Gochar 2024 And Horoscope: 1 जून की दोपहर 3 बजकर 16 मिनट पर हर्षल वृष राशि में प्रवेश कर चुके हैं। शनि ग्रह से भी अधिक शक्तिशाली और तमोगुणी यदि किसी ग्रह को माना जाता है तो वह हर्षल है। अंग्रेजी में कहें तो यूरेनस। यह सूर्य की कक्षा का ही एक ग्रह है जो सूर्य की सातवीं कक्षा में उसके चारों ओर चक्कर लगाता है। यह पूरे 84 वर्षों में एक चक्कर पूरा करता है अर्थात् 12 राशियों के हिसाब से यह प्रत्येक राशि में कम से कम 7 वर्ष तक रहता है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि 7 अप्रैल, 2017 को हर्षल ने मेष राशि में प्रवेश किया था और लगभग 7 वर्ष बाद बीते 1 जून को वृष राशि में प्रवेश कर चुके हैं। यह जिस राशि में भी जाता है, उसके लिए अचानक बदलाव करने वाला होता है। यह देश की राजनीतिक सत्ता और धार्मिक विचारों में बदलाव का सूचक है। मनौवैज्ञानिकों, रिसचर्स और चिन्तकों के लिए यह शुभ माना जाता है और उन्हें आत्मिक शक्ति प्रदान करने वाला होता है। यह व्यक्ति को शैतान से साधु बना सकता है तो साधु से शैतान भी बना सकता है। यह व्यक्ति के अंदर आध्यात्मिक शक्ति और आत्मबल का संचार करता है। रिश्तों पर यह विपरित असर डालने वाला होता है।
मिथुन, तुला व कुंभ राशि में इसे अत्यंत बलवान समझा जाता है तो वहीं मेष व वृष राशि में यह अत्यंत घातक फल देने वाला समझा जाता है। कुल मिलाकर यह अच्छे और बुरे दोनों फल देने वाला है। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए कि हर्षल के वृष राशि में प्रवेश करने से इसका विभिन्न राशियों पर क्या प्रभाव होगा, हर्षल उनके किस स्थान पर गोचर करेगा और उस स्थिति में आपको कौनसे उपाय करने चाहिए।
मेष राशि
हर्षल आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान का संबंध हमारे धन और स्वभाव से है। हर्षल के इस गोचर से आपको पैसों के मामले में आपको अचानक से कोई बड़ा फायदा हो सकता है। सगेसंबंधियों के साथ आपके रिश्ते अच्छे होंगे। लिहाजा हर्षल की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए आपको धर्मस्थल पर आतेजाते रहना चाहिए और वहां के कार्यों में अपना सहयोग देना चाहिए।
वृष राशि
हर्षल आपके पहले यानि लग्न स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका में लग्न यानि पहले स्थान का संबंध हमारे शरीर और मुख से है। हर्षल के इस गोचर से जीवन में आपकी अचानक से उन्नति हो सकती है। साथ ही आपका स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा। आपको मानसिक रूप से मजबूती मिलेगी। आप चीजों को नये तरीके से सोचने की कोशिश करेंगे। अतः हर्षल के शुभ फल बनाये रखने के लिए आपको दही या दही से बनी चीज़ों का दान करना चाहिए।
मिथुन राशि
हर्षल आपके बारहवें स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का संबंध आपके व्यय और शय्या सुख से है। हर्षल के इस गोचर से आप अपनी जीवनशैली को सुधारने के लिए अपने ऊपर कुछ खर्चा कर सकते हैं। इस दौरान आपको कुछ यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। आपका गृहस्थ जीवन और स्वास्थ्य ठीक रहेगा। शरीर के साथ ही मानसिक रूप से भी आप अच्छा महसूस करेंगे। लिहाजा हर्षल की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए आपको जैसमीन की सुगंध अपने पास रखनी चाहिए और उसका उपयोग भी करना चाहिए।
कर्क राशि
हर्षल आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान का संबंध हमारे आय और इच्छाओं की पूर्ति से होता है। हर्षल के इस गोचर से आपको आमदनी के कई नए स्रोत मिलेंगे। किसी कार्य के लिए आप घर से दूर भी जा सकते हैं। आपको अपने स्वास्थ्य का भी थोड़ा ख्याल रखना चाहिए। साथ ही उधार के लेनदेन में सावधानी रखनी चाहिए। लिहाजा हर्षल की शुभ स्थिति बनाये रखने के लिए और अशुभ स्थिति से बचने के लिए आपको किसी वृद्ध महिला को सूती कपड़ा आदरपूर्वक भेंट करना चाहिए।
सिंह राशि
हर्षल आपके दसवें स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के दसवें स्थान का संबंध हमारे करियर, राज्य और पिता से होता है। हर्षल के इस गोचर से अचानक आपके बनते हुए काम में कुछ दिक्कतें आ सकती है। हालांकि आमदनी पाने में आपको किसी प्रकार की परेशानी नहीं आयेगी। आप किसी हवाई यात्रा पर जा सकते हैं। आपकी सरकारी कार्यों में रुचि हो सकती है। अतः हर्षल की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए आपको तेजपत्ता और नमक का दान करना चाहिए।
कन्या राशि
हर्षल आपके नवें स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के नौवें स्थान का संबंध हमारे भाग्य से होता है। हर्षल के इस गोचर से आपकी उच्च शिक्षा के योग बन रहे हैं, लेकिन ध्यान रहे बिना मेहनत के कुछ भी संभव नहीं है। धार्मिक कार्यों में आपकी रुचि बढ़ सकती है। इस दौरान आपको भाग्य का साथ मिलता रहेगा। इसके अलावा हर्षल के शुभ फल पाने के लिए और अशुभ फलों से
बचने के लिए आपको घर की उत्तरपूर्व दिशा में भगवान शंकर का चित्र लगाना चाहिए।
तुला राशि
हर्षल आपके आठवें स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के आठवें स्थान का संबंध हमरे आयु से है। हर्षल के इस गोचर से आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। शत्रु पक्ष से आपको किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
किसी खास व्यक्ति की मदद से आपके टैक्स संबंधी काम भी पूरे होंगे। आपकी मेहनत रंग लायेगी। लिहाजा जीवन में हर्षल की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए आपको गायत्री मंत्र का जप करना चाहिए।
वृश्चिक राशि
हर्षल आपके सातवें स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के सातवें स्थान का संबंध हमारे जीवनसाथी से है। हर्षल के इस गोचर से साझेदारी के कामों से आपको अधिक लाभ नहीं मिल पाएगा। छोटी-मोटी यात्रा के योग बनते रहेंगे। जीवनसाथी के साथ आपको समझदारी से रहना चाहिए। आपको कोर्टकचहरी का कोई काम पड़ सकता है। अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा को बनाए रखने के लिए आपको खुद से ही कोशिशें करनी पड़ेंगी। लिहाजा हर्षल की अशुभ स्थिति से बचने के लिए आपको दूध का दान करना चाहिए।
धनु राशि
हर्षल आपके छठे स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के छठे स्थान का संबंध हमारे मित्र, शत्रु और स्वास्थ्य से है। हर्षल के इस गोचर से शत्रु पक्ष आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा। आपको किसी अच्छी तकनीक पर काम करने का मौका मिल सकता है। आपकी सेहत भी अच्छी बनी रहेगी। अपनी आर्थिक स्थिति पर आपको थोड़ा ध्यान बनाकर रखने की जरूरत है। साथ ही मित्रों का साथ बनाकर रखना चाहिए। लिहाजा हर्षल के शुभ फल बनाये रखने के लिए सूर्यदेव को प्रणाम करें। संभव हो तो उगते हुए सूरज को प्रणाम करें।
मकर राशि
हर्षल आपके पांचवें स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के पांचवे स्थान का संबंध हमारे संतान, बुद्धि, विवेक और रोमांस से है। हर्षल के इस गोचर से शिक्षा के क्षेत्र में आपको सफलता मिलेगी। आध्यात्मिक शिक्षा की ओर भी आपका रुझान रहेगा। लवमेट के साथ आपके रिश्ते अच्छे बने रहेंगे। साथ ही आपके अंदर अच्छे विचार उत्पन्न होंगे। तो हर्षल के इन शुभ फलों को सुनिश्चित करने के लिए आपको नियमित रूप से कुछ देर संगीत सुनना चाहिए।
कुंभ राशि
हर्षल आपके चौथे स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के चौथे स्थान का संबंध हमारे भवन, भूमि, वाहन और माता से है। हर्षल के इस गोचर से आपको सामाजिक प्रतिष्ठा का लाभ मिलेगा। आपका पारिवारिक माहौल उत्तम रहेगा। इस दौरान माता का मार्गदर्शन मिलता रहेगा। इसके अलावा आपका मन चंचल रहेगा। लिहाजा हर्षल की अशुभ स्थिति से बचने के लिए और शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए आपको घर के मुख्य दरवाजे से बाई ओर पानी का एक बर्तन भरकर रखना चाहिए।
मीन राशि
हर्षल आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान का संबंध हमारे पराक्रम, भाईबहन और यश से है। हर्षल के इस गोचर से अगर आप लेखन कार्यों से जुड़े हैं, तो आपको सफलता अवश्य मिलेगी। आप गुप्त रहस्यों को जानने की कोशिश करेंगे। सोशल मीडिया में आपकी सक्रियता बढ़ सकती है। भाईबहनों के साथ आपके रिश्ते अच्छे होंगे। अतः हर्षल के शुभ फलों का लाभ पाने के लिए गाय को जौ की रोटी खिलाएं।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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