Sun Transit 2024: आज 13 फरवरी 2024 को दोपहर 3 बजकर 43 मिनट पर सूर्यदेव कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे और 14 मार्च 2024 की दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक कुंभ राशि में ही गोचर करते रहेंगे, उसके बाद मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। सूर्य के किसी भी संक्रांति के दिन संक्रांति के पुण्यकाल का बहुत ही महत्व होता है। सूर्य के कुंभ संक्रांति का पुण्यकाल आज सुबह 9 बजकर 16 मिनट से दोपहर बाद 3 बजकर 43 मिनट तक रहेगा।
साथ ही सूर्य के किसी भी संक्रांति वाले दिन धन, कर्म और दान-पुण्य का महत्व होता है। इसलिए इस दिन खाने-पीने की वस्तुएं और कपड़े दान करने का विशेष महत्व होता है। आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं सूर्यदेव के इस गोचर से 14 मार्च 2024 तक सभी 12 राशियों पर क्या असर होगा, सूर्यदेव आपके किस स्थान पर गोचर करेंगे और उस स्थिति में शुभ फल सुनिश्चित करने और अशुभ फलों से बचने के लिए आपको क्या उपाय करने चाहिए यह भी जानेंगे।
मेष राशि-
सूर्यदेव आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध आमदनी और कामना पूर्ति से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। आपके सामने अच्छे प्रॉफिट के नए बिजनेस प्रपोजल आ सकते हैं। जल्द ही आपकी कोई खास इच्छा भी पूरी हो सकती है। लिहाजा शुभ स्थिति का लाभ पाने के लिए- किसी मंदिर में गुड़ से बने हलवे का प्रसाद चढ़ाएं।
वृष राशि-
सूर्यदेव आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध आपके करियर, राज्य और पिता से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से आपको करियर में नई कामयाबी मिलेगी। काम के प्रति आपकी मेहनत सफल होगी। साथ ही आपके पिता की बेहतरी सुनिश्चित होगी और पिता के साथ आपके रिश्ते अच्छे होंगे। लिहाजा इस दौरान सूर्यदेव की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए- सूर्य भगवान को गुग्गल की धूप दिखानी चाहिए।
मिथुन राशि-
सूर्यदेव आपके नवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध आपके भाग्य से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से आपको 14 मार्च तक किस्मत का साथ पाने में कुछ परेशानी हो सकती है। आपको उम्मीद के अनुसार अपने काम का फल नहीं मिल पाएगा। अतः सूर्यदेव की अशुभ स्थिति से बचने के लिए और किस्मत का सहयोग पाने के लिए- पीपल के पेड़ की डालियों को स्नान के पानी में डालकर कुछ समय बाद स्नान करें।
कर्क राशि-
सूर्यदेव आपके आठवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध आपके आयु से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से आपके स्वास्थ्य में कुछ उतार-चढ़ाव हो सकते हैं। 14 मार्च तक आपको अपनी सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए। बाहर का तला-भुना खाने से आपको बचना चाहिए और रूटीन एक्सरसाइज पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही सूर्यदेव के अशुभ फलों से बचने के लिए- काली गाय या बड़े भाई की सेवा करें।
सिंह राशि-
सूर्यदेव आपके सातवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध सीधे तौर पर जीवनसाथी से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से जीवनसाथी के साथ आपके रिश्ते बहुत अच्छे रहेंगे। आपको अपने हर कार्य में जीवनसाथी का पूरा सहयोग मिलेगा। वो आपके कदम से कदम मिलाकर चलेंगे। बेहतर होगा की विश्वास बनाए रखें। लिहाजा 14 मार्च तक जीवनसाथी का साथ बनाए रखने के लिए- भगवान शिव की उपासना करें और ॐ नमः शिवाय मंत्र का जप करें।
कन्या राशि-
सूर्यदेव आपके छठे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध स्वास्थ्य, मित्र और शत्रु से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से आपके दोस्त आपकी बातों से सहमत होंगे। साथ ही अपने विरोधियों के प्रति भी सावधान रहें। वो आपकी दोस्ती में परेशानी खड़ी करने की कोशिश कर सकते हैं। लिहाजा 14 मार्च तक दोस्तों के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखने के लिए और शत्रुओं से बचाव के लिए- तांबे के लोटे में पानी डालकर उसमे लाल चंदन मिलाकर सूर्य को जल चढ़ाएं।
तुला राशि-
सूर्यदेव आपके पांचवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध विद्या, गुरु, विवेक, रोमांस और संतान से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से विद्या के क्षेत्र में आपकी बढ़ोतरी होगी। आपको अपने टीचर्स से और गुरु से पूरा सपोर्ट मिलेगा। आपका विवेक बना रहेगा। रोमांस के क्षेत्र में भी आप आगे रहेंगे। साथ ही आपको संतान सुख मिलेगा। लिहाजा सूर्यदेव की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए- 14 मार्च तक जल में लाल पुष्प डालकर सूर्यदेव को अर्पित करें।
वृश्चिक राशि-
सूर्यदेव आपके चौथे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध भूमि, भवन, वाहन और माता से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से आपको अपने कार्यों में माता से पूरा सहयोग मिलेगा। वो आपके हर फैसले में आपके साथ खड़ी रहेंगी। साथ ही इस दौरान आपको भूमि, भवन और वाहन का लाभ भी मिल सकता है। लिहाजा 14 मार्च तक सूर्यदेव के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए- किसी जरूरतमंद को भोजन खिलाएं।
धनु राशि-
सूर्यदेव आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध आपके भाई-बहनों और आपकी अभिव्यक्ति से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से भाई-बहनों के साथ आपके रिश्ते में कुछ उतार-चढ़ाव आ सकता है। इस दौरान आपको किसी से भी कोई बात करते समय अपने हाव-भाव, यानी एक्सप्रेशन पर भी थोड़ा ध्यान देना चाहिए। लिहाजा सूर्यदेव के शुभ फल पाने के लिए- चींटियों को आटा खिलाएं।
मकर राशि-
सूर्यदेव आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध सीधे-सीधे आपके धन और स्वभाव से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से आपको धन लाभ होगा। आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। आपका काम अच्छा चलेगा। इस दौरान आपके स्वभाव में बार-बार बदलाव आएगा। लिहाजा इस दौरान सूर्यदेव की कृपा पाने के लिए- मंदिर में नारियल तेल की शीशी दान करें।
कुंभ राशि-
सूर्यदेव आपके पहले स्थान, यानि लग्न स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध आपके शरीर तथा मुख से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से आप शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे। समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा। आप अपनी योग्यता से दूसरों का दिल जीतने में कामयाब रहेंगे। साथ ही आपकी संतान के कोर्ट-कचहरी संबंधी सभी कार्य आसानी से पूरे होंगे। लिहाजा 14 मार्च तक सूर्य के शुभ फल बनाए रखने के लिए- स्नान आदि के बाद सूर्यदेव को जल अर्पित करें।
मीन राशि-
सूर्यदेव आपके बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध शैय्या सुख और व्यय से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से आपके जीवन में शैय्या सुख बना रहेगा, लेकिन इस दौरान आपको पैसों के मामले में अपने हाथ थोड़े खींचकर रखने चाहिए। आपके खर्चों में बढ़ोतरी हो सकती है। लिहाजा 14 मार्च तक बिना वजह खर्चों से बचे रहने के लिए- आपको धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग देना चाहिए और सुबह के समय अपने घर के खिड़की, दरवाजे खोलकर रखने चाहिए।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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