Grah Gochar October 2023: अक्टूबर माह की शुरुआत हो चुकी है। तीज-त्यौहार के लिहाज से यह महीना काफी महत्वपूर्ण है। अक्टूबर में ही नवरात्रि और दशहरा जैसे बड़े त्यौहार आते हैं। वहीं अक्टूबर में ही सूर्य और चंद्र ग्रहण लगने वाले हैं। इसके अलावा अक्टूबर में कई ग्रहों का राशि परिवर्तन भी होने जा रहा है। इस महीने सूर्य तुला राशि में गोचर करेंगे तो राहु और केतु का भी राशि परिवर्तन होने वाला है। तो आइए ज्योतिष चिराग बेजान दारूवाला से जानते हैं कि अक्टूबर माह में किस दिन कौन-कौन से ग्रह राशि परिवर्तन करने वाले हैं और इसका सभी राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
सूर्य का तुला राशि में गोचर
सूर्य 18 अक्टूबर 2023 को तुला राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य का तुला राशि में यह गोचर इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इस समय सूर्य नीच राशि में आएंगे और केतु के साथ तुला राशि में भी गोचर करेंगे और सूर्य को ग्रहण का भी सामना करना पड़ेगा। ऐसे में सूर्य के तुला राशि में गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। इस गोचर के दौरान कई राशियों के जीवन में उथल-पुथल मच जाएगी। ज्योतिषी चिराग बेजान दारूवाला के अनुसार, सूर्य का यह गोचर मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह और कन्या राशि वालों को अत्यंत लाभदायक रहने वाला है। अन्य राशियों के लिए भी सूर्य गोचर शुभ परिणाम लेकर आएगा।
बुध का तुला राशि में गोचर
गुरुवार, 19 अक्टूबर को बुध ग्रह कन्या राशि से तुला राशि में गोचर कर रहा है। तुला राशि में बुध के आने से त्रिग्रही योग बन रहा है क्योंकि तुला राशि में सूर्य और मंगल पहले से ही मौजूद हैं। वहीं सूर्य और बुध के एक राशि में आने से बुधादित्य योग भी बन रहा है। वैदिक ज्योतिष में मिथुन और कन्या राशि के स्वामी बुध को बुद्धि, ज्ञान और तर्क शक्ति का कारक ग्रह बताया गया है। कुंडली में बुध की स्थिति मजबूत होने पर व्यक्ति को जीवन में सफलता मिलती है और भाग्य भी उसका साथ देता है। अगर कुंडली में बुध की स्थिति ठीक नहीं है तो व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सूर्य और मंगल के बाद बुध के तुला राशि में गोचर का असर मेष से मीन तक सभी 12 राशियों पर पड़ेगा। कुछ राशियों को भाग्योदय होगा तो कुछ राशियों को उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा। इस बुध गोचर का लाभ वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, कुंभ और मीन राशि के जातकों को मिलेगा। वहीं मेष, धनु और मकर राशि वालों को इस गोचर के कारण कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
राहु का मीन राशि में गोचर
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सबसे कठोर ग्रहों में राहु का नाम भी विशेष रूप से लिया गया है। लगातार वक्री रहने वाले और हर डेढ़ साल में अपनी राशि बदलने वाले राहु का प्रभाव शनि के समान ही माना जाता है। राहु गोचर 2023 की बात करें तो इस वर्ष राहु का गोचर 30 अक्टूबर तक मेष राशि में रहेगा, लेकिन इसके बाद 30 अक्टूबर को राहु वक्री होकर मेष राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेगा, जो बृहस्पति के स्वामित्व वाली राशि है। अत: इस स्थिति के कारण यह गोचर आध्यात्मिक और मनोवैज्ञानिक रूप से प्रभावशाली रहेगा। राहु का मीन राशि में गोचर करते ही वृष, मिथुन, कुंभ, मीन राशि वालों को लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। वहीं मेष, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर राशि वालों को कई कष्टों को झेलना पड़ेगा।
केतु का कन्या राशि में गोचर
वैदिक ज्योतिष में केतु को भी राहु की तरह एक मायावी ग्रह माना गया है, जिसका किसी भी राशि पर स्वामित्व नहीं है। विद्वानों के मत के अनुसार केतु को मंगल के समान फल देने वाला कहा गया है। इसका मतलब यह है कि यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल अच्छा है तो जाहिर है कि उसे केतु से अच्छे परिणाम मिलते हैं। 30 अक्टूबर 2023 को जब केतु ग्रह तुला राशि को छोड़कर कन्या राशि में प्रवेश करेगा तो इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा। ज्योतिषी चिराग बेजान दारूवाला की भविष्यवाणी के मुताबिक, केतु के इस गोचर से मेष, कर्क, तुला, वृश्चिक, धनु और मकर राशि वालों के जीवन में अच्छे बदलाव आएंगे, जबकि वृष, मिथुन, सिंह, कन्या, कुंभ और मीन राशि के जातकों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
(ज्योतिषी चिराग दारूवाला विशेषज्ञ ज्योतिषी बेजान दारूवाला के पुत्र हैं। उन्हें प्रेम, वित्त, करियर, स्वास्थ्य और व्यवसाय पर विस्तृत ज्योतिषीय भविष्यवाणियों के लिए जाना जाता है।)