राहु एक छायात्मक ग्रह है जिसे भारतीय ज्योतिष में असुर या दुष्ट ग्रह माना जाता है। यह ग्रह किसी भी व्यक्ति के जीवन में परेशानी, भ्रम, मानसिक तनाव, भय, गलत फैसले और जीवन में अस्थिरता उत्पन्न कर सकता है। राहु का प्रभाव व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर पड़ सकता है जैसे करियर, परिवार, मानसिक शांति, या स्वास्थ्य। ज्योतिष चिराग दारूवाला से जानिए राहु की वजह से जीवन में क्या परेशानी आती हैं और राहु के असर को कम करने के लिए क्या उपाय करें?
राहु की वजह से जीवन में क्या परेशानी आती हैं?
आत्मविश्वास की कमी: राहु के प्रभाव से व्यक्ति अपने लक्ष्य के प्रति भ्रमित हो सकता है और आत्मविश्वास में कमी महसूस कर सकता है।
भ्रामक स्थिति: यह ग्रह व्यक्ति को गलत रास्ते पर डाल सकता है और गलत निर्णय लेने की संभावना को बढ़ा सकता है।
स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं: राहु के प्रभाव से व्यक्ति को मानसिक तनाव, अनिद्रा और कभी-कभी शारीरिक समस्याएँ भी हो सकती हैं।
पारिवारिक समस्याएं: राहु के प्रभाव से पारिवारिक संबंधों में तनाव और असंतोष उत्पन्न हो सकता है।
आर्थिक समस्याएं: राहु की स्थिति आर्थिक संकटों को जन्म दे सकती है, जिससे व्यक्ति को पैसा कमाने में दिक्कत हो सकती है।
राहु के उपाय:
राहु मंत्र: "ॐ रां राहवे नमः" (Om Ram Rahve Namah) यह मंत्र राहु को शांत करने के लिए प्रभावी माना जाता है। इसे रोज़ 108 बार जाप करने से राहु के नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सकता है।
सोने की वस्तु पहनना: राहु को शुद्ध चांदी या सोने से संबंधित चीजों से शांति मिलती है, इसलिए सोने का या चांदी का तावीज़ पहनने से भी लाभ हो सकता है।
नीले रंग का उपयोग: राहु का रंग नीला है। यदि किसी व्यक्ति के ऊपर राहु का प्रभाव अधिक है, तो उसे नीले रंग के कपड़े पहनने से मदद मिल सकती है।
तंत्र-मंत्र और यंत्र: राहु के प्रभाव को कम करने के लिए "राहु यंत्र" का पूजन किया जा सकता है। इसे विशेष दिन, जैसे शनिवार या मंगलवार को स्थापित कर पूजन करना लाभकारी होता है।
ध्यान और प्राणायाम: मानसिक शांति के लिए ध्यान और प्राणायाम का अभ्यास करना चाहिए। यह राहु के नकारात्मक प्रभावों से मुक्ति दिलाने में मदद कर सकता है और मानसिक तनाव को कम करता है।
ब्राह्मणों को भोजन कराना: राहु को शांत करने के लिए, सप्ताह में एक बार ब्राह्मणों को भोजन कराना भी एक प्रभावी उपाय माना जाता है।
मिठाई या तिल दान: राहु के प्रभाव को कम करने के लिए तिल या काले चने का दान करना अच्छा माना जाता है। यह विशेष रूप से मंगलवार या शनिवार को करना प्रभावी होता है।
राहु की पूजा: राहु की पूजा, विशेष रूप से नवरात्रि में, या अमावस्या तिथि को की जा सकती है। इसमें राहु के मंत्रों का जाप और तंत्र-मंत्रों का प्रयोग किया जाता है।
इन उपायों को नियमित रूप से करने से राहु के कुप्रभावों को कम किया जा सकता है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है कि जीवन में सही निर्णय लें और किसी भी प्रकार के भ्रम से बचें। साथ ही, ज्योतिष चिराग दारूवाला से सलाह लेना भी एक अच्छा विचार हो सकता है, क्योंकि हर व्यक्ति की कुंडली में राहु का प्रभाव अलग-अलग होता है।