Neptune Vakri Gochar 2024: 2 जुलाई को शाम 4 बजकर 10 मिनट पर वरुण ग्रह (नेपच्यून) मीन राशि में वक्री होंगे और 8 दिसंबर की सुबह 5 बजकर 17 मिनट तक मीन राशि में ही वक्री गति से गोचर करते रहेंगे, उसके बाद मार्गी हो जाएंगे। नेपच्यून हमारे सौरमंडल का आठवां ग्रह है। व्यास के आधार पर ये सौरमण्डल का चौथा बड़ा और द्रव्यमान के आधार पर तीसरा बड़ा ग्रह है, जबकि पृथ्वी से इसका द्रव्यमान लगभग 17 गुना अधिक है। जैसे बाकी ग्रहों के राशियों में गोचर या ग्रहों के वक्री या मार्गी होने से सभी राशि वाले लोगों पर प्रभाव पड़ता है, वैसे ही नेपच्यून के मीन राशि में वक्री होने से भी विभिन्न राशि के लोगों पर प्रभाव पड़ेगा। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए कि नेपच्यून के मीन राशि में वक्री होने से विभिन्न राशि वाले लोगों पर क्या प्रभाव होगा।
मेष राशि
नेपच्यून आपके बारहवें स्थान पर वक्री होगा। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का संबंध आपके व्यय और शय्या सुख से है। इसके प्रभाव से आपके जीवन में शैय्या सुख बना रहेगा, लेकिन आपके खर्चों में बढ़ोतरी हो सकती है। आपको किसी भी कार्य में अपने पैसों का संभलकर इस्तेमाल करना चाहिए। लिहाजा नेपच्यून के शुभ प्रभाव बनाये रखने के लिए कोई भी महत्वपूर्ण काम करने से पहले पानी जरूर पिएं।
वृष राशि
नेपच्यून आपके ग्यारहवें स्थान पर वक्री होगा। जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान का संबंध हमारे आय और इच्छाओं की पूर्ति से होता है। इसके प्रभाव से समाज में आपका कद ऊंचा होगा। आपके किसी विशेष इच्छा की पूर्ति होगी। उचित मेहनत से आपके काम भी जरूर बनेंगे। आप कुछ नई खोजबीन में लगे रहेंगे। लिहाजा नेपच्यून के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए 11 लोगों को दूध से बनी चीज़ें खाने के लिए दें।
मिथुन राशि
नेपच्यून आपके दसवें स्थान पर वक्री होगा। जन्मपत्रिका के दसवें स्थान का संबंध हमारे करियर, राज्य और पिता से होता है। इसके प्रभाव से बिजनेस के प्रति आपकी जानकारी अच्छी होगी। आपके पिता अपने बिजनेस को देश-विदेश तक फैला सकते हैं। आपको एक अच्छे दर्जे की सरकारी नौकरी प्राप्त हो सकती है। लिहाजा नेपच्यून के शुभ फल बनाये रखने के लिए शाम के समय मंदिर में दूध का दान करें।
कर्क राशि
नेपच्यून आपके नवें स्थान पर वक्री होगा। जन्मपत्रिका के नौवें स्थान का संबंध हमारे भाग्य से होता है। इसके प्रभाव से आपको अपने भाग्य का साथ मिलेगा। मेहनत करने पर आपको सफलता मिलेगी। धार्मिक कार्यों में आपकी रुचि बढ़ेगी। देश और समाज के प्रति भी अपनी जिम्मेदारियों को समझेंगे। अतः नेपच्यून के शुभ फलों का लाभ पाने के लिए गले में चांदी की गोली धारण करें।
सिंह राशि
नेपच्यून आपके आठवें स्थान पर वक्री होगा। जन्मपत्रिका के आठवें स्थान का संबंध हमरे आयु से है। इसके प्रभाव से आपके स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव बन सकता है। आपको अपने स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखना चाहिए। अपनी एनर्जी और जानकारी को निगेटिव कामों में लगा सकते हैं, लेकिन इससे आपको बचना चाहिए। लिहाजा नेपच्यून के अशुभ फलों से बचने के लिए बड़े-बुजर्गों का आशीर्वाद लें।
कन्या राशि
नेपच्यून आपके सातवें स्थान पर वक्री होगा। जन्मपत्रिका के सातवें स्थान का संबंध हमारे जीवनसाथी से है। इसके प्रभाव से जीवनसाथी के साथ आपको तालमेल बनाने में कोशिश करनी पड़ेगी। आप कोर्ट-कचहरी के किसी मामले में भी उलझ सकते हैं। समझदारी से काम लेने की जरूरत है। लिहाजा नेपच्यून के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए किसी पवित्र नदी का पानी लाकर अपने घर में जरूर रखें।
तुला राशि
नेपच्यून आपके छठे स्थान पर वक्री होगा। जन्मपत्रिका के छठे स्थान का संबंध हमारे मित्र, शत्रु और स्वास्थ्य से है। इसके प्रभाव से शत्रु पक्ष आपका कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा। मित्रों की लिस्ट में बढ़ोतरी होगी। आपके पैसों की स्थिति अच्छी रहेगी। आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और कामकाज में आपका मन लगेगा। लिहाजा नेपच्यून के शुभ बनाये रखने के लिए पिता को अपने हाथों से दूध पिलाएं। साथ ही संभव हो तो किसी सार्वजनिक स्थान पर प्याउ लगवाएं।
वृश्चिक राशि
नेपच्यून आपके पांचवें स्थान पर वक्री होगा। जन्मपत्रिका के पांचवे स्थान का संबंध हमारे संतान, बुद्धि, विवेक और रोमांस से है। इसके प्रभाव से आपके पास बहुत अधिक ज्ञान होगा। आप किसी निगेटिव चीज़ के प्रति आकर्षित हो सकते हैं। आप किसी से अपना काम निकलवाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। लिहाजा नेपच्यून के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए सोमवार के दिन एक सफेद कपड़े में थोड़ेसे चावल और मिश्री बांधकर बहते जल में प्रवाहित करें।
धनु राशि
नेपच्यून आपके चौथे स्थान पर वक्री होगा। जन्मपत्रिका के चौथे स्थान का संबंध हमारे भवन, भूमि, वाहन और माता से है। इसके प्रभाव से आपको भूमि, भवन और वाहन का लाभ भी मिल सकता है। बिना सोचे-समझे काम करने से आपको बचना चाहिए। माता के सहयोग से काम ठीक ढंग से पूरे होंगे। लिहाजा नेपच्यून के अशुभ फलों से बचने के लिए मंदिर में जाकर भगवान के दर्शन करें।
मकर राशि
नेपच्यून आपके तीसरे स्थान पर वक्री होगा। जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान का संबंध हमारे पराक्रम, भाईबहन और यश से है। इसके प्रभाव से जीवन में भाईबहनों का सहयोग बना रहेगा। लेखन कार्यों में आपकी रुचि बढ़ेगी। आपको अपने काम में सफलता मिलेगी साथ ही गुप्त रहस्यों को जानने में आपकी रुचि बढ़ेगी। लिहाजा नेपच्यून के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए घर की रिश्ते में बड़ी महिलाओं का आशीर्वाद लें।
कुंभ राशि
नेपच्यून आपके दूसरे स्थान पर वक्री होगा। जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान का संबंध हमारे धन और स्वभाव से है। इसके प्रभाव से धन संबंधी मामलों में आपको सफलता मिलेगी। आप अपनी वाणी से लोगों को
प्रभावित करने में सफल होंगे। हालांकि शिक्षा के क्षेत्र में कुछ रूकावटें पैदा हो सकती हैं। आपको और भी अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है। लिहाजा नेपच्यून के अशुभ फलों से बचने के लिए अपने घर में चांदी का सिक्का या चांदी की गोली स्थापित करें।
मीन राशि
नेपच्यून आपके पहले यानि लग्न स्थान पर वक्री होगा। जन्मपत्रिका में लग्न यानि पहले स्थान का संबंध हमारे शरीर और मुख से है। इसके प्रभाव से आपकी अचानक से उन्नति होगी। आपकी संतान को कानूनी
मामलों में लाभ मिलेगा। साथ ही लवमेट के साथ आपके रिश्ते मजबूत होंगे। आपको भरपूर यशसम्मान मिलेगा। लिहाजा नेपच्यून के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए माता या माता के जैसी किसी महिला के पैर छूकर आशीर्वाद लें।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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