शनि देव भगवान शिव के परम भक्त हैं। इसलिए सावन में शनिवार के दिन कुछ विशेष कार्य करके आप भगवान शिव और शनि देव दोनों की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। साल 2024 में सावन का आखिरी शनिवार 17 अगस्त को है, इस दिन किन कार्यों को करने से आपको लाभ होगा इसके बारे में हम आपको अपने इस लेख में जानकारी देंगे।
- सावन के आखिरी शनिवार के दिन अगर आप पीपल के पेड़ की सात बार परिक्रमा करें और पीपल के पेड़ पर कच्चे सूत के धागे को सात बार लपेटें तो कई शुभ परिणाम आपको जीवन में मिलते हैं। माना जाता है कि इस उपाय को करने से आपकी उन्नति होती है। आपके रुके हुए कार्य बनने लगते हैं और पारिवारिक जीवन में भी सुख शांति आती है।
- अगर आपके पारिवारिक जीवन में परेशानियां चल रही हैं, जीवनसाथी के साथ अनबन रहती है तो आपको सावन के शनिवार के दिन एक पात्र में तिल का तेल लेकर पीपल के पेड़ पर अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से पारिवारिक और वैवाहिक जीवन में चली आ रही परेशानियां दूर होती हैं।
- शनिवार के दिन आपको गंगाजल में काले तिल मिलाकर पीपल के वृक्ष पर यह जल अर्पित करना चाहिए। इसके बाद आपको पीपल के पेड़ की तीन बार परिक्रमा करनी चाहिए। ऐसा करने से आपके जीवन में धन-धान्य की कमी नहीं होती और सेहत भी अच्छी बनी रहती है।
- शनिवार के दिन दान का भी बड़ा महत्व है। आपको शनिवार के दिन शनि देव से संबंधित वस्तुओं का दान करना चाहिए। आप चमड़े के जूते-चप्पल, काले तिल, उड़द की दाल, छाता आदि दान कर सकते हैं। दान करनेस से शनि देव के साथ ही आपको भगवान शिव की भी कृपा प्राप्त होती है।
- धन से जुड़ी परेशानियों को दूर करने के लिए आपको शनिवार के दिन 11 पीपल के पत्तों की माला बनानी चाहिए और उसे शनि मंदिर जाकर शनि देव पर अर्पित करना चाहिए। माला अर्पित करते समय 'ॐ शं शनैश्चराय नम:' मंत्र का कम से कम 11 बार जप करें। यह आसान सा उपाय जीवन से बाधाओं को दूर करता है और आर्थिक पक्ष में भी मजबूती लाता है।
सावन के आखिरी शनिवार के दिन अगर आप इनमें से कोई एक उपाय भी कर लें तो आपको जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त हो सकती है। ये उपाय करके भगवान शिव और शनि देव की कृपा दृष्टि आप पर बनी रहती है। अगर आप शनि की महादशा, ढैय्या या साढ़ेसाती से गुजर रहे हैं तो इन उपायों को करने से आपको लाभ मिल सकता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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