Wednesday, December 18, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. धर्म
  3. जगन्नाथ मंदिर के कपाट 15 दिनों के लिए क्यों बंद हो जाते है? जानिए इसके पीछे की वजह

जगन्नाथ मंदिर के कपाट 15 दिनों के लिए क्यों बंद हो जाते है? जानिए इसके पीछे की वजह

Jagannath Temple: इस साल ओड़िसा के पुरी में रथ यात्रा 20 जून 2023 को निकाली जाएगी। लेकिन इससे पहले जगन्नाथ मंदिर के कपाट 15 दिनों के लिए बंद कर दिए जाते हैं। इस दौरान भक्तगण भगवान के दर्शन नहीं कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि अब जगन्नाथ मंदिर को कब खोला जाएगा।

Written By: Vineeta Mandal
Published : Jun 05, 2023 12:04 IST, Updated : Jun 05, 2023 12:06 IST
Jagannath Temple
Image Source : FILE IMAGE Jagannath Temple

Jagannath Rath Yatra 2023: हिंदू धर्म में आषाढ़ का महीना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। इस महीने में भगवान विष्णु की आराधना करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। आषाढ़ में जहां देवशयनी एकादशी का व्रत रखा जाता है वहीं ओड़िसा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाती है। जगन्नाथ जी भगवान विष्णु का दूसरा स्वरूप ही माने जाते हैं। पुरी के जगन्नाथ मंदिर में वह अपनी बहन देवी सुभद्रा और बड़े भाई बलराम के साथ विराजमान हैं। पुरी में निकाली जाने वाली रथ यात्रा का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इस भव्य यात्रा में शामिल होने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु उमड़ते हैं। वहीं आपको बता दें कि रथ यात्रा से पहले जगन्नाथ मंदिर में के कपाट भक्तों के लिए बंद कर दिए जाते हैं। जानिए आखिर ऐसा क्यों किया जाता है। 

ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन भगवान जगन्नाथ का होता सहस्त्रधारा स्नान

ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन भगवान जगन्नाथ, बलराम और देवी सुभद्रा को गृर्भाग्रह से बाहर आते हैं और फिर उन्हें सहस्त्र स्नान कराया जाता है। इसके बाद संध्या महाआरती, षोडशोपचार पूजन, पंचाअमृत, गर्भगृह का पूजन, महाभोग,  पुष्पांजलि और विशेष आरती के बाद जगन्नाथ मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। इस साल जगन्नाथ मंदिर के कपाट 4 जून से 18 जून, 2023 तक बंद रहेंगे। इस बीच भक्तगण जगन्नाथ भगवान के दर्शन नहीं कर पाएंगे। 

15 दिन भगवान रहते हैं बीमार

धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक,  पूर्णिमा के दिन 108 घड़ों से स्नान के कारण भगवान को बुखार आ जाता है और वो बीमार हो जाते हैं। इस वजह से 15 दिनों तक भगवान अपने शयन कक्ष में विश्राम करते हैं। आम लोगों की तरह ही बीमार होने पर भगवान जगन्नाथ का उपचार किया जाता है। इस दौरान उन्हें कई औषधियां दी जाती हैं और भगवान को खिचड़ी का भोग लगाया जाता है। 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

ये भी पढ़ें-

Rath Yatra 2023: कब निकलेगी भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा? जानिए डेट, समय और धार्मिक महत्व

खिड़की के सामने कभी न रखें ये 1 चीज, वरना घर को घेर लेगी कंगाली, हेल्थ भी नहीं देगा साथ

Chaturmas 2023: इस दिन से शुरू हो रहा है चातुर्मास? 5 महीने बंद रहेंगे सभी मांगलिक और शुभ कार्य

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें धर्म सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement