Saturday, November 23, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. धर्म
  3. Shani Margi 2023: अब शनि चलेंगे सीधी चाल, इन राशियों पर होंगे मेहरबान

Shani Margi 2023: अब शनि चलेंगे सीधी चाल, इन राशियों पर होंगे मेहरबान

Shani Margi 2023: न्याय के अधिपति ग्रह शनि देव 4 नवंबर 2023 दिन शनिवार को अपनी स्वराशि कुंभ में मार्गी होने जा रहे हैं। अर्थात शनि अब सीधी चाल चलेंगे। आइये जानते हैं प्रसिद्ध ज्योतिष आचार्य इंदु प्रकाश से शनि के मार्गी होने से क्या होगा और किन राशियों को इसका लाभ मिलेगा।

Written By : Acharya Indu Prakash Edited By : Aditya Mehrotra Updated on: October 26, 2023 14:53 IST
Shani Margi 2023- India TV Hindi
Image Source : INDIA TV Shani Margi 2023

Shani Margi 2023:  शनि बीते 17 जनवरी 2023 की शाम 5 बजकर 47 मिनट पर कुम्भ राशि में प्रवेश किये थे और 17 जून की रात 10 बजकर 56 मिनट पर शनि कुम्भ राशि में वक्री हो गये थे। यानि उल्टे गति से चलने लगे थे। शनि के लंबे समय से वक्री होने के बाद अब वो 4 नवंबर 2023 यानी आज दोपहर  12 बजकर 31 मिनट पर कुम्भ राशि में ही मार्गी हो जायेंगे। यानि सीधी गति से चलने लगेंगे। शनि के इस मार्गी गोचर को समझने के लिए आपको मार्गी और वक्री का अर्थ समझना होगा।

हमारे सौर मण्डल के सारे ग्रह एक दूसरे से लाखों किलोमीटर दूर हैं और सभी सूर्य का चक्कर लगाते रहते हैं। सबके अपने-अपने परिक्रमा पथ हैं। सबकी तरह पृथ्वी का भी अपना परिक्रमा पथ है और वह भी सूर्य का चक्कर लगाती रहती है। कभी-कभी पृथ्वी किसी धीमे चल रहे ग्रह के बगल से तेजी से गुजरती है। तो धीमे चल रहे ग्रह पीछे छूटते जाते हैं। जैसे वह उल्टी दिशा में जा रहे हों। कोई भी ग्रह जब सीधा चले तो उसे मार्गी और जब उल्टा चले तो उसे वक्री कहते हैं। लेकिन सूर्य और चंद्रमा हमेशा मार्गी रहते हैं तथा राहु और केतु हमेशा वक्री रहते हैं और बाकि पांच ग्रह पृथ्वी के सापेक्ष अपनी गति के कारण कभी मार्गी तो कभी वक्री होते रहते हैं।

मार्गी शनि का 12 राशियों पर पड़ेगा ये असर

मेष - मेष राशि वालों शनि आपके ग्यारहवें स्थान पर मार्गी होंगे । जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान का सम्बन्ध हमारे आय तथा इच्छाओं की पूर्ति से होता है। शनि के इस गोचर के प्रभाव से आपकी इच्छाओं की पूर्ति होगी। लेकिन आपको अपनी आय बढ़ाने के लिये मेहनत करनी पड़ेगी। समाज में भी आपका मान बढ़ेगा। अगर आप कोई नया काम करने की सोच रहे हैं तो आपको सफलता अवश्य प्राप्त होगी। लिहाजा शनि के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये जरूरतमंद लोगों को आदरपूर्वक खाना खिलाएं।

वृष - वृष राशि वालों शनि आपके दसवें स्थान पर मार्गी होंगे। जन्मपत्रिका के दसवें स्थान का सम्बन्ध हमारे करियर, राज्य तथा पिता से होता है। शनि के मार्गी होने से आपके पिता के व्यापार में उतार-चढ़ाव आ सकता है। इस दौरान उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। इसके अलावा आपके जॉब या कार्यस्थल में व्यस्तता बढ़ने की सम्भावना है। लिहाजा शनि के अशुभ स्थिति से बचने के लिये “ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनिश्चराय नम:” इस मन्त्र का 11 बार जप करें।

मिथुन - मिथुन राशि वालों शनि आपके नवें स्थान पर मार्गी होंगे। जन्मपत्रिका के नौवें स्थान का सम्बन्ध हमारे भाग्य से होता है। शनि आपके भाग्येश भी हैं और वह अपनी ही राशि में मार्गी करेंगे । तो शनि की इस सीधी चाल से आपके होने वाले कामों में गती आ जायेगी। अगर आप किसी नये बिजनेस की शुरूआत करने की सोच रहे हैं। तो बड़ों की राय जरूर लें भाग्य का साथ जरूर मिलेगा। आर्थिक पक्ष से जुड़ी समस्या हल होंगी। लिहाजा शनि के शुभ स्थिति बनाये रखने के लिये घर की छत पर कोई भी समान व्यर्थ में इक्ट्ठा न होने दें।

कर्क - कर्क राशि वालों शनि आपके आठवें स्थान पर मार्गी होंगे । जन्मपत्रिका के आठवें स्थान का सम्बन्ध हमरे आयु से है । शनि के इस गोचर से आपके स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है । इसके अलावा आपको पिछले किसी बात का डर परेशान कर सकता है । लिहाजा शनि के अशुभ स्थिति से बचने के लिये काली उर्द की दाल किसी धर्मस्थल पर दान करें।

सिंह - सिंह राशि वालों शनि आपके सातवें स्थान पर मार्गी होंगे। जन्मपत्रिका के सातवें स्थान का सम्बन्ध हमारे जीवनसाथी से है। शनि के इस गोचर से आपके दाम्पत्य रिश्ते अच्छे बने रहेंगे। लेकिन आप अपने जीवनसाथी की भावनाओं की कद्र करें। इस दौरान शांत रहकर ठंडे दिमाग से काम लें। बेहतर होगा कि बिजनेस के कारोबार में सोच-समझकर फैसला लें। लिहाजा शनि के अशुभ स्थिति से बचने के लिये भवन की दहलीज़ साफ रखें और उसकी पूजा करें।

कन्या - कन्या राशि वालों शनि आपके छठवें स्थान पर मार्गी होंगे। जन्मपत्रिका के छठे स्थान का सम्बन्ध हमारे मित्र, शत्रु तथा स्वास्थ्य से है। शनि के इस गोचर से आपके मित्र से किसी काम में सहयोग प्राप्त होगा। शत्रुपक्ष आपको परेशान करने की कोशिश कर सकता है। पार्ट्नरशिप में कोई काम कर रहे हैं तो आपको उसमें सतर्क रहने कि जरुरत है। लिहाजा शनि के अशुभ स्थिति से बचने के लिये नारियल या बादाम बहते पानी में प्रवाहित करें।

तुला - तुला राशि वालों शनि आपके पांचवें स्थान में मार्गी होंगे। जन्मपत्रिका के पांचवे स्थान का सम्बन्ध हमारे संतान, बुद्धि, विवेक और रोमांस से है। शहर या देश से बाहर किसी अच्छे कॉलेज में एडमिशन मिल सकता है। संतानपक्ष की ओर से कोई अच्छी खबर आपको मिलेगी। लवमेट के साथ अपना व्यवहार अच्छा रखें। तो शनि की शुभ स्थिति बनाये रखने के लिये पैतृक घर की कोठरी में तांबे का घोड़ा स्थापित करें। 

वृश्चिक - वृश्चिक राशि वालों शनि आपके चौथे स्थान में मार्गी होंगे। जन्मपत्रिका के चौथे स्थान का सम्बन्ध हमारे भवन, भूमि, वाहन तथा माता से है। शनि के मार्गी होने से से माता के स्वास्थ्य में सुधार आयेगा। अगर आप कोई नई जमीन लेने की सोच रहे हैं। तो कुछ दिन रूक कर जमीन खरीदें, वरना परिणाम आपके इच्छा अनुसार नहीं होगा। लिहाजा शनि के अशुभ स्थिति से बचने के लिये शनि की वस्तु जैसे काले कपड़े लोहे के बर्तन आदि का दान करें।

धनु - धनु राशि वालों शनि आपके तीसरे स्थान में मार्गी होंगे। जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान का सम्बन्ध हमारे पराक्रम, भाई-बहन तथा यश से है। शनि के इस गोचर से आप खुद को ताकतवर महसूस करेंगे। भाई-बहन के रिश्ते मजबूत होंगे, लेकिन जितना हो सके उनसे नोक-झोक एवॉएड करें। अपने यश और सम्मान को बनाये रखने के लिये आपको सकारात्मक विचार रखने होंगे। लिहाजा शनि के शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिये घर के मुख्य दरवाजे पर कील लगायें।

मकर - मकर राशि वालों शनि आपके दूसरे स्थान में मार्गी होंगे। जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान का सम्बन्ध हमारे धन तथा स्वभाव से है। शनि के मार्गी होने से आपकी इनकम बढ़ सकती है। जब आप किसी से बात करें तो आवश्यकता से अधिक न बोलें वरना आपके बातों का गलत मतलब निकाला जा सकता है। लिहाजा शनि की शुभ स्थिति बनाये रखने के लिये मंदिर में दर्शन करने हेतु घर से नंगे पैर जायें।

कुंभ - कुंभ राशि वालों शनि आपके लग्न स्थान यानि पहले स्थान में मार्गी होंगे। जन्मपत्रिका में लग्न यानि पहले स्थान का सम्बन्ध हमारे शरीर तथा मुख से है। शनि की सीधी चाल चलने से स्वास्थ्य संबंधी समस्या दूर होंगी। अगर आप पढ़ाई कर रहे हैं तो कई रूकावटों का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान आप जितना मेहनत करेंगे। आपको उतना ही लाभ मिलेगा। अतः शनि की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिये तवा, चिमटा या अंगीठी का दान करें। 

मीन - मीन राशि वालों शनि आपके बारहवें स्थान में मार्गी होंगे। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का सम्बन्ध आपके व्यय तथा शय्या सुख से है। शनि के इस गोचर से आप शैय्या सुख का अनुभव करेंगे। अगर आप कई दिनों से किसी बात को लेकर परेशान चल रहे थे। तो आप रिलैक्स महसूस करेंगे साथ ही आपको नींद अच्छे से आयेगी। कोई नई स्कीम या ऑफर लेने से पहले सोच-समझकर कदम बढ़ायें। लिहाजा शनि के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये झूठ बोलने से बचे।

(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)

ये भी पढ़ें-

27 October 2023 Ka Panchang: जानिए शुक्रवार का पंचांग, राहुकाल, शुभ मुहूर्त और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय

Hast Rekha Shastra: कितनी लंबी होगी आयु? जानें अपने जीवन का रहस्य हाथों की इस रेखा से

करवा चौथ पर मिट्टी की बजाय आटे के दीये का क्यों करना चाहिए इस्तेमाल? जानें वजह

 

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें धर्म सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement