
Mangal Gochar 2025 and Horoscope: 24 फरवरी की सुबह 7 बजकर 32 मिनट पर मंगल मिथुन राशि में मार्गी होंगे। इसका अर्थ यह है कि मंगल सीधि सीधी गति से गोचर करने लगेंगे और सीधी गति से गोचर करते हुए 2 अप्रैल की देर रात 1 बजकर 24 मिनट पर पुनः कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे। तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि मंगल मार्गी का विभिन्न राशि के लोगों पर क्या प्रभाव होगा। साथ ही जानिए कि अशुभ प्रभाव से बचने के लिए आपको क्या उपाय करने चाहिए।
मेष राशि
मंगल का गोचर आपके तीसरे स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान का संबंध हमारे पराक्रम, भाई बहन और यश से है। मंगल के इस गोचर से आपका गृहस्थ जीवन ठीक रहेगा। अगर आप अपने स्वभाव में नम्रता बनाए रखेंगे, तो इस दौरान भाई बहनों से आपको सहयोग मिलता रहेगा। साथ ही ससुराल पक्ष से आर्थिक लाभ भी मिलेगा। लिहाजा 2 अप्रैल तक मंगल के अशुभ फलों से बचने के लिए मंदिर में शहद का दान करें।
वृष राशि
मंगल का गोचर आपके दूसरे स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान का संबंध हमारे धन और स्वभाव से है। मंगल का यह गोचर आपके लिए मिले-जुले परिणाम लेकर आयेगा। आपको आर्थिक रूप से लाभ होगा, लेकिन आया हुआ पैसा अधिक समय तक आपके पास नहीं टिकेगा। भाईयों से जितना अधिक प्यार बनाकर रखेंगे, उतना ही अधिक आपको लाभ प्राप्त होगा। वैसे संतान का पूरा सुख आपको मिलेगा। अतः मंगल के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए भाइयों को जब भी जरूरत हो, उनकी मदद करें।
मिथुन राशि
मंगल का गोचर आपके पहले यानि लग्न स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका में लग्न यानि पहले स्थान का संबंध हमारे शरीर और मुख से है। मंगल के इस गोचर से आपका स्वास्थ्य बेहतर रहेगा। बता दूं कि जन्मपत्रिका
के पहले, चौथे, सातवें, आठवें और बारहवें स्थान पर मंगल की उपस्थिति जातक को मांगलिक बनाता है। अतः आपके पहले स्थान पर मंगल के इस गोचर से आप 2 अप्रैल तक अस्थायी रूप से मांगलिक कहलाएंगे और अगर आप विवाहित हैं तो इस बात का भी ध्यान रखें कि क्या आपके जीवनसाथी की जन्मपत्रिका में मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें जा रहा है। अगर ऐसा है तो ठीक वरना आपको सतर्कता से मंगल के इस गोचर के उपाय करने चाहिए। तो मंगल के अस्थायी मांगलिक दोष से बचने के लिए 2 अप्रैल तक मंदिर में कपूर या दही का दान करें।
कर्क राशि
मंगल का गोचर आपके बारहवें स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का संबंध आपके व्यय और शय्या सुख से है। मंगल के इस गोचर से आपके पास धन की कमी नहीं होगी और आपको शय्या सुख मिलेगा। साथ ही ये भी जान लीजिये कि जन्मपत्रिका में पहले, चौथे, सातवें और आठवें घर की तरह बारहवें घर में भी मंगल जातक को मांगलिक बनाता है। अतः बारहवें स्थान पर मंगल का यह गोचर 2 अप्रैल तक के लिए अस्थायी रूप से मांगलिक बना देगा। अगर आप विवाहित हैं तो इस बात पर भी ध्यान दें कि क्या आपके जीवनसाथी की जन्मपत्रिका में मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें जा
रहा है। अगर हां तो ठीक है, अन्यथा सतर्क होकर आपको मंगल के इस गोचर के उपाय जरूर करने चाहिए। लिहाजा मंगल के अस्थायी मांगलिक दोष से बचने के लिए कुत्ते को मीठी रोटी डालें और 2 अप्रैल तक खाकी रंग की टोपी या पगड़ी से सिर ढककर रखें।
सिंह राशि
मंगल का गोचर आपके ग्यारहवें स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान का संबंध हमारे आय और इच्छाओं की पूर्ति से होता है। मंगल के इस गोचर से आप साहसी और न्यायप्रिय होंगे, आध्यात्मिक विचारों के प्रति आपकी आस्था बढ़ेगी। 2 अप्रैल तक आपकी कोई विशेष इच्छा पूरी होगी। साथ ही पशुपालक और व्यापारी वर्ग को भी कई तरह से फायदे मिलेंगे। लिहाजा मंगल के अशुभ फलों से बचने के लिए अपनी बेटी के पति और बच्चों को चादर गिफ्ट करें।
कन्या राशि
मंगल का गोचर आपके दसवें स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका के दसवें स्थान का संबंध हमारे करियर, राज्य और पिता से होता है। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपके कदम जहां भी जायेंगे, वहां तरक्की ही तरक्की होगी। इस दौरान आपके पिता के करियर में बदलाव आयेगा। अगर आपके घर में सोना रखा है तो इस दौरान उसे लॉकर में रखवाना ही उचित होगा। लिहाजा मंगल के अशुभ फलों से बचने के लिए
चूल्हे पर दूध उबालते समय ध्यान रखें कि दूध उबलकर बर्तन से बाहर न गिरे।
तुला राशि
मंगल गोचर आपके नवें स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका के नौवें स्थान का संबंध हमारे भाग्य से होता है। मंगल के इस गोचर से आपको हर तरह का सुख मिलेगा और भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। इस दौरान शस्त्र,
चिकित्सा और कृषि के व्यवसाय आदि से जुड़े लोगों को धन लाभ होगा। अतः मंगल के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए भाईयों को जब भी जरूरत पड़े, तो उनकी सहायता जरूर करें।
वृश्चिक राशि
मंगल का गोचर आपके आठवें स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका के आठवें स्थान का संबंध हमरे आयु से है। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपका जीवन सुखमय रहेगा। लेकिन आठवें स्थान का मंगल आपको 2 अप्रैल तक अस्थाई रूप से मांगलिक बना देगा। दरअसल जन्मपत्रिका में पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें स्थान पर मंगल के होने से जातक मांगलिक कहलाता है। ऐसे में अगर आप विवाहित हैं तो आपको इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि क्या आपके जीवनसाथी की जन्मपत्रिका में भी मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें जा रहा है। अगर हां तो ठीक है, अन्यथा मंगल के इस गोचर के उपाय आपको जरूर करने चाहिए। लिहाजा मंगल के अस्थायी मांगलिक दोष से बचने के लिए जब रोटी सेंकने के लिए तवा रखें, तो उसके गर्म होने पर पानी के छींटे मारने के बाद रोटी सेंके।
धनु राशि
मंगल का गोचर आपके सातवें स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका के सातवें स्थान का संबंध हमारे जीवनसाथी से है। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपको जीवनसाथी के साथ रिश्ते में तालमेल बनाने में मेहनत करनी पड़ेगी। सातवें स्थान पर मंगल का यह गोचर आपको भी 2 अप्रैल तक के लिए अस्थायी तौर पर मांगलिक बना देगा। अतः अगर आप विवाहित हैं तो आपको इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि क्या आपके जीवनसाथी की जन्मपत्रिका में भी मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें जा रहा है। अगर ऐसा है तो ठीक, वरना सतर्क होकर इस गोचर के उपाय आपको जरूर करने चाहिए। लिहाजा मंगल के अस्थायी मांगलिक दोष से बचने के लिए 2 अप्रैल तक बांस से बनी कोई भी चीज़ घर में लाना आवॉयड करें।
मकर राशि
मंगल का गोचर आपके छठे स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका के छठे स्थान का संबंध हमारे मित्र, शत्रु और स्वास्थ्य से है। मंगल के इस गोचर से समाज के कुछ अच्छे लोगों से होगा, जिसका फायदा आने वाले समय में आपको जरूर मिलेगा। मंगल का यह गोचर आपके भाईयों और दोस्तों के लिए भी शुभ संकेत लेकर आया है। लिहाजा मंगल के अच्छे फल बनाये रखने के लिए मंगलवार के दिन अपने भाई या भाई समान किसी व्यक्ति को कुछ न कुछ गिफ्ट जरूर करें।
कुंभ राशि
मंगल का गोचर आपके पांचवें स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका के पांचवें स्थान का संबंध हमारे संतान, बुद्धि, विवेक और रोमांस से है। मंगल के इस गोचर से आपको संतान का सुख मिलेगा। आपकी बौद्धिक क्षमता में बढ़ोतरी होगी और आपको गुरु का पूरा साथ मिलेगा। साथ ही 2 अप्रैल तक आप जो भी काम करेंगे, उसका अच्छा लाभ मिलेगा। लिहाजा मंगल के अशुभ फलों से बचने के लिए रात के समय सिरहाने पर पानी का बर्तन रखकर सोएं और छोटे बच्चों को दूध गिफ्ट करें।
मीन राशि
मंगल का गोचर आपके चौथे स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका के चौथे स्थान का संबंध हमारे भवन, भूमि, वाहन और माता से है। मंगल के इस गोचर से आपको भूमिभवन, वाहन का सुख मिलेगा और माता का सहयोग मिलेगा। जैसा कि मैंने पहले भी बताया है कि जन्मपत्रिका में पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें स्थान पर मंगल का गोचर जातक को मांगलिक बनाता है। अतः चौथे स्थान पर मंगल का यह गोचर आपको 2 अप्रैल तक के लिए अस्थायी रूप से मांगलिक बना देगा। वहीं अगर आप विवाहित हैं तो इस बात पर भी ध्यान दें कि क्या आपके जीवनसाथी की कुंडली में मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें जा रहा है। अगर हां तो ठीक है, अन्यथा सतर्क होकर इस गोचर के उपाय आपको जरूर करने चाहिए। तो मंगल के अस्थायी मांगलिक दोषों से बचने के लिए इस दौरान सुबह उठकर सबसे पहले पानी से कुल्ला करें।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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