Shubh Ashubh Sanket: हिंदू धर्म में कई तरह की मान्यताएं प्रचलित हैं जो सदियों से चली आ रही है। इन मान्यताओं को लोग आज भी फॉलो करते हैं, इन्हीं में से एक छींक को लेकर है। प्राचीन समय से ही इसे अपशकुन से जोड़कर देखा जाता है। ऐसा माना जाता है कि जरूरी काम से बाहर जाते समय कोई छींक दे तो यह अशुभ होता है। किसी कार्य को शुरू करने से पहले भी कोई छींक दे तो ये भी अशुभ माना जाता है। लेकिन आपको बता दें कि कई बार छींक का आना अपशगुन नहीं होता बल्कि कभी-कभी यह शुभ भी साबित होता है। आइए जानते हैं छींक से जुड़े शुभ और अशुभ संकेतों के बारे में।
1. काम से पहले छींक आना शुभ या अशुभ?
शकुन शास्त्र के अनुसार अगर घर से बाहर निकलते वक्त आपको छींक आ जाए तो यह अशुभ माना जाता है। लेकिन यही छींक यदि आपको 1 बार से ज्यादा आए तो यह शुभ संकेत माना जाता है। 1 बार से अधिक छींक आने का मतलब होता है कि आपका कोई काम आसानी से हो जाएगा। वहीं अगर आप किसी रिश्तेदार के घर या काम की वजह से बाहर जा रहे हों और तभी आपको बाईं तरफ से छींक की आवाज सुनाई दे तो इसका मतलब है की आप किसी परेशानी का सामना करने वाले हैं।
2. श्मशान घाट पर छींकने का क्या है मतलब?
अगर किसी व्यक्ति को श्मशान घाट या किसी दुर्घटना स्थल पर छींक आ जाए तो ये शुभ माना जाता है। वहीं अगर आप किसी शुभ काम के लिए बाहर जा रहे हैं और तभी गाय आकर छींक दे, तो समझें आपका कार्य निश्चित रूप से सफल होने वाला है।
3. नहाते समय छींक आना शुभ या अशुभ?
शकुन शास्त्र के अनुसार अगर आपको नहाते समय छींक आ जाए तो समझें आपका पूरा दिन बहुत अच्छा बीतने वाला है। वहीं अगर पैसे गिनते समय आपको एक से अधिक बार छींक आ जाए तो समझें इससे आपको धन लाभ होने वाला है।
4. खाना खाते समय छींक आना शुभ या अशुभ?
शगुन शास्त्र के अनुसार, अगर आपको भोजन करते समय छींक आ जाए तो यह अशुभ माना जाता है। ऐसा होने पर कुछ समय के बाद खाना खाएं। वहीं यदि कोई मरीज दवा खा रहा है और उसे उस वक्त छींक आ जाए तो यह शुभ संकेत माना जाता है। इसका मतलब है कि रोगी जल्द स्वस्थ होने वाला है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
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