माता, भूमि-भवन और वाहन से है। सूर्य के इस गोचर से आपको अपने कार्यों में माता से पूरा सहयोग मिलेगा। आपको 17 सितंबर तक भूमि-भवन और वाहन का लाभ मिल सकता है। इनसे जुड़ी कोई बढ़िया डील आपके हाथ लग सकती है। लिहाजा सूर्य के इन शुभ प्रभावों को सुनिश्चित करने के लिए किसी जरूरतमंद को भोजन कराएं, आपकी शुभ स्थिति बनी रहेगी।
मिथुन राशि-
सूर्यदेव आपकी जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान का संबंध आपके भाई-बहनों से है, आपकी अभिव्यक्ति से है। सूर्य के इस गोचर से आपको समय-समय पर भाई-बहनों का साथ मिलता रहेगा। 17 सितंबर तक उनके द्वारा किये गए कामों से आपको भी लाभ मिल सकता है। साथ ही इस दौरान लोग आपकी कही बातों पर ध्यान देंगे और आपका सहयोग करेंगे। तो सूर्य देव के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए और किसी भी तरह के अशुभ फल से बचने के लिए आपको, सूर्यदेव के इस मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है- ॐ ह्रां ह्रीं हौं स: सूर्याय नम:। इस मंत्र का जाप करने से आपके साथ सब ठीक होगा।
कर्क राशि-
सूर्यदेव आपकी जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान का संबंध हमारे धन से है। हमारे स्वभाव से है। सूर्यदेव के इस गोचर से 17 सितंबर तक आपको धन कमाने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी। इस बीच पैसों को लेकर आपके हाथ कुछ बंधे नजर आएंगे। आपको इस अशुभ स्थिति से बचने के लिए और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए मंदिर में नारियल का दान करना चाहिए। इससे धन संबंधी परेशानियां दूर होंगी।
सिंह राशि-
सूर्यदेव आपकी जन्मपत्रिका के पहले स्थान, यानि लग्न स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के पहले स्थान का संबंध आपके शरीर तथा मुख से है। सूर्य के इस गोचर के प्रभाव से समाज में अपना मान-सम्मान बनाए रखने के लिए भी आपको खुद हर काम में आगे आना होगा। इस दौरान आपकी संतान को न्यायालय से लाभ पाने में थोड़ी देर हो सकती है। तो सूर्यदेव की अशुभ स्थिति से बचने के लिए और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए 17 सितंबर तक रोज सुबह स्नान आदि के बाद सूर्यदेव को जल चढ़ाएं, इससे आपकी स्थिति में सुधार आएगा।
कन्या राशि-
सूर्यदेव आपकी जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का संबंध शैय्या सुख से है और आपके खर्चों से है। सूर्य के इस गोचर से आपको शैय्या का सुख मिलेगा। सांसारिक चीजों में आपकी रुचि बढ़ेगी। साथ ही 17 सितंबर तक आप अपने पैसों का बेहतर इस्तेमाल कर पाएंगे। तो सूर्यदेव की इस शुभ स्थिति का लाभ उठाने के लिए अगले 30 दिनों के दौरान सुबह के समय अपने घर के खिड़की-दरवाज़ों को खोलकर रखें, इससे सूर्यदेव की कृपा आपके घर-परिवार पर बनी रहेगी।
तुला राशि-
सूर्यदेव आपकी जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान का संबंध आपकी इनकम से है, आपकी कामना पूर्ति से है। सूर्य के इस गोचर से आपकी इनकम में कुछ खास बढ़त नहीं हो पाएगी। अगले 30 दिनों के दौरान आपको अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए खुद से मेहनत करनी होगी। तो सूर्य की इस स्थिति में सुधार लाने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए रात को सोते समय अपने सिरहाने पर बादाम रखकर सोएं और अगले दिन उन्हें किसी मंदिर या धर्मस्थल पर दान कर दें।
वृश्चिक राशि-
सूर्यदेव आपकी जन्मपत्रिका के दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के दसवें स्थान का संबंध आपके करियर से है और जीवन में आपके पिता की तरक्की से है। सूर्य के इस गोचर से करियर में आपको अपनी मेहनत का उचित फल जरूर मिलेगा। करियर में आपकी तरक्की होगी। साथ ही आपके पिता को भी सफलता मिलती रहेगी। सूर्यदेव की शुभ स्थिति को बनाए रखने के लिए और किसी भी तरह की अशुभ स्थिति से बचने के लिए 17 सितंबर तक अपने सिर पर सफेद या शरबती रंग की टोपी लगाकर रखें, इससे आपकी और आपके पिता की तरक्की सुनिश्चित होगी।
धनु राशि-
सूर्यदेव आपकी जन्मपत्रिका के नवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के नवें स्थान का संबंध आपके भाग्य से, यानि आपके लक से है। सूर्य के इस गोचर से आपकी चांदी ही चांदी होगी। 17 सितंबर तक आपके सारे काम समय रहते पूरे हो जायेंगे और आपको अपने हर कार्य में लाभ मिलेगा। सूर्य की इस अच्छी स्थिति को सुनिश्चित करने के लिए और अपने भाग्य का साथ बनाए रखने के लिए घर में पीतल के बर्तनों को उपयोग में लाएं, इससे आपकी लाभ की स्थिति बनी रहेगी।
मकर राशि-
सूर्यदेव आपकी जन्मपत्रिका के आठवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के आठवें स्थान का संबंध आपकी आयु से है। सूर्य के इस गोचर से आपके स्वास्थ्य में कुछ उतार-चढ़ाव हो सकते हैं। अतः इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य का ख्याल जरूर रखना चाहिए। साथ ही सूर्य के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए अगले 30 दिनों के दौरान- काली गाय या बड़े भाई की सेवा करें, इससे आपका स्वास्थ्य ठीक बना रहेगा।
कुंभ राशि-
सूर्यदेव आपकी जन्मपत्रिका के सातवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्म पत्रिका के सातवें स्थान का संबंध आपके जीवनसाथी से है। सूर्य के इस गोचर से आपको अपने जीवनसाथी से पूरा सहयोग और प्यार मिलता रहेगा। जीवनसाथी के साथ आपके रिश्ते अच्छे बने रहेंगे। लिहाजा सूर्यदेव के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए 17 सितंबर तक कोई भी कार्य शुरू करने से पहले संभव हो तो कुछ मीठा खाकर, पानी पीएं या केवल पानी पीएं, इससे जीवनसाथी का सहयोग बना रहेगा।
मीन राशि- सूर्यदेव आपकी जन्मपत्रिका के छठे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के छठे स्थान का संबंध आपके शत्रु, मित्र तथा स्वास्थ्य से है । सूर्य के इस गोचर से अगले 30 दिनों के दौरान कुछ नये और अच्छे लोगों से आपकी मुलाकात हो सकती है। हालांकि इस बीच आपका शत्रु भी आपके खिलाफ जाने की कोशिश कर सकता है, लेकिन वह सिर्फ कोशिशों तक ही सीमित रहेगा, आपका कुछ बिगाड़ नहीं पाएगा। तो सूर्यदेव की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए बंदर को गुड़ खिलाएं, इससे आपके शत्रु आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे और मित्रों का सहयोग आपको मिलता रहेगा।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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