Budh Gochar 2024: बीते हुए कल यानि 14 जून की रात 11 बजकर 6 मिनट पर बुध मिथुन राशि में प्रवेश कर चुके हैं। अब बुध 29 जून की दोपहर 12 बजकर 28 मिनट तक मिथुन राशि में ही गोचर करते रहेंगे, उसके बाद कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे। यूनानी ज्योतिष के अनुसार बुध ग्रह को वनस्पतियों का राजा कहा जाता है। भारतीय ज्योतिष के अनुसार बुध, मिथुन और कन्या राशि के स्वामी हैं। इसकी दिशा उत्तर है, तो वहीं इसका तत्व पृथ्वी है। बुध ज्योतिष विद्या, शिल्प, कम्प्यूटर, वाणिज्य और चतुर्थ और दशम स्थान के कारक हैं। ये बुद्धि और वाणी के देवता हैं। इसका सीधा प्रभाव दिमागी रूप से मेहनत वाले कामों पर पड़ता है, जबकि शरीर में मुख्य रूप से गले और कन्धों पर इसका प्रभाव रहता है।
बुध के मिथुन राशि में इस प्रवेश से विभिन्न राशि वाले लोगों पर अलगअलग प्रभाव होंगे। तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि बुध के मिथुन राशि में इस प्रवेश से विभिन्न राशि वाले लोगों पर क्या प्रभाव होंगे। साथ ही जानेंगे कि बुध उनकी जन्मपत्रिका में किस स्थान पर गोचर करेंगे। बुध की शुभ स्थिति के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए आपको क्या उपाय करने चाहिए।
मेष राशि
बुध का ये गोचर आपके तीसरे स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान का संबंध हमारे पराक्रम, भाईबहन और यश से है। बुध के इस गोचर से भाईबहनों के साथ आपके रिश्ते बेहतर होंगे। साथ ही इस दौरान आप दूसरों के सामने अपने आपको अच्छे से प्रेजेन्ट कर पायेंगे। इस दौरान आपकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी रहेगी। आपको अपनी मेहनत का फल जरूर मिलेगा। लिहाजा बुध के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए रात को हरे मूंग भिगोकर अगले दिन सुबह जानवरों को खिला दें।
वृष राशि
बुध का ये गोचर आपके दूसरे स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान का संबंध हमारे धन और स्वभाव से है। बुध के इस गोचर से आपका बिजनेस अच्छा चलेगा। आप आर्थिक रूप से मजबूत रहेंगे। इस दौरान आपकी बौद्धिक क्षमता भी अच्छी रहेगी। आप खुद में मस्त रहने की कोशिश करेंगे और अपनी वाणी से लोगों को प्रभावित करने में सफल होंगे। इस दौरान आप कलम को अपनी ताकत बनायेंगे। लिहाजा बुध की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए और किसी भी तरह की अशुभ स्थिति से बचने के लिए आपको चांदी की कोई चीज़ धारण करनी चाहिए।
मिथुन राशि
बुध का ये गोचर आपके पहले यानि लग्न स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका में लग्न यानि पहले स्थान का संबंध हमारे शरीर और मुख से है। बुध के इस गोचर से आपको अपनी मेहनत के बल पर हर तरह की सुखसुविधाएं मिलेंगी। साथ ही जीवन में भरपूर यश-सम्मान मिलेगा। जीवनसाथी के साथ आपके रिश्ते मजबूत होंगे। इस राशि की महिलाओं के लिए भी स्थिति अच्छी रहेगी। आपको करियर में लाभ की प्राप्ति होगी। साथ ही आपकी संतान को भी लाभ के अवसर मिलेंगे। लिहाजा बुध के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए आपको हरे रंग के कपड़े पहनना अवॉयड करना चाहिए। साथ ही जितना हो सके, हरे रंग की चीजों का दान करना चाहिए।
कर्क राशि
बुध का ये गोचर आपके बारहवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का संबंध आपके व्यय और शय्या सुख से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से अपना काम निकलवाने के लिए झूठ बिलकुल ही न बोले। इस बीच आपको किसी पर सन्देह करने से बचना चाहिए। कार्यस्थल पर भी सबके साथ अच्छा व्यवहार बनाये ने की जरूरत है। अगर आप इस दौरान कोई नया
वाहन लेने की सोच रहे हैं, तो ध्यान रहे कि हरे रंग का वाहन बिल्कुल न लें। लिहाजा बुध के अशुभ फलों से बचने के लिए और शुभ फलों को सुनिश्चित करने के लिए श्री गणेश भगवान की पूजा करें और इस दौरान किसी से किये गये वायदों को पूरा जरूर करें।
सिंह राशि
बुध का ये गोचर आपके ग्यारहवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान का संबंध हमारे आय और इच्छाओं की पूर्ति से होता है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपको अपनी आमदनी में बढ़ोतरी के लिए कोशिशें जारी रखनी चाहिए। साथ ही व्यर्थ की चीजों पर पैसे खर्च करने से और बिना वजह अपना समय बर्बाद करने से आपको बचना चाहिए। इस दौरान आपकी कोई इच्छा पूरी होगी। लिहाजा बुध के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए मां दुर्गा को हरे रंग का दुपट्टा चढ़ाएं।
कन्या राशि
बुध का ये गोचर आपके दसवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के दसवें स्थान का संबंध हमारे करियर, राज्य और पिता से होता है। बुध के इस गोचर से आप प्रसन्नचित्त रहेंगे। इस दौरान आपको अपने काम से और कार्यस्थल से बहुत लगाव होगा। आप सबके चहेते भी होंगे। आपको अपने कामों में दूसरों से हर समय मदद मिलेगी। आपके पास हर तरह के सुख-साधन भी मौजूद होंगे। लिहाजा बुध के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए मंदिर में मिट्टी का घड़ा दान करें।
तुला राशि
बुध का ये गोचर आपके नवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के नौवें स्थान का संबंध हमारे भाग्य से होता है। बुध के इस गोचर से आपको भाग्य का उतना साथ नहीं मिल पायेगा, जितना आपको उम्मीद है। आगे बढ़ने के लिए आपको खुद ही मेहनत करनी होगी। साथ ही आपको इस दौरान किसी से किये गये वायदों को पूरा करने से पीछे नहीं हटना चाहिए। लिहाजा बुध के
शुभ फल पाने के लिए आपको हरे रंग की चीज़ों को उपयोग में लाने से बचना चाहिए।
वृश्चिक राशि
बुध का ये गोचर आपके आठवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के आठवें स्थान का संबंध हमरे आयु से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आपकी बौद्धिक क्षमता मजबूत होगी। आप शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहेंगे। लिहाजा बुध की शुभ स्थिति बनाये रखने के लिए बुध के मंत्र का 11 बार जप करें। मंत्र है- ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
धनु राशि
बुध का ये गोचर आपके सातवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के सातवें स्थान का संबंध हमारे जीवनसाथी से है। बुध के इस गोचर से आपको जीवनसाथी का पूरा सहयोग मिलेगा। इस दौरान आपकी कलम की ताकत बड़े से बड़े शत्रु को भी परास्त करने का काम करेगी। इसके अलावा कोर्ट-कचहरी के मामले में चीज़ें आपके पक्ष में रहेगी। लिहाजा इन सब चीजों का लाभ पाने के
लिए आपको मंदिर में भिगोये हुए हरे मूंग का दान करना चाहिए।
मकर राशि
बुध का ये गोचर आपके छठे स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के छठे स्थान का संबंध हमारे मित्र, शत्रु और स्वास्थ्य से है। बुध के इस गोचर से आपका व्यापार सामान्य रूप से चलता रहेगा। इस दौरान घर के बुजुर्गों का ज्यादा ध्यान रखना चाहिए। आंख संबंधी कोई समस्या है तो लापरवाही ना बरतें। लिहाजा बुध की अशुभ स्थिति से बचने के लिए घर की महिला अपने बायें हाथ में चांदी का छल्ला पहनें।
कुंभ राशि
बुध का ये गोचर आपके पांचवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के पांचवे स्थान का संबंध हमारे संतान, बुद्धि, विवेक और रोमांस से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आप बहुत खुश रहेंगे। लोग आपकी बातों को तरजीह देंगे। समाज में आपका सम्मान बढ़ेगा। इस दौरान आपको किसी पैतृक सम्पत्ति से फायदा हो सकता है। जिन लोगों ने अपने घर में गाय पाल रखी है, उनकी संतान और जीवनसाथी के लिए भी स्थिति अच्छी रहेगी। लिहाजा बुध के शुभ फल बनाये रखने के लिए गाय को हरा चारा खिलाएं।
मीन राशि
बुध का ये गोचर आपके चौथे स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के चौथे स्थान का संबंध हमारे भवन, भूमि, वाहन और माता से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से जीवन में माता-पिता का सुख मिलता रहेगा। धन के साथ ही आपकी आयु में भी बढ़ोतरी होगी। सरकारी कार्यों से आपको लाभ मिलेगा। आपकी उन्नति सुनिश्चित होगी। इस दौरान आप धैर्यवान बने रहेंगे। लिहाजा बुध की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए बुध के मंत्र का जप करें। मंत्र है- ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।'
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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