Why Women Don’t Break Coconut: हिंदू धर्म में पूजा पाठ का खास महत्व है। हर घर में सुबह की शुरुआत ईश्वर की उपासना के साथ की जाती है। वहीं कई घरों में रोजाना पूजा में नारियल को भी शामिल किया जाता है। नारियल के बिना कोई भी पूजा पूरी नहीं मानी जाती है, इसलिए तो शादी हो या गृह प्रवेश और हवन-कथा सभी कार्यक्रम में नारियल जरूर रहता है। यहां तक अगर किसी के घर में कोई नया सामान आ रहा है तब भी उसकी पूजा नारियल के साथ ही की जाती है। पूजा-पाठ में महिलाएं आगे रहती हैं लेकिन इसके बावजूद वो नारियल नहीं फोड़ पाती हैं। आखिर महिलाओं का नारियल फोड़ना वर्जित क्यों माना गया है। जानिए इसके पीछे की वजह और नारियल का महत्व।
महिलाओं को नारियल क्यों नहीं फोड़ना चाहिए?
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, नारियल एक बीज है और महिलाएं एक बीज से बच्चे को जन्म देती हैं। यही वजह है कि हिंदू धर्म में महिलाओं का नारियल फोड़ना वर्जित है। कहा जाता है कि अगर कोई महिला नारियल फोड़ती हैं तो उसे आगे चलकर गर्भधारण करने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही संतान के जीवन में भी समस्याएं आ सकती हैं। दूसरी मान्यता के अनुसार, नारियल में त्रिदेव ( ब्रह्मा, विष्णु और महेश) का वास माना जाता है। इस कारण भी नारियल को महिलाओं से दूर रख जाता है और उन्हें इसे फोड़ने की मनाही होती है।
नारियल का महत्व
देवी-देवताओं को नारियल चढ़ाने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, जब भगवान नारायण ने धरती पर अवतार लिया था तब वे अपने साथ तीन चीजें- लक्ष्मी, नारियल का वृक्ष तथा कामधेनु लेकर आए थे। ये तीनों ही चीजें व्यक्ति के लिए जरूरी है। नारियल के वृक्ष को कल्पवृक्ष के नाम से भी जाना जाता है। वहीं नारियल भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय है, इसलिए पूजा में नारियल का इस्तेमाल काफी फलदायी माना जाता है। यहां एक बात का ध्यान रखें कि शिवलिंग पर नारियल या नारियल का पानी अर्पित करना वर्जित माना गया है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
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