पूर्वाभाद्रपद के दो तारों से बनी रेखा को कुछ विद्वानों ने सूर्य की एक किरण माना है। पूर्वाभाद्रपद का अर्थ होता है, शुभ पद यानी भाग्यशाली पावों वाला नक्षत्र। आज शाम 5 बजकर 26 मिनट तक पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र रहेगा। आकाशमंडल में स्थित 27 नक्षत्रों में से पूर्वभाद्रपद 25वां नक्षत्र है | पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं| बारह राशियों में से पूर्वभाद्रपद नक्षत्र के पहले तीन चरण कुम्भ राशि में और आखिरी एक चरण मीन राशि में आता है| भाद्र या भद्र का अर्थ होता है सज्जन, शुभ, कल्याणकारी या भाग्य में वृद्धि करने वाला और पद का अर्थ है चरण व पांव से है। इस प्रकार पूर्वाभाद्रपद ऐसा नक्षत्र है, जिसके आगमन से लोगों का कल्याण हो और वह लोगों के लिए शुभ हो।
पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग दयालु और नेक दिल होने के साथ ही खुले विचारों के भी धनी होते हैं। अमूमन ये लोग शांति प्रिय होते हैं, लेकिन कभी-कभी छोटी-छोटी बात पर भी इन्हें क्रोध आ जाता है। हालांकि जितनी जल्दी इन्हें क्रोध आता है, उतनी ही जल्दी चला भी जाता है। पूर्वभाद्रपद नक्षत्र का संबंध आम के पेड़ से बताया गया है| लिहाजा जिन लोगों का जन्म पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में हुआ है, उन लोगों को आज के दिन आम के पेड़ की पूजा करनी | आज ऐसा करने से आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी|
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। । इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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