Surya Gochar: सूर्य देव 15 जून 2024 को अपनी मित्र राशि मिथुन में गोचर कर जाएंगे। जिस दिन सूर्य किसी एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं, उस दिन सूर्य संक्रांति होती है। सूर्य की संक्रांति के पुण्यकाल के दौरान पवित्र नदियों में स्नान और दान का बड़ा ही महत्व है। खासकर सूर्य की मिथुन संक्रांति के दौरान मन्दाकिनी नदी में स्नान का महत्व है। ये नदी प्रसिद्ध पौराणिक नगर चित्रकूट से होकर बहती है। हालांकि इस दौरान, अगर आप मन्दाकिनी नदी में स्नान न कर सके तो कोई बात नहीं, आप घर पर ही अपने स्नान के पानी में मन्दाकिनी नदी का आह्वाहन करके स्नान कर सकते हैं। इससे भी आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी। सूर्य की मिथुन संक्रांति का पुण्यकाल 15 जून को सूर्योदय से सुबह 8 बजकर 28 मिनट तक रहेगा। तो इस समय के बीच कभी भी स्नान-दान का पुण्य प्राप्त कर सकते हैं। आइए अब जानते हैं कि सभी 12 राशियों पर सूर्य के मिथुन राशि में गोचर का क्या प्रभाव देखने को मिलेगा।
मेष राशि- वालों सूर्यदेव आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे । जन्मपत्रिका में तीसरा स्थान भाई-बहनों से संबंध रखता है । साथ ही यह स्थान आपकी अभिव्यक्ति, यानि आपके हावभावों से संबंध रखता है। अतः भाई-बहनों से रिश्ते को और बेहतर करने के लिये और अपनी अभिव्यक्ति की आजादी को बनाये रखने के लिये- इस दौरान रोज सुबह स्नान आदि के बाद सूर्यदेव को नमस्कार करें।
वृष राशि- वालों सूर्यदेव आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे । जन्मपत्रिका में दूसरा स्थान धन तथा आपके स्वभाव से संबंध रखता है। इस महीने सूर्य़देव आपके धन के भण्डार भरेंगे । इस दौरान अचानक धन लाभ होगा। हालांकि 16 जुलाई तक आपका स्वभाव उग्र रहेगा । लिहाजा धन की गति को निरंतर बनाये रखने के लिये और अपने स्वभाव से सबका मन जितने के लिये-मन्दिर या किसी धर्मस्थल पर नारियल का दान करें।
मिथुन राशि- वालों सूर्यदेव आपके पहले यानि लग्न स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में लग्न स्थान हमारे शरीर तथा मुख से संबंध रखता है । लिहाजा इस स्थान पर सूर्यदेव के गोचर से आप एक राजा के सामान जीवन व्यतीत करेंगे। किसी से किया हुआ वादा पूरा करेंगे। आपके यश-सम्मान में बढ़ोतरी होगी। साथ ही आपकी संतान को भी न्यायालय से लाभ मिलेगा। लिहाजा सूर्यदेव के शुभ फल को बनाये रखने के लिए- सूर्यदेव के इस मन्त्र का जप करना चाहिए। मंत्र है- ‘ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम'।
कर्क राशि- वालों सूर्यदेव आपके बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में बारहवें स्थान का संबंध शैय्या सुख से है, परन्तु साथ ही इस स्थान का संबंध हो सकती है, साथ ही आपके खर्चें भी बढ़ेंगे। लिहाजा शैय्या सुख से संबंधित परेशानी से छुटकारा पाने के लिये और बढ़ते खर्चों पर रोक लगाने के लिये- इस दौरान सुबह के समय अपने घर के खिड़की, दरवाजे खुले रखें, ताकि आपके घर के अन्दर सूर्य की उचित रोशनी आ सके।
सिंह राशि- वालों सूर्यदेव आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में ग्यारहवें स्थान का संबंध आमदनी और कामना पूर्ति से है। सूर्य़ के इस गोचर से आपकी आमदनी सामान्य रूप से बनी रहेगी। साथ ही अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिये आपको अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। लिहाजा आमदनी में बढ़ोतरी के लिये और अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिये- रात के समय अपने सिरहाने पर 5 मूली या 5 बादाम रखकर सोएं और अगले दिन सुबह उठकर उन्हें किसी मन्दिर या धर्मस्थल पर दान कर दें।
कन्या राशि- वालों सूर्यदेव आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में दसवें स्थान का संबंध करियर, राज्य और पिता से है। सूर्य़ के इस गोचर से आपको अपने करियर में तरक्की मिलेगी और साथ ही आपके पिता के भी हर काम बनेंगे। लिहाजा अपने करियर में तरक्की पाने के लिये और पिता के कार्यों में सफलता सुनिश्चित करने के लिये- आज से 16 जुलाई तक सिर ढक्कर रखें और सफेद या ऑफ व्हाइट रंग की टोपी या पगड़ी पहनें।
तुला राशि- वालों सूर्यदेव आपके नवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में नवें स्थान का संबंध भाग्य से होता है। लिहाजा इस स्थान पर सूर्यदेव के गोचर से आपको अपने कार्यों में भाग्य का साथ मिलेगा। आपके सारे काम एक-एक करके बनने लगेंगे। लिहाजा सूर्य के शुभ फल बनाये रखने के लिये- घर में पीतल के बर्तन उपयोग में लाएं और किसी को पीतल की कोई चीज़ दान में या गिफ्ट में न दें।
वृश्चिक राशि- वालों सूर्यदेव आपके आठवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में आठवें स्थान का संबंध हमारे स्वास्थ्य से है, हमारी आयु से है। सूर्य के इस गोचर के प्रभाव से आपका स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा। अतः अपने अच्छे स्वास्थ्य के लिये, लंबी आयु की प्राप्ति के लिये- काली गाय की सेवा करें।
धनु राशि- वालों सूर्यदेव आपके सातवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में सातवें स्थान का संबंध जीवनसाथी से है, आपके दाम्पत्य जीवन से है। सूर्य के इस गोचर के प्रभाव से जीवनसाथी का सहयोग पाने में आपको मेहनत करनी पड़ेगी। इस दौरान जीवनसाथी के साथ सकारात्मक व्यवहार बनाये रखे। लिहाजा अपने दाम्पत्य जीवन में प्यार को बरकरार रखने के लिये- अपने भोजन में से एक हिस्सा निकालकर किसी जरूरतमंद को खिलाएं।
मकर राशि- वालों सूर्यदेव आपके छठे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में छठे स्थान का संबंध मित्र और शत्रुओं से होता है । लिहाजा आपके जीवन में अगर शत्रुओं की अधिकता हो गई है और दोस्तों की गिनती में कमी आ रही है तो अपने मित्रों की संख्या में बढ़ोतरी के लिये और अपने कामों में दोस्तों का सहयोग पाने के लिये- मन्दिर में बाजरे का दान करें।
कुंभ राशि- वालों सूर्यदेव आपके पांचवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में पांचवें स्थान का संबंध संतान, विद्या तथा रोमांस से होता है। सूर्यदेव के इस गोचर से आपको विद्या का लाभ मिलेगा। आपको संतान का सुख मिलेगा। गुरु के साथ आपके रिश्ते अच्छे होंगे। लवमेट के साथ रिश्ते में मधुरता आएगी। लिहाजा इन सब विषयों का लाभ पाने के लिये- छोटे बच्चों को कुछ गिफ्ट करें।
मीन राशि- वालों सूर्यदेव आपके चौथे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में चौथा स्थान भूमि, भवन और वाहन से संबंध रखता है। अतः सूर्य़ के इस गोचर से आपको भूमि, भवन और वाहन का फायदा मिलेगा । इन सबका लाभ उठाने के लिये 16 जुलाई तक- किसी जरूरतमंद को भोजन खिलाएं।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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