सपनों के जरिये हमारी अवचेतन मन में छुपी भावनाएं प्रकट होती हैं। वहीं कई बार सपनों के जरिये हमें कई तरह के संकेत भी मिलते हैं। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि अगर सपने में आप कभी हीरा, मोती, नीलम, पुखराज आदि रत्न देखते हैं तो असल जीवन में इसका क्या अर्थ लगाया जाता है। ये सपना किस तरह के बदलाव लेकर हमारे जीवन में आ सकता है, आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
सपने में मोती का दिखना समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक
सपने में मोती देखना समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक हो सकता है। यह संकेत हो सकता है कि आने वाले समय में आपके जीवन में धन, वैभव और सुख-समृद्धि का आगमन होने वाला है। साथ ही करियर क्षेत्र में आपको उन्नति भी ऐसा सपना आने के बाद मिलती है। यानि ऐसा सपना आने के बाद आपको खुश हो जाना चाहिए।
सपने में हीरा
सपने में हीरा देखना भी अत्यंत शुभ संकेत है। स्वप्न शास्त्र के अनुसार हीरा सपने में देखने पर कई अच्छे बदलाव आपके जीवन में आ सकते हैं। आपको कहीं से खुशखबरी मिल सकती है और आपके रुके हुए काम भी पूरे हो सकते हैं। इसके साथ ही सपने में हीरा दिखना आपके अच्छे मानसिक स्वास्थ्य की ओर भी इशारा करता है।
नीलम देखना आत्मविश्वास और ज्ञान का प्रतीक
नीलम को सपने में देखना उन्नति और आत्मविश्वास का प्रतीक है। अगर आप सपने में नीलम को देखते हैं तो समझ जाइए शनि भी आप से प्रसन्न हैं, ऐसा सपना आने के बाद शनि आपके रुके कार्यों को पूरा कर सकते हैं। साथ ही पारिवारिक और सामाजिक जीवन में भी आपको अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। यह सपना इस बात का भी संकेत है कि आप जीवन में सही मार्ग पर अग्रसर हैं।
गोमेद को सपने में देखने का मतलब
अगर आप गोमेद को सपने में देखते हैं तो कुछ नई चीजें सीखने का आपको मौका जीवन में मिल सकता है। वहीं आपके कौशल में भी वृद्धि होती है। यह सपना आपको संकेत देता है कि आप कुशलता की ओर आगे बढ़ रहे हैं। यानि जो भी काम आप कर रहे हैं उसमें आपको महारत मिल सकती है।
पुखराज को सपने में देखना
सपने में पुखराज का देखना अच्छा संकेत नहीं माना जाता। इसका अर्थ है कि आपका स्वास्थ्य खराब हो सकता है। इसलिए आपको ऐसा सपना आने के बाद सावधान हो जाना चाहिए। हालांकि इस सपने का सकारात्मक पक्ष ये है कि आप आध्यात्मिक क्षेत्र में आगे बढ़ सकते हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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