अनामिका उंगली को रिंगफिंगर (Ring Finger) भी कहा जाता है। कहते हैं कि इसका संबंध सीधे हमारे दिल से हैं इसीलिए सगाई और शादी के दौरान इसी उंगली में वर-वधु अंगूठी पहनाते हैं। साथ ही सामुद्रिक शास्त्र की मानें तो, इस उंगली से आपके चरित्र और स्वभाव की कई रोचक बातें भी पता चल जाती है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि रिंग फिंगर आपके बारे में क्या-क्या बता सकती है।
अनामिका उंगली पर सीधी रेखाएं
जिन व्यक्तियों की अनामिका उंगली के पहले पोर में सीधी, बिना कटी हुई रेखाएं होती हैं उन्हें भाग्यशाली माना जाता है। ऐसे लोगों के जीवन में ज्यादा परेशानियां नहीं आती, ये लोग खुशहाल जीवन जीते हैं। पारिवारिक जीवन में इनकी अलग पहचान होती है, इनकी बातों को हमेशा अहमियत दी जाती है।
अनामिका और कनिष्ठा का मूल हो एक समान
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, हथेली में अगर अनामिका और कनिष्ठा (Little Finger) का मूल भाग एक जैसा हो, यानि दोनों उंगलियों को जोड़ने वाले भाग का तल समान हो तो ऐसे व्यक्तियों को अंतर्मुखी समझा जाता है। ऐसे लोग अपने बातों को कहने में शर्माते हैं। समाजिक स्तर पर इनके दोस्त बहुत कम लोग होते हैं। हालांकि इन्हें बहुत ईमानदार माना जाता है। ऐसे लोग किसी का सहारा लेना पसंद नहीं करते। कई बार अहंकार की भावना इनके अंदर देखी जा सकती है।
कनिष्ठा से ऊपर हो अनामिका का मूल
वहीं अगर अनामिका का मूल भाग छोटी उंगली के मूल से ऊपर है तो ऐसे लोग दरियादिल माने जाते हैं। ये लोग किसी के प्रति भी अपने दिल में बैर नहीं पालते। आत्मविश्वास की ऐसे लोगों में कोई कमी नहीं होती। घोर निराशा में भी ये आशा की किरण ढूंढ सकते हैं।
अनामिका हो तर्जनी उंगली से बड़ी
अगर किसी के हाथ में अनामिका उंगली की लंबाई तर्जनी (Index Finger) से ज्यादा हो तो समझ जाइए वह व्यक्ति बहुत स्वाभिमानी होगा। ऐसे लोग दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। अपने घर के लोगों का ये हमेशा ख्याल रखते हैं, वैवाहिक जीवन में भी इनको अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं। हालांकि इनको अत्यधिक भावुक भी माना जाता है। इनको लोगों की छोटी-छोटी बातें भी चुभ सकती हैं।
अनामिका उंगली का आकार हो छोटा
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, अगर बाकी उंगलियों की तुलना में आपकी अनामिका उंगली का आकार छोटा है तो यह अच्छे संकेत नहीं मना जाता। ऐसे लोग गलत रास्तों पर भटक सकते हैं, गलत तरीकों से धन कमा सकते हैं। इनको पारिवारिक जीवन में भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे लोगों को सलाह दी जाती है कि वो सही लोगों की संगति में रहें और धार्मिक गतिविधियों में भाग लें। ऐसा करने से इनके जीवन की कई परेशानियों का अंत हो सकता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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