माणिक को रत्नों का राजा कहा जाता है। इसके सौंदर्य मूल्य के साथ-साथ भौतिक और आध्यात्मिक गुण इसे अत्यधिक बेशकीमती रत्न बताते हैं। इतिहास कहता है कि यह अपने पहनने वाले के लिए धन और शक्ति लाता है। ज्योतिषियों के मुताबिक, माणिक पत्थर को अंगुली में धारण करने से कई फायदे होते हैं। हालांकि माणिक रत्न हर किसी को नहीं धारण करना चाहिए। किसी अच्छे ज्योतिष की सलाह लेकर ही इसे अंगुली में धारण करना चाहिए। माणिक रत्न का लाल रंग मेष राशि के लोगों के उग्र स्वभाव से बिल्कुल मेल खाता है। शोधकर्ताओं का सुझाव है कि मेष राशि के लोग अक्सर साहसी और निडर होते हैं। माणिक रत्न उनके मजबूत स्वभाव को बनाए रखने में मदद करता है। इससे उन्हें कभी-कभी होने वाले संदेह या डर पर काबू पाने में मदद मिलती है। और इस प्रकार अंततः यह रत्न उन्हें अपने काम में सफलता और समाज में प्रसिद्धि दिलाने में सहायक होता है। तो आइए ज्योतिषी चिराग दारूवाला से जानते हैं कि माणिक रत्न पहनने के क्या फायदे होते हैं।
माणिक रत्न के कई फायदे इस प्रकार हैं-
- माणिक रत्न आत्मविश्वास और आत्मसम्मान को बढ़ाता है। यह पहनने वाले को नेतृत्व शक्ति प्रदान करता है।
- यह आपको आधिकारिक पद तक पहुंचने या प्रबंधन को सर्वोत्तम संभव तरीके से संभालने में मदद करता है।
- माणिक रत्न पहनने वाले की गतिशील शक्तियों, जैसे रचनात्मक कौशल, बौद्धिक कौशल और संचार कौशल को बढ़ाता है।
- इस रत्म को पहनने से अंदर आत्मबल और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है, जिससे कार्यक्षेत्र में अच्छी प्रगति होती है।
- माणिक रत्न का संबंध सूर्य देव से माना गया है। इसे धारण करने से व्यक्ति का सूर्य ग्रह मजबूत होता है।
- माणिक रत्न की अंगूठी पहनने से व्यक्ति के मान-सम्मान में वृद्धि होती है।
इस राशि के लोग माणिक रत्न नहीं करें धारण
ज्योतिषियों के अनुसार, मिथुन, कन्या, तुला, मकर और कुंभ राशि के जातकों को माणिक रत्न धारण नहीं करना चाहिए। इसके अलावा जो लोग लोहे, तेल या कोयले से जुड़ा काम करते हैं, उन्हें भी ये रत्न धारण करने से बचना चाहिए। इन लोगों को माणिक रत्न धारण करने से अशुभ परिणाम मिल सकते हैं।
(ज्योतिषी चिराग दारूवाला विशेषज्ञ ज्योतिषी बेजान दारूवाला के पुत्र हैं। उन्हें प्रेम, वित्त, करियर, स्वास्थ्य और व्यवसाय पर विस्तृत ज्योतिषीय भविष्यवाणियों के लिए जाना जाता है।)