दोस्तों ज्योतिष में ग्रहों की प्रतिकूल स्थिति को सुधारने के लिए कई तरह के उपाय बताए जाते हैं, लेकिन साथ ही ज्योतिष में यह भी बताया गया है कि, किन लोगों के साथ अच्छा आचरण करने से कौन सा ग्रह शुभ फल देने लगता है। आज हम आपको अपने इस लेख में इसी बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
ज्योतिष और आपके रिश्ते नाते
ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को आपके पिता और चंद्रमा को आपकी माता का कारक माना जाता है। बृहस्पति ग्रह बड़े भाई, बुजुर्गों और गुरु का कारक माना गया है। मंगल को आपके छोटे भाई-बहनों का कारक माना जाता है वहीं शुक्र जीवनसाथी और लव पार्टनर का कारक होता है। बुध ग्रह को मामा का तो शनि को नौकर-चाकर और आपके सेवकों का कारक माना जाता है। ऐसे में ग्रहों को मजबूत करने के लिए आपको संबंधित रिश्तेदारों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए।
ऐसे बिना उपाय करें ग्रहों को मजबूत
- जिन जातकों की कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर स्थिति में है उनको अपने पिता और पितातुल्य लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए। साथ ही पिता को उपहार या उनके पसंद की चीज भी आप गिफ्ट कर सकते हैं। इससे कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होगी। वहीं जो लोग पिता के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते सूर्य के प्रकोप का उनको सामना करना पड़ सकता है। ऐसे लोगों को करियर के क्षेत्र में कठिनाइयां आती हैं।
- अगर कुंडली में चंद्रमा कमजोर है तो कभी भी अपनी माता का दिल न दुखाएं। माता के साथ आपके संबंध जितने मधुर रहेंगे उतना ही चंद्रमा को मजबूती मिलेगी, चंद्रमा के मजबूत होने से आपको मानसिक शक्ति मिलती है और साथ ही धन लाभ भी होता है।
- अगर आप शनि को मजबूत करना चाहते हैं तो कभी भी घर के नौकर-चाकरों को परेशान न करें, उन्हें सैलरी समय पर दें। वहीं अगर ऑफिस में आप सीनियर हैं तो अपने जुनियर्स के साथ संबंध अच्छे बनाकर रखें। अगर आप ऐसा करते हैं तो बिना किसी उपाय के भी शनि के शुभ परिणाम आपको प्राप्त हो सकते हैं। शनि ग्रह जरूरतमंदों की मदद करने से भी अति प्रसन्न होते हैं। शनि की शुभता आपके जीवन की कई परेशानियों को दूर कर सकती है। कारोबार और करियर में आप बुलदियों को छू सकते हैं और साथ ही आर्थिक पक्ष भी आपका मजबूत होता है।
- अगर आपकी कुंडली में गुरु ग्रह प्रतिकूल है तो आपको अपने बड़े भाई के साथ कभी भी नोकझोंक नहीं करनी चाहिए। बड़े भाई के साथ आपके संबंध जितने मधूर होंगे उतना ही लाभ आपको जीवन में प्राप्त होगा। वहीं गुरु को मजबूत करने के लिए आपको अपने शिक्षकों के साथ भी अच्छा आचरण करना चाहिए। गुरु की शुभ स्थिति आपके जीवन में हर तरह की खुशियां लेकर आ सकती है।
- मंगल ग्रह को छोटे भाई-बहनों का कारक माना जाता है। इसलिए मंगल ग्रह को शांत करने के लिए, छोटे भाई-बहनों के साथ आपको व्यवहार अच्छा रखना चाहिए। अगर आपका व्यवहार छोटे भाई-बहनों के साथ अच्छा रहेगा तो कुंडली में मौजूद मंगल दोष भी बुरा परिणाम नहीं दे पाता।
- अगर आप अपने मामा या मामा के पक्ष के लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करते हैं तो आपका बुध मजबूत होता है। बुध के मजबूत होने पर आपकी वाणी सुधरती है, कारोबार में आपको लाभ होता है और बौद्धिक रूप से आप सशक्त होते हैं।
- जो लोग अपने जीवनसाथी या लव पार्टनर के साथ बुरा व्यवहार करते हैं उन्हें शुक्र ग्रह के बुरे प्रभाव जीवन में देखने को मिल सकते हैं। इसलिए शुक्र की स्थिति को मजबूत करने के लिए लवमेट के साथ अच्छा आचरण करना चाहिए। इससे शुक्र मजबूत होता है और कई तरह के भौतिक सुख आपको प्राप्त होते हैं।
इस तरह बिना किसी उपाय किए अपने आचरण से ही आप कुंडली में स्थित ग्रहों के प्रतिकूल प्रभाव को कम कर सकते हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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