आज का पूरा दिन, पूरी रात पार कर कल सुबह 5 बजकर 57 मिनट तक हस्त नक्षत्र रहेगा । आपको बता दूं आकाशमंडल में कुल 27 नक्षत्र स्थित होते हैं। उन्हीं में से हस्त तेरहवां नक्षत्र है और आज हम हस्त नक्षत्र के बारे में ही चर्चा करेंगे। जानकारी के लिये बता दूं- हस्त नक्षत्र शुभ नक्षत्रों की श्रेणी में से एक है। इस दौरान किये गये सभी कार्यों का शुभ फल प्राप्त होता है। हस्त नक्षत्र का अर्थ होता है- हाथ और इसी के अनुसार हस्त नक्षत्र का प्रतीक चिन्ह हमारी हथेली को माना जाता है, जो कि सीधे तौर पर हमारे भाग्य को दर्शाती है। हस्त नक्षत्र हमारे भाग्य को उज्ज्वल करने वाला है
हस्त नक्षत्र को हमारे जीवन में परिश्रम करने की क्षमता, विशेषकर कि हाथ की कला से किये जाने वाले कार्यों के साथ जोड़कर देखा जाता है। इस नक्षत्र में नामकरण, विद्या आरंभ, नई दुकान खोलना, किसी नये भवन की नींव रखना, विवाह आदि से जुड़े कार्य करना और वाहन खरीदना, ये सब शुभ कार्य किये जा सकते हैं। हस्त नक्षत्र के स्वामी चन्द्रमा हैं। अतः हस्त नक्षत्र के दौरान चन्द्रदेव की उपासना करना तथा चंद्रमा सम्बन्धी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए चंद्रमा के निमित्त उपाय करना काफी लाभदायक सिद्ध होगा। साथ ही हस्त नक्षत्र में भगवान शंकर की भी पूजा की जाती है
इसकी राशि कन्या है और पेड़-पौधों में इसका संबंध रीठा के पेड़ से बताया गया है। लिहाजा जिन लोगों का जन्म हस्त नक्षत्र में हुआ हो या जिनकी राशि कन्या हो, उन लोगों को आज के दिन हस्त नक्षत्र के दौरान रीठा के पेड़ या उससे बनी किसी अन्य चीज़ को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए, न ही उनका उपयोग करना चाहिए, अपितु आज के दिन हस्त नक्षत्र में आपको रीठा के पेड़ की उपासना करनी चाहिए, उसको प्रणाम करना चाहिए। आज के दिन ऐसा करने से आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं)
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